डीएम का सीयूजी नंबर हुआ हैक,यूपी पुलिस ने साल भर बाद की एफआईआर दर्ज

Suhas LY

सुहास एलवाई ने कहा कि, जालसाज ने डीएम को फोन किया और कहा कि वह गौतम बुद्ध नगर से बोल रहा है, और प्रयागराज के डीएम से बात करना चाहता है। लेकिन थोड़ी ही देर में फोन कट गया।

एक ऐसा मामला सामने आया है जहां हैकर ने  गौतम बुद्ध  नगर के डीएम का पुराना और बंद  उपयोगकर्ता समूह यानी कि सीयूजी नंबर हैक कर लिया। इतना ही नहीं सीयूजी नंबर हैक करने के बाद हैकर ने प्रयागराज के जिला अधिकारी को भी फोन किया। मामले की जांच के लिए सेक्टर 36 में  साइबर क्राइम थाने में रिपोर्ट दर्ज करा दी गई है, और जांच की जा रही है।  इस मामले में डीएम सुहास एलवाई ने कहा कि,  पिछले वर्ष 29 अगस्त को एक अज्ञात व्यक्ति के द्वारा उनके पुराने सीयूजी नंबर 9454417564 को हैक करके प्रयागराज के तत्कालीन डीएम भानु चंद्र गोस्वामी को फोन किया गया।

 सुहास एलवाई ने कहा कि, जालसाज ने डीएम को फोन किया और कहा कि वह गौतम बुद्ध नगर से बोल रहा है, और प्रयागराज के डीएम से बात करना चाहता है। लेकिन थोड़ी ही देर में फोन कट गया। इसके बाद प्रयागराज के डीएम ने सुहास एलवाई  से संपर्क किया। सुहास एलवाई ने प्रयागराज के डीएम को बताया कि उन्होंने  उन्हें कोई फोन नहीं किया था। इसके बाद  प्रयागराज के डीएम से स्क्रीनशॉट भी मंगवाया।  डीएम ने कहा कि, जिस सीयूजी नंबर से डीएम प्रयागराज को फोन किया गया था उनका ही पुराना  सीयूजी नंबर था। अब वह नया सीयूजी नंबर उपयोग कर रहे हैं। उन्होंने आशंका जताई  फोन कॉल स्कूपिंग के जरिए किया होगा। आपको बता दें कि यह ऐसी तकनीक है, जिसके द्वारा किसी का भी मोबाइल नंबर उपयोग करके किसी दूसरे को फोन किया जा सकता है।

 डीएम  ने इसकी शिकायत साइबर क्राइम थाने में  पिछले वर्ष 30 अगस्त को की थी। थाने में शिकायत को दर्ज करने में साल से भी ज्यादा का वक्त लगा। साइबर थाने की प्रभारी निरीक्षक रीता यादव ने बताया कि, शिकायत मिलने के तुरंत बाद जांच शुरू कर दी गई थी। जांच के  बाद साइबर क्राइम एसपी त्रिवेणी सिंह  के आदेश के बाद नवंबर को प्राथमिकी दर्ज की गई। आपको बता दें कि, डीएम  सुहास एलवाई यूपी ही नहीं देश के चर्चित आईएएस अधिकारी हैं। कम लोग ही जानते हैं कि वो पैरा बैडमिंटन के भी शानदार खिलाड़ी है। हाल ही में हुए टोक्यो ओलंपिक में भी उन्होंने भारत का नेतृत्व किया। उन्होेने ओलंपिक में रजत पदक जीता है। ऐसा करने वाले वह पहले आईएएस ऑफिसर हैं। यूपी सरकार ने भी पदोन्नति के द्वारा उनको इसका इनाम दिया था। बता दें कि प्रधानमंत्री से लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी कई मौकों पर उनकी प्रशंसा कर चुके हैं।

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