Prabhasakshi NewsRoom: ईद पर खुशियां बांटी जा रही हैं और राजनीति भी जमकर हो रही है, Modi ने मुबारकबाद दी तो ममता ने मुस्लिम कार्ड खेल दिया

Eid
ANI

धर्मगुरुओं ने मुस्लिम समुदाय से अपील की कि लोग सादगी से ईद मनाएं, फित्रा दें, गरीबों का ख्याल रखें और फिजूलखर्ची से बचें। हम आपको यह भी बता दें कि राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, विभिन्न राज्यों के राज्यपालों और मुख्यमंत्रियों ने भी सभी को ईद की मुबारकबाद दी है।

देशभर में आज हर्षोल्लास के साथ ईद का त्योहार मनाया जा रहा है साथ ही इस मौके पर जमकर राजनीति भी की जा रही है। हम आपको बता दें कि दिल्ली समेत देश के कई हिस्सों में रविवार शाम ईद-उल-फितर का चांद आसमान में नजर आ गया था। इसी के साथ रमजान का पवित्र महीना संपन्न हो गया और आज देशभर में ईद मनाई जा रही है। इस बार रमजान का महीना 29 दिन का रहा, जबकि पिछले साल यह 30 दिन का था। इससे पहले, 2022 और 2021 में भी यह पवित्र महीना 30-30 दिन का था। इस्लामी कलेंडर के मुताबिक, एक महीने में 29 या 30 दिन होते हैं, जो चांद दिखने पर निर्भर करता है। रमजान के महीने में रोजेदार सुबह सूरज निकलने से पहले से लेकर सूरज डूबने तक कुछ नहीं खाते-पीते हैं। मुस्लिम धर्मगुरुओं ने कहा है कि शव्वाल (इस्लामी कैलेंडर का 10वां महीना) महीने का पहला दिन सोमवार 31 मार्च को है। हम आपको बता दें कि ईद का त्योहार शव्वाल महीने के पहले दिन ही मनाया जाता है। आज सुबह देशभर में ईद-उल-फितर की विशेष नमाज अदा की गयी।

इस बीच, प्रमुख मुस्लिम संगठन जमीयत उलेमा-ए-हिंद (एएम) के प्रमुख मौलाना अरशद मदनी ने ‘फेसबुक’ पर एक पोस्ट में लोगों को ईद की मुबारकबाद देते हुए कहा कि वह दुआ करते हैं कि अल्लाह इस ईद को मतभेद दूर करने और हमारे बीच सहिष्णुता एवं प्रेम की भावना को बढ़ावा देने का एक अवसर बनाए। वहीं कुछ अन्य मुस्लिम धर्मगुरुओं ने लोगों को ईद की मुबारकबाद देते हुए कहा है कि संपन्न लोगों को ईद की नमाज से पहले ‘फितरा’ (दान) जरूर अदा करना चाहिए। उन्होंने लोगों से ‘फितरा’ देने की गुजारिश करते हुए कहा कि सक्षम लोग अपने परिवार के प्रत्येक सदस्य की ओर से 2.45 किलोग्राम गेहूं या आटे की कीमत के हिसाब से ‘फितरा’ निकालें यानी हर सदस्य की तरफ से 75 रुपये का दान करें, ताकि गरीब लोग भी त्योहार मना सकें। उन्होंने मुस्लिम समुदाय से अपील की कि लोग सादगी से ईद मनाएं, फितरा दें, गरीबों का ख्याल रखें और फिजूलखर्ची से बचें। हम आपको यह भी बता दें कि राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, विभिन्न राज्यों के राज्यपालों और मुख्यमंत्रियों ने भी सभी को ईद की मुबारकबाद दी है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ईद-उल-फितर की बधाई देते हुए कामना की कि यह त्योहार समाज में आशा, सद्भाव और दयालुता की भावना को बढ़ाए।

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प्रधानमंत्री ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में लिखा, ‘‘ईद-उल-फितर की हार्दिक बधाई। यह त्योहार हमारे समाज में आशा, सद्भाव और दयालुता की भावना को बढ़ाए। यह त्योहार आपके लिए खुशहाली लाए और आपको आपके सभी प्रयासों में सफलता मिले। ईद मुबारक।'' वहीं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेशवासियों को ईद की बधाई देते हुए कहा कि इस पर्व पर सभी को सद्भाव एवं सामाजिक सौहार्द को और सुदृढ़ करने का संकल्प लेना चाहिए। मुख्यमंत्री कार्यालय ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ईद-उल-फित्र के अवसर पर प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी हैं।’’

वहीं ईद पर हो रही राजनीति की बात करें तो आपको बता दें कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने लोगों से आग्रह किया कि वे ऐसे उकसावे में नहीं आएं जिससे सांप्रदायिक दंगे भड़क सकते हैं। ममता बनर्जी ने इस बात पर जोर दिया कि उनकी सरकार राज्य के लोगों के साथ खड़ी रहेगी और यह सुनिश्चित करेगी कि राज्य में कोई भी तनाव पैदा न कर सके। तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ने कोलकाता के ‘रेड रोड’ पर ईद की नमाज के कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘दंगे भड़काने के लिए उकसाने की कोशिश की जा रही है, कृपया इस प्रकार के जाल में न फंसें। पश्चिम बंगाल सरकार अल्पसंख्यकों के साथ खड़ी है। राज्य में कोई भी तनाव पैदा नहीं कर सकता।’’ ममता बनर्जी ने भाजपा पर भी निशाना साधते हुए कहा, ‘‘अगर उन्हें (भाजपा को) अल्पसंख्यकों से समस्या है तो क्या वे देश का संविधान बदल देंगे?’’ उन्होंने भाजपा की ‘‘विभाजनकारी राजनीति’’ के प्रति अपना विरोध दोहराते हुए कहा कि वह सभी धर्मों का सम्मान करने में विश्वास रखती हैं। मुख्यमंत्री ने ‘‘भाजपा की विभाजनकारी राजनीति’’ को ऐसी ‘‘जुमला राजनीति’’ कहा जिसका उद्देश्य लोगों को विभाजित करना है। हम आपको यह भी बता दें कि आज कई शहरों में ईद की नमाज के दौरान मुसलमानों ने बांह पर काली पट्टी बांध कर वक्फ संशोधन विधेयक के प्रति अपना विरोध भी दर्ज कराया।

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