भारत को एक करोड़ टीकाकरण का आंकड़ा हासिल करने में 34 दिन लगे, दूसरी सबसे तेज गति: सरकार
कोविड-19 टीकाकरण की दूसरी खुराक 13 फरवरी से उन लोगों को दी जाने लगी हैं जिन्होंने पहली खुराक प्राप्त करने के 28 दिन पूरे कर लिए हैं। कोविड-19 के खिलाफ अग्रिम मोर्चे पर लगे कर्मियों का टीकाकरण 2 फरवरी से शुरू हुआ था।
नयी दिल्ली। स्वास्थ्य मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि भारत को एक करोड़ कोविड-19 टीकाकरण की ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल करने में 34 दिन लगे जो कि दुनिया में दूसरी सबसे तेज गति है। अमेरिका को इसमें 31 दिन लगे, जबकि ब्रिटेन को एक करोड़ टीकाकरण आंकड़े को पार करने में 56 दिन लगे। शुक्रवार सुबह 8 बजे तक, देश में स्वास्थ्य कर्मियों और कोविड-19 के खिलाफ अग्रिम मोर्चे पर लगे कर्मियों (एफएलडब्ल्यू) को दिये गए कोविड-19 टीके की खुराक की कुल संख्या 1,01,88,007 थी। मंत्रालय ने कहा, ‘‘सुबह आठ बजे तक की अंतरिम रिपोर्ट के अनुसार 2,11,462 सत्रों के माध्यम से टीके की कुल 1,01,88,007खुराक दी गई हैं। इनमें 62,60,242 स्वास्थ्य कर्मी (पहली खुराक), 6,10,899 स्वास्थ्यकर्मी (दूसरी खुराक) और कोविड-19 के खिलाफ अग्रिम मोर्चे पर लगे 33,16,866कर्मी (पहली खुराक) शामिल हैं।’’ कोविड-19 टीकाकरण की दूसरी खुराक 13 फरवरी से उन लोगों को दी जाने लगी हैं जिन्होंने पहली खुराक प्राप्त करने के 28 दिन पूरे कर लिए हैं। कोविड-19 के खिलाफ अग्रिम मोर्चे पर लगे कर्मियों का टीकाकरण 2 फरवरी से शुरू हुआ था।
टीकाकरण अभियान के 34वें दिन (18 फरवरी)को, कुल 6,58,674 टीके की खुराक दी गई जिसमें से 4,16,942 लाभार्थियों को 10,812 सत्रों में पहली खुराक स्वास्थ्यकर्मियों और एफएलडब्ल्यू को दी गई जबकि 2,41,732 स्वास्थ्य कर्मियों को दूसरी खुराक दी गई। उसने कहा कि देश में दिन-प्रतिदिन टीकाकरण की संख्या में प्रगतिशील वृद्धि देखी जा रही है। देश में दिये गए टीकों की खुराक का 57.47 प्रतिशत आठ राज्यों में दिये गए। अकेले उत्तर प्रदेश में 10.5 प्रतिशत (10,70,895) टीके दिये गए हैं। सात राज्यों में टीके की दूसरी खुराक का 60.85 प्रतिशत हिस्सा है। देश में दी गई दूसरी खुराक का 12 प्रतिशत (73,281) हिस्सा तेलंगाना में है। सोलह राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों ने 24 घंटे में किसी भी कोविड-19 की मौत की सूचना नहीं दी है। ये गुजरात, हिमाचल प्रदेश, गोवा, झारखंड, मेघालय, पुड्डुचेरी, चंडीगढ़, मणिपुर, मिज़ोरम, लक्षद्वीप, सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश, लद्दाख, त्रिपुरा, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह और दमन एवं दीव और दादरा एवं नागर हवेली। 15 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में एक से पांच के बीच मरीजों की मौत की सूचना है जबकि तीन राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में यह संख्या छह से 10 के बीच है।#LargestVaccineDrive
— Ministry of Health (@MoHFW_INDIA) February 19, 2021
A total of 1,01,88,007 vaccine doses have been administered through 2,11,462 sessions, as per the provisional report till 8 am today.
These include-
62,60,242 HCWs (1st dose),
6,10,899 HCWs (2nd dose),
33,16,866 FLWs (1st dose). https://t.co/2v1CZpsMmc pic.twitter.com/WeJDa4okau
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भारत में उपचाराधीन कोविड-19 मामलों की संख्या वर्तमान में 1,39,542 है, जो कि कुल संख्या का केवल 1.27 प्रतिशत है। 24 घंटे की अवधि में 10,896 और मरीजों के ठीक होने से इस बीमारी से ठीक होने वाले रोगियों की संख्या बढ़कर 1.06 करोड़ से अधिक (1,06,67,741) हो गई है। मंत्रालय ने कहा कि ठीक हुए मरीजों में से 83.15 फीसदी मरीज छह राज्यों में ठीक हुए हैं। केरल में एक दिन में सबसे अधिक 5,193 मरीज ठीक हुए जबकि इसके बाद महाराष्ट्र (2,543) और तमिलनाडु (470) हैं। मंत्रालय ने कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण के कुल 13,193 नये मामले 24 घंटे में दर्ज किए गए। मंत्रालय ने कहा कि इनमें से 86.6 फीसदी मामले छह राज्यों से सामने आए। महाराष्ट्र में सबसे अधिक 5,427 मामले सामने आये, उसके बाद केरल (4,584) और तमिलनाडु (457) हैं। मंत्रालय ने कहा कि कोविड-19 के कारण 24 घंटे में 97 मौतें हुई हैं जिसमें से 76.29 प्रतिशत मौतें पांच राज्यों में हुई हैं। महाराष्ट्र ने सबसे अधिक 38 मौतें हुई, उसके बाद केरल (14) और पंजाब (10) का नम्बर है।
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