कूनो राष्ट्रीय उद्यान में चीता नीरवा ने पांच शावकों को जन्म दिया: मुख्यमंत्री यादव

कूनो राष्ट्रीय उद्यान में दो साल पहले स्थानांतरित किए गए दक्षिण अफ्रीका के दो चीतों ‘प्रभाष’ और ‘पावक’ को पिछले दिनों तब नया ठिकाना मिला था, जब मुख्यमंत्री यादव ने उन्हें गांधी सागर अभयारण्य में छोड़ा था।
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने रविवार को बताया कि कूनो राष्ट्रीय उद्यान (केएनपी) में चीता नीरवा ने पांच शावकों को जन्म दिया है। इन पांच शावकों के जन्म के बाद प्रदेश के श्योपुर जिले में स्थित केएनपी में चीतों और शावकों की संख्या बढ़कर 29 हो गई है।
इस महीने की शुरुआत में दो चीतों को गांधी सागर अभयारण्य में स्थानांतरित किया गया था। इस प्रकार, मध्यप्रदेश में शावकों सहित चीतों की कुल संख्या 31 हो गई है। मुख्यमंत्री यादव ने रविवार रात सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर जारी एक पोस्ट में कहा, ‘‘कूनो में नए मेहमानों का स्वागत है...अत्यंत प्रसन्नता है कि कूनो राष्ट्रीय उद्यान में चीतों का कुनबा निरंतर बढ़ रहा है।’’
उन्होंने कहा कि हाल ही में पांच साल की नीरवा ने पांच शावकों को जन्म दिया है और इन नन्हे शावकों का आगमन चीता परियोजना की सफलता और भारत की समृद्ध जैव-विविधता का प्रतीक है।
यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में वन्य-प्राणी संरक्षण के लिए जो अनुकूल वातावरण बना है, वह समृद्ध हो रहा है। उन्होंने कहा कि इस ऐतिहासिक उपलब्धि के लिए कूनो राष्ट्रीय उद्यान की पूरी टीम, वन्यजीव विशेषज्ञ और संरक्षण में लगे हर मेहनती साथी को हार्दिक बधाई।
कूनो राष्ट्रीय उद्यान में दो साल पहले स्थानांतरित किए गए दक्षिण अफ्रीका के दो चीतों ‘प्रभाष’ और ‘पावक’ को पिछले दिनों तब नया ठिकाना मिला था, जब मुख्यमंत्री यादव ने उन्हें गांधी सागर अभयारण्य में छोड़ा था।
मूल रूप से फरवरी 2023 में दक्षिण अफ्रीका के वाटरबर्ग बायोस्फीयर रिजर्व से कूनो राष्ट्रीय उद्यान में लाए गए ये छह वर्षीय नर चीते सड़क मार्ग के जरिए गांधी सागर अभयारण्य लाए गए थे। यह अभयारण्य नीमच और मंदसौर जिलों में फैला हुआ है।
सत्रह सितंबर, 2022 को कूनो राष्ट्रीय उद्यान में नामीबिया से लाए गए आठ चीते छोड़े गए थे, जिनमें पांच मादा और तीन नर शामिल थे। फरवरी 2023 में, बारह और चीतों को दक्षिण अफ्रीका से कूनो में स्थानांतरित किया गया था।
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