जो कहते थे कि कश्मीर में तिरंगा उठाने वाला कोई नहीं बचेगा, वो जरा आज कश्मीर को देखें, हर युवा के हाथ में तिरंगा है और हर घर में तिरंगा लहरा रहा है

independence day celebration in kashmir valley
ANI

हम आपको याद दिला दें कि पीडीपी अध्यक्ष ने कहा था कि अगर जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा रद्द किया गया तो यहां राष्ट्रीय ध्वज उठाने वाला कोई नहीं बचेगा। उन्होंने कहा, "आज पूरे देश में जम्मू-कश्मीर के लोगों की सराहना की जा रही है।

जम्मू-कश्मीर में स्वतंत्रता दिवस समारोह के लिए तैयारियां जोरों पर हैं। श्रीनगर में तो अद्भुत छटा दिख रही है। घर-घर पर तिरंगा फहराया जा रहा है। युवा तिरंगा यात्राएं निकाल रहे हैं, तिरंगा बाइक रैलियां निकल रही हैं। डल झील के शिकारों, हाउसबोटों से लेकर श्रीनगर के मुख्य बाजार और गली-मोहल्ले तक में आपको हर ओर तिरंगा ही तिरंगा नजर आयेगा। लाल चौक पर भी शान से तिरंगा लहरा रहा है। इसके अलावा देशभक्ति के रस से भरे तमाम तरह के कार्यक्रमों का आयोजन भी देशप्रेम की भावना को बढ़ा रहा है। इसी कड़ी में जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने श्रीनगर में एक विशाल 'तिरंगा' रैली में हिस्सा लिया और कहा कि केंद्र-शासित प्रदेश के युवा राष्ट्रीय ध्वज से प्यार करते हैं। स्वतंत्रता दिवस समारोह के हिस्से के तौर पर आयोजित रैली में मनोज सिन्हा ने प्रत्यक्ष तौर पर पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती पर निशाना साधते हुए कहा कि जो लोग दावा करते थे कि जम्मू-कश्मीर में तिरंगा उठाने के लिये कोई नहीं बचेगा, उन्हें इस रैली में लोगों की भीड़ देखनी चाहिए। उन्होंने कहा, 'वे, जो कहते थे कि जम्मू-कश्मीर में तिरंगा उठाने वाला कोई नहीं बचेगा, उन्हें समझ आ गया होगा कि जम्मू-कश्मीर का हर युवा राष्ट्रीय ध्वज को उतना ही प्यार करता है, जितना देश के किसी अन्य हिस्से के लोग।' 

हम आपको याद दिला दें कि पीडीपी अध्यक्ष ने कहा था कि अगर जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा रद्द किया गया तो यहां राष्ट्रीय ध्वज उठाने वाला कोई नहीं बचेगा। उन्होंने कहा, "आज पूरे देश में जम्मू-कश्मीर के लोगों की सराहना की जा रही है। चूंकि हम लोगों को एकजुट कर रहे हैं और विकास को गरीबों और वंचितों तक पहुंचा रहे हैं, इसलिये कुछ लोग इसे बर्दाश्त नहीं कर पा रहे।" सिन्हा ने कहा, "एक समय था जब कश्मीर के युवाओं को गुमराह किया गया था लेकिन आज वे राष्ट्र और जम्मू-कश्मीर के निर्माण में योगदान दे रहे हैं। यह हम सभी के लिए गर्व का क्षण है...।" सिन्हा ने कहा कि उन्हें गर्व और संतुष्टि महसूस हो रही है कि रैली में न केवल प्रशासन और सुरक्षा बलों के लोग मौजूद थे बल्कि कश्मीर के आम लोगों ने भी इसमें भाग लिया। उन्होंने कहा, "मैं सोचता हूं और महसूस करता हूं कि तिरंगे का सम्मान करना देश और अपने प्राणों की आहुति देने वाले बहादुर सैनिकों का सम्मान करना है। लोग समझ गए हैं कि सभी को तिरंगे की रक्षा करनी है और सभी को देश के विकास में योगदान देना है। मुझे लगता है कि यही कश्मीर में बड़ा बदलाव है।'' दूसरी ओर, जम्मू-कश्मीर में हर घर तिरंगा रैली के विभिन्न आयोजनों के बीच श्रीनगर में लोगों का उत्साह देखने लायक था। प्रभासाक्षी से बातचीत करते हुए लोगों ने कहा कि तिरंगा हमारी आन बान और शान है। 

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मुख्य कार्यक्रम के लिए तैयारियां जोरों पर

वहीं श्रीनगर में स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम की बात करें तो आपको बता दें कि बड़ी संख्या में भाग लेने की प्रशासन की अपील के बीच नए स्वरूप में आ चुके बख्शी स्टेडियम में जम्मू-कश्मीर के मुख्य स्वतंत्रता दिवस समारोह का आयोजन किया जाएगा। कश्मीर के संभागीय आयुक्त वीके भिदुरी ने स्वतंत्रता दिवस समारोह के ‘फुलड्रेस रिहर्सल’ के बाद कहा, ‘‘यहां समारोह का आयोजन किया जा रहा है ताकि अधिकाधिक लोग इसमें हिस्सा लेने पहुंच सकें। इसके लिए पर्याप्त इंतजाम किए गए हैं। कोई बंदिश नहीं है, स्टेडियम में आने के लिए किसी पास की जरूरत नहीं है।’’ हम आपको बता दें कि बख्शी स्टेडियम में कई दशकों तक जम्मू कश्मीर का मुख्य स्वतंत्रता दिवस समारोह मनाया जाता रहा है लेकिन इसे 2018 में स्टेडियम के उन्नयन एवं सौंदर्यीकरण के लिए बंद करना पड़ा था। पिछले पांच साल से स्वतंत्रता दिवस परेड सोनवर में शेर-ए-कश्मीर क्रिक्रेट स्टेडियम में होती रही है।

आम तौर पर स्वतंत्रता दिवस समारोह की अध्यक्षता मुख्यमंत्री करते हैं लेकिन निर्वाचित सरकार की अनुपस्थिति में पूर्ववर्ती (जम्मू कश्मीर) राज्य में राज्यपाल इस मौके की शोभा बढ़ाते थे। साल 2019 में अनुच्छेद 370 को निरस्त किए जाने तथा जम्मू कश्मीर के पुनर्गठन के बाद से केंद्र द्वारा नियुक्त उपराज्यपाल ही इन कार्यक्रमों के मुख्य अतिथि होते हैं। बख्शी स्टेडियम में ‘फुलड्रेस रिहर्सल’ हुआ जहां भिदुरी ने मार्चपास्ट की सलामी ली। पुलिस, सुरक्षाबलों और स्कूली बच्चों की टुकड़ियों ने इस परेड में हिस्सा लिया। परेड के बाद कलाकारों एवं स्कूली बच्चों ने जम्मू कश्मीर की विविधता को दर्शाते हुए सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश किया। अधिकारियों ने बताया कि स्वतंत्रता दिवस समारोह के आयोजन स्थल के आसपास सुरक्षा कड़ी कर दी गई है और बड़ी संख्या में सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं। 

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