सीबीआई ने ग्रामीण डाक सेवक भर्ती धोखाधड़ी मामले में ओडिशा में छापेमारी की

CBI raid
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एजेंसी अब घोटाले में शामिल शेष अभ्यर्थियों का पता लगाने पर ध्यान केंद्रित कर रही है, साथ ही अंकतालिकाओं और प्रमाण पत्रों की जालसाजी के सरगनाओं का पता लगा रही है, ताकि धोखाधड़ी का पूरी तरह खुलासा किया जा सके।

केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने 2023 में ग्रामीण डाक सेवक (जीडीएस) भर्ती में कथित अनियमितताओं के सिलसिले में ओडिशा के पांच जिलों में 12 स्थानों पर व्यापक छापेमारी की। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी।

उन्होंने बताया कि आरोप है कि परीक्षा देने वाले अभ्यर्थियों ने 2023 की भर्ती प्रक्रिया के दौरान नौकरी पाने के लिए ‘मैट्रिकुलेशन’ के फर्जीप्रमाण पत्र जमा किए थे। ओडिशा सर्किल, भुवनेश्वर के मुख्य पोस्टमास्टर जनरल ने मामला सीबीआई को भेज दिया था।

सीबीआई प्रवक्ता ने एक बयान में कहा, “सीबीआई ने बिचौलियों और उत्तर प्रदेश बोर्ड तथा राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान (एनआईओएस) के जाली मैट्रिकुलेशन प्रमाण पत्र बनाने में संलिप्त लोगों समेत मामले में शामिल लोगों के परिसरों को निशाना बनाकर ओडिशा के भुवनेश्वर, कालाहांडी, बलांगीर, संबलपुर और केंदुझार जिलों में तलाशी अभियान चलाया।”

अधिकारियों ने बताया कि सीबीआई ने अपराध में इस्तेमाल कई दस्तावेज जब्त किए हैं, जिनमें धोखाधड़ी गतिविधियों की बात सामने आई है। सीबीआई ने पिछले साल 30 दिसंबर को भुवनेश्वर की विशेष सीबीआई अदालत में 58 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया था, जिनमें 55 अभ्यर्थी और तीन बिचौलिये शामिल थे।

एजेंसी अब घोटाले में शामिल शेष अभ्यर्थियों का पता लगाने पर ध्यान केंद्रित कर रही है, साथ ही अंकतालिकाओं और प्रमाण पत्रों की जालसाजी के सरगनाओं का पता लगा रही है, ताकि धोखाधड़ी का पूरी तरह खुलासा किया जा सके।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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