खेल रत्न पुरस्कार के नाम बदले जाने पर बोले दिग्विजय, उम्मीद थी इसका भी नाम मोदी के नाम पर होगा
मेजर ध्यानचंद के बेटे और पूर्व हॉकी खिलाड़ी अशोक ध्यानचंद ने कहा कि राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार का नाम बदलकर मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार करने के लिए मैं सरकार, प्रधानमंत्री और खेल मंत्रालय का धन्यवाद करता हूं।
राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार का नाम अब मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार कर दिया गया है। इसके बाद से देश में एक नई बहस शुरू हो गई है। कांग्रेस लगातार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना कर रही है। कांग्रेस का सवाल है कि आखिर नाम बदलने की जरूरत क्या थी। इन सबके बीच कांग्रेस के दिग्गज नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने बड़ा बयान दिया है। न्यूज़ एजेंसी एएनआई के मुताबिक दिग्विजय सिंह ने कहा कि मुझे आश्चर्य नहीं हुआ क्योंकि सरदार पटेल स्टेडियम का नाम बदलकर नरेंद्र मोदी स्टेडियम किया गया था तो हमें तो उम्मीद थी कि वे इसका नाम भी नरेंद्र मोदी के नाम से करेंगे।
वही मेजर ध्यानचंद के बेटे और पूर्व हॉकी खिलाड़ी अशोक ध्यानचंद ने कहा कि राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार का नाम बदलकर मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार करने के लिए मैं सरकार, प्रधानमंत्री और खेल मंत्रालय का धन्यवाद करता हूं। आपको बता दें कि भारत के सर्वोच्च खेल सम्मान खेल रत्न पुरस्कार का नाम अब राजीव गांधी खेल रत्न नहीं बल्कि मेजर ध्यानचंद खेल रत्न होगा। भारतीय हॉकी टीमों के तोक्यो ओलंपिक में शानदार प्रदर्शन के बाद इस सम्मान का नाम महान हॉकी खिलाड़ी के नाम पर रखने का फैसला लिया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह घोषणा करते हुए कहा कि उन्हें देश से भी नागरिकों के अनुरोध मिल रहे हैं कि खेल रत्न पुरस्कार का नाम मेजर ध्यानचंद के नाम पर रखा जाये।I am not surprised at all. I was even hoping that they would rename it (Rajiv Gandhi Khel Ratna award) after Narendra Modi, as they did with Sardar Patel stadium: Congress leader Digvijaya Singh pic.twitter.com/JW14wF5JEj
— ANI (@ANI) August 6, 2021
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