'मैं अजमल कसाब का भाई हूं, मैं सबको मौत की नींद सुलाने आया हूं', मुंबई पुलिस को गालियों से भरा आया कॉल, बाद में शराबी को किया गया गिरफ्तार

शराबी ने मुंबई पुलिस को डराने के लिए एक आतंकवादी बनकर संदेश भेजा और पूरे शहर को मौत की नींद सुलाने की धमकी दी। आइये जानते है कि पुलिस के पास कैसे ये संदेश आया और पुलिस ने कैसे उस खुराफाती शराबी को दबौचा।
शहरों को बम से उड़ाने की धमकियां मेल पर भजेना आज काफी ज्यादा बढ़ गया है। कुछ शरारती तत्वों द्वारा पिछले एक-दो साल में दिल्ली, मुंबई , बेंगलुरु सहित तमाम शहरों में बम की धमकियों वाले मैसेस और कॉल काफी ज्यादा आने लगे हैं। अब ताजा मामला मुंबई से आया है जहां एक शराबी ने सारी हदें की पार कर दी। शराबी ने मुंबई पुलिस को डराने के लिए एक आतंकवादी बनकर संदेश भेजा और पूरे शहर को मौत की नींद सुलाने की धमकी दी। आइये जानते है कि पुलिस के पास कैसे ये संदेश आया और पुलिस ने कैसे उस खुराफाती शराबी को दबौचा।
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'मैं अजमल कसाब का भाई हूं'
आपातकालीन हेल्पलाइन नंबर 100 पर कॉल किया गया था, जिसके बाद पुलिस ने जांच शुरू की। जांच में पता चला कि कॉल मुलुंड रेलवे स्टेशन क्षेत्र से आई थी। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी का पता लगाया और उसे गिरफ्तार कर लिया, जिसकी पहचान पीयूष शिवनाथ शुक्ला (28) के रूप में हुई, जो ठाणे का सुरक्षा गार्ड है और मूल रूप से उत्तर प्रदेश का रहने वाला है।
शराबी को पुलिस ने दबौचा
मुलुंड पुलिस के अनुसार, 1 अप्रैल को सुबह 1:07 बजे नियंत्रण कक्ष हेल्पलाइन नंबर 100 पर धमकी भरा कॉल आया था। बूथ नंबर 19 पर ड्यूटी पर तैनात एक पुलिस कर्मी ने कॉल का जवाब दिया और पूछा कि क्या कॉल करने वाले को पुलिस सहायता की आवश्यकता है। इसके बजाय, कॉल करने वाले ने मुंबई पुलिस को गाली दी और आतंकवादी कसाब का भाई होने का दावा करते हुए पुलिस कंट्रोल रूम और पूरी पुलिस को जल्द ही बम से उड़ाने की धमकी दी। उसने कहा कि 'मैं अजमल कसाब का भाई हूं' मैं पूरे पुलिस डिपार्टमेंड को मौत की नींद सुला दूंगा। धमकी के बारे में वरिष्ठ अधिकारियों को तुरंत सूचित किया गया।
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मोबाइल नंबर को ट्रेस किया
पुलिस ने कॉल के लिए इस्तेमाल किए गए मोबाइल नंबर को ट्रेस किया और पाया कि उसका लोकेशन मुलुंड इलाके में है। जांच में पता चला कि 1 अप्रैल की रात को आरोपी ठाणे से मुलुंड स्टेशन आया था और वह बहुत नशे में था। वह प्लेटफॉर्म नंबर 1 पर बैठा था, तभी आरपीएफ के एक अधिकारी ने उसे जाने के लिए कहा। गुस्से में वह स्टेशन से बाहर निकला और मुंबई पुलिस कंट्रोल रूम को धमकी भरा कॉल किया। मामले की आगे की जांच जारी है।
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