हेलिकॉप्टर क्रैश में घायल हुए ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का निधन

हेलीकॉप्टर दुर्घटना में एकमात्र जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का अस्पताल में निधन हो गया। वरुण सिंह का बेंगलुरु के कमांड अस्पताल में इलाज चल रहा था। कल रात से ही उनकी स्थिति नाजुक बताई जा रही थी।
तमिलनाडु में कुन्नूर के पास हुए हेलीकॉप्टर हादसे में एक मात्र जीवित बचे वायु सेना के ग्रुप कैप्टन वरूण सिंह का निधन हो गया। वरूण सिंह का बेंगलुरु के सैन्य अस्पताल में इलाज चल रहा था और कल रात से ही उनकी स्थिति नाजुक बताई जा रही थी। गौरतलब है कि तमिलनाडु के कन्नूर में हेलीकॉप्टर क्रैश में में प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल विपिन रावत, उनकी पत्नी और 11 अन्य सैन्य कर्मियों की जान चली गई थी। दुर्घटना के बाद ग्रुप कैप्टन को गंभीर रूप से झुलस जाने की वजह से वेलिंगटन के एक अस्पताल में भर्ती किया गया था। पिछले बृहस्पतिवार को ग्रुप कैप्टन सिंह को तमिलनाडु के वेलिंगटन से बेंगलुरु के कमांड अस्पताल में स्थानांतरित किया गया था।
विमान क्रैश को बचाने के लिए कभी लगा दी थी अपनी जान की बाजीGroup Captain Varun Singh, the lone survivor of #TamilNaduChopperCrash - who was under treatment at Command Hospital in Bengaluru - passes away at the hospital. pic.twitter.com/l8XsiihL5k
— ANI (@ANI) December 15, 2021
12 अक्टूबर 2020 को मिनिस्ट्री ऑफ डिफेंस ने एक बयान के जरिये सभी को चौंका दिया। बयान में कहा गया कि विंग कमांडर वरुण सिंह एलसीए तेजस की एक चेक स्योरिटी प्रफॉर्म कर रहे थे जहां पर उन्हें एक सिस्टम चेक शॉट देना था। जब उन्होंने टेक ऑफ किया तो सबकुछ नॉर्मल रहा। लेकिन 10 हजार फीट की ऊंचाई पर पहुंचने के बाद अचानक फ्लाइट कंट्रोल सिस्टम और लाइफ सपोर्ट सिस्टम में कुछ गड़बड़ी दिखने लग गई। ऐसे में इन्होंने तुरंत एयरक्रॉफ्ट को हाई अल्टीट्यूड से लो अल्टीट्यूड पर लेकर आए। लेकिन तभी फ्लाइट कंट्रोल सिस्टम पूरी तरह से फेल हो गया। वरुण सिंह के पास दो ऑपस्न थे एक या तो वो इजेक्ट कर जाए या भीड़ वाले इलाके में विमान को गिरने से बचाए। अपनी जान की परवाह न करते हुए वरुण सिंह ने काफी कोशिश के बाद एयरक्रॉफ्ट को लैंड करवाया। उन्हें यह सम्मान 2020 में एक हवाई आपातकाल के दौरान अपने एलसीए तेजस लड़ाकु विमान को बचाने के लिए मिला था।
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