गाजीपुर फूल मण्डी में लावारिस बैग में मिला आईईडी निष्क्रिय किया गया

IED Bomb Diffused
प्रतिरूप फोटो

राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) के महानिदेशक एम. ए. गणपति ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘पहली नजर में ऐसा लग रहा है कि विस्फोटक आरडीएक्स और अमोनियम नाइट्रेट का मिश्रण है।इसका वजन करीब तीन किलोग्राम था और उसमें कुछ कीलें-छर्रे भी थे।’’

नयी दिल्ली|  दिल्ली की गाजीपुर फूल मण्डी में शुक्रवार सुबह एक लावारिस बैग में आरडीएक्स और अमोनियम नाइट्रेट से भरा आईईडी उपकरण मिला। अधिकारियों ने बताया कि इस बम को बाद में निष्क्रिय कर दिया गया। विस्फोटक को एक लोहे के बक्से में छिपाकर काले रंग के बैग में रखा गया था।

यह घटना 26 जनवरी को राष्ट्रीय राजधानी में होने वाले वार्षिक गणतंत्र दिवस समारोह से पहले हुई है, जब शहर में सुरक्षा पहले से कड़ी रखी गई है।

राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) के महानिदेशक एम. ए. गणपति ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘पहली नजर में ऐसा लग रहा है कि विस्फोटक आरडीएक्स और अमोनियम नाइट्रेट का मिश्रण है।इसका वजन करीब तीन किलोग्राम था और उसमें कुछ कीलें-छर्रे भी थे।’’

एनएसजी के एक अन्य अधिकारी ने बताया कि दिल्ली पुलिस ने पूर्वाह्न 11 बजे के आसपास संदिग्ध वस्तु के बारे में उन्हें सूचित किया।

उन्होंने बताया कि सूचना मिलते ही बम का पता लगाने और उसे निष्क्रिय करने वाला दस्ता, ट्रक पर धातु का बड़ा बक्सा और अन्य तामाम जरूरी सामान के साथ दिल्ली-उत्तर प्रदेश की सीमा स्थित मौके पर पहुंचा।

दमकल विभाग के कर्मियों ने बताया कि उन्हें संदिग्ध लावारिस बैग पड़े होने की सूचना सुबह 10:19 बजे मिली। दिल्ली पुलिस के विशेष प्रकोष्ठ और दमकल विभाग के कर्मी भी मौके पर पहुंचे। एनएसजी के अधिकारी ने बताया, ‘‘आईईडी को गहरे गड्ढे में डालने के बाद नियंत्रित विस्फोट तकनीक का उपयोग करके अपराह्र 1:30 बजे नष्ट कर दिया गया।’’

उन्होंने बताया, ‘‘आईईडी के नमूने एकत्र किए गए हैं और इस संबंध में दिल्ली पुलिस को विस्तृत रिपोर्ट भेजी जाएगी।’’ दिल्ली पुलिस के सामान्य और विशेष प्रकोष्ठ के कर्मियों के अलावा मौके पर बम निष्क्रिय करने के दौरान धारण किया जाने वाला सूट पहने एनएसजी के कर्मियों को भी देखा गया।

पुलिस ने कहा कि एक व्यक्ति जो फूल खरीदने के लिए बाजार में आया था, उसने अपनी स्कूटी के पास एक सुनसान जगह पर एक संदिग्ध लावारिस बैग देखा। इसके बाद उसने आसपास के लोगों को इसकी सूचना दी और वहां तैनात दिल्ली होमगार्ड को भी सूचना दी गई।

इसके बाद उस व्यक्ति ने सुबह 10.30 बजे के आसपास एक पीसीआर कॉल की। इस घटना से बाजार क्षेत्र में दहशत फैल गई, जहां आमतौर पर काफी भीड़ रहती है। सभी दुकानों को बंद कर दिया गया और पूरे इलाके को सील कर दिया गया। पुलिस ने कहा कि जल्द ही स्थानीय पुलिस, बम निरोधक दस्ता घटनास्थल पर पहुंच गया और पहले संदिग्ध उपकरण की जांच की, उसकी बैटरी को निकाला और जहां से यह पाया गया था, वहां से दूर दूसरी जगह पर एक गड्ढा बनाया गया और बाद में इसे निष्क्रिय कर दिया गया।

पिछले 12 साल से यहां चाय बेच रही एक महिला ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि ऐसा पहली बार हुआ है।

उन्होंने कहा, ‘‘यह काफी व्यस्त बाजार है और यहां हर रोज सैकड़ों की संख्या में लोग आते हैं। पुलिसकर्मियों ने लोगों को बाजार से बाहर निकाला। पुलिस के बाद दमकलकर्मी और अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे।’’

शुरुआती जांच के अनुसार, बम को फूल मण्डी के मुख्य दरवाजे पर रखा गया था। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ‘‘संदेह है कि संदिग्ध व्यक्ति ने बम लगाने के पहले क्षेत्र की टोह ली होगी। हमें संदेह है कि बम में टाइमर लगा हुआ था। बम किसने और कैसे लगाया यह तय करने के लिए जांच की जा रही है।’’

उन्होंने कहा कि मामले की जांच कर रही दिल्ली पुलिस के विशेष प्रकोष्ठ की टीम ने फिलहाल विस्फोटक अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज की है।

उन्होंने बताया कि घटनास्थल के आसपास लगे सभी सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है ताकि आरोपी की पहचान की जा सके और पता लगाया जा सके कि घटना कैसे हुई। एक अधिकारी ने कहा कि जांच के तहत दुकानदारों और बाजार क्षेत्र और उसके आसपास रहने वालों से भी इस संबंध में पूछताछ की जाएगी।

संपर्क करने पर फॉरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला (एफएसएल) रोहिणी की निदेशक दीपा वर्मा ने कहा कि एफएसएल के वरिष्ठ विशेषज्ञों सहित दो टीमों को निरीक्षण और नमूनों के संग्रह के लिए मौके पर भेजा गया।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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