Himachal Pradesh और Uttarakhand में भारी वर्षा से बिगड़े हालात, कई लोगों की मौत, चारधाम यात्रा स्थगित

Heavy rains
Prabhasakshi

हिमाचल प्रदेश के हालात की बात करें तो आपको बता दें कि राज्य में बारिश का कहर सोमवार को भी जारी है और 30 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें से कई लोगों की मौत शिमला में भूस्खलन के बाद मलबे में दबने से हुई।

उत्तर भारत के दो प्रमुख पहाड़ी राज्यों- हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में भारी वर्षा से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। दोनों ही राज्यों में वर्षाजनित हादसों के चलते कई लोगों की मृत्यु की खबर है। दोनों ही राज्यों में राहत और बचाव कार्य तेजी से चलाये जा रहे हैं और दोनों ही राज्यों के मुख्यमंत्री हालात पर नजर बनाये हुए हैं। इस बीच, उत्तराखंड में अगली सूचना तक चारधाम यात्रा को स्थगित कर दिया गया है। वहीं यह भी खबर है कि केंद्र सरकार भी दोनों राज्यों की सरकारों के संपर्क में बनी हुई है और हर तरह की मदद दी जा रही है।

हिमाचल प्रदेश के हालात की बात करें तो आपको बता दें कि राज्य में बारिश का कहर सोमवार को भी जारी है और 30 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें से कई लोगों की मौत शिमला में भूस्खलन के बाद मलबे में दबने से हुई। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बताया कि समर हिल इलाके में एक शिव मंदिर और फागली इलाके में एक अन्य स्थान पर भूस्खलन हुआ और मलबे से नौ शवों को बाहर निकाला गया है। उन्होंने कहा कि फागली इलाके में कई मकान मिट्टी में धंस गए। इन दोनों स्थानों पर 15 और लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है।

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इसके अलावा, सोलन में बादल फटने से एक ही परिवार के सात सदस्यों की मौत हो गयी। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि सोलन जिले के जादोन गांव में रविवार रात को बादल फटने से दो मकान बह गए। हादसे में छह लोगों को बचा लिया गया जबकि सात अन्य की मौत हो गयी। सोलन के उपायुक्त मनमोहन शर्मा ने बताया कि जिले की बलेरा पंचायत में एक झोंपड़ी के भूस्खलन की चपेट में आने से दो बच्चों की मौत हो गयी। उनमें से एक का शव बरामद कर लिया गया है। इसके अलावा, रामशहर तहसील के बनाल गांव में भूस्खलन में एक अन्य महिला की मौत हो गयी। उधर, हमीरपुर में उपायुक्त ने बताया कि जिले में मूसलाधार बारिश के कारण तीन लोगों की मौत हो गयी जबकि दो अन्य लापता हैं। उन्होंने जिले के सभी निवासियों से खराब मौसम के मद्देनजर खास एहतियात बरतने और अनावश्यक रूप से घर से बाहर निकलने से बचने की अपील की है। इस बीच, मंडी के उपायुक्त अरिंदम चौधरी ने बताया कि जिले की सेघली पंचायत में रविवार देर रात को भूस्खलन में एक ही परिवार के सात सदस्यों की मौत हो गयी जिनमें दो साल का बच्चा भी शामिल है। उन्होंने कहा कि तीन लोगों को बचा लिया गया।

उत्तराखंड के हालात

दूसरी ओर, उत्तराखंड के हालात की बात करें तो आपको बता दें कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा है कि प्रदेश में हो रही भारी बारिश को देखते हुए दो दिन के लिए चारधाम यात्रा स्थगित कर दी गयी है। एक सरकारी विज्ञप्ति के अनुसार, प्रदेश के उच्चाधिकारियों के साथ एक बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि मूसलाधार बारिश और इसके कारण उत्पन्न हालात को देखते हुए दो दिनों के लिए चारधाम यात्रा स्थगित कर दी गई है। इस दौरान, उन्होंने सभी श्रद्धालुओं से मौसम के पूर्वानुमान को देखकर ही यात्रा करने की अपील की। हम आपको बता दें कि प्रदेश में इन दिनों बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री धामों की यात्रा चल रही है और देश—विदेश से बड़ी संख्या में श्रद्धालु इन धामों के दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं। धामी ने इस दौरान अधिकारियों को प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में हो रही भारी बारिश के मद्देनजर अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश भी दिए। उन्होंने अतिवृष्टि से प्रभावित क्षेत्रों तथा वहां किए जा रहे राहत एवं बचाव कार्यों की जानकारी भी प्राप्त की। उन्होंने अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने को कहा कि मूसलाधार बारिश से प्रदेश में जहां भी नुकसान हो रहा है, वहां प्रभावितों को मानकों के अनुसार मुआवजा राशि यथाशीघ्र मिल जाये। उन्होंने अतिवृष्टि से प्रदेश में हुई क्षति का पूरा आंकलन करने को भी कहा। मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारियों को निर्देश दिए कि जिला प्रशासन एवं राहत-बचाव कार्य में लगे सभी दलों को 24 घंटे अलर्ट मोड पर रखा जाए।

हम आपको यह भी बता दें कि उत्तराखंड के पौड़ी जिले के लक्ष्मणझूला क्षेत्र में सोमवार को भूस्खलन होने के बाद चार से पांच व्यक्तियों के लापता होने की खबर है। पौड़ी की वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्वेता चौबे ने बताया कि भारी बारिश के कारण एक रिजॉर्ट पर भूस्खलन का मलबा गिर गया जिससे उसके नीचे चार—पांच व्यक्ति दब गए हैं। उन्होंने कहा कि सूचना मिलते ही बचाव एवं राहत दल मौके पर पहुंचे और मलबे में दबे लोगों की तलाश शुरू कर दी गई है। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि पौड़ी में अतिवृष्टि के कारण कई लोगों के हताहत होने की सूचना मिली है जो अत्यंत दुखद है। धामी ने कहा कि प्रदेश में अत्यधिक वर्षा से उत्पन्न हर परिस्थिति की वह स्वयं निगरानी कर रहे हैं। हम आपको बता दें कि मौसम विभाग ने उत्तराखंड के छह जिलों— देहरादून, टिहरी, पौड़ी, उधमसिंह नगर, नैनीताल और चंपावत में सोमवार के लिए बारिश का रेड अलर्ट तथा हरिद्वार में ऑरेंज अलर्ट जारी करते हुए भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।

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