Punjab Cabinet Expansion: मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी का कैबिनेट विस्तार आज, दोआबा का दिख सकता है दबदबा
दोआबा जिसकी पंजाब में विधानसभा की 1/5 सीटें हैं, को चन्नी के मंत्रिमंडल में सीट के हिस्से के समान प्रतिनिधित्व मिलने की संभावना है। 2017 में जब कांग्रेस सत्ता में आई तो दो मंत्रियों को दोआबा से चुना गया, जिसमें अरोड़ा और कपूरथला विधानसभा क्षेत्र से तीन बार के विधायक राणा गुरजीत सिंह शामिल थे।
पंजाब के दोआबा क्षेत्र को आखिरकार पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी की नई टीम की सूची में तीन कैबिनेट उम्मीदवारों के साथ अपना हक मिलना तय है। पंजाब विधानसभा में दोआबा के 23 विधानसभा क्षेत्र में से कांग्रेस के 18 विधायक हैं लेकिन इतने बड़ा क्षेत्र होने के बाद भी इस जगह से केवल विधानसभा के अंदर होशियारपुर जिले के सुंदर शाम अरोड़ा एक ही केबिनेट मंत्री थे। अमरिंदर सिंह के मंत्रिमंडल में, दोआबा का प्रतिनिधित्व बहुत कम था-16 मंत्रियों में से 10 मालवा क्षेत्र से थे, पांच माझा क्षेत्र से और एक दोआबा से था। यहां तक कि पीपीसीसी प्रमुख नवजोत सिद्धू भी माझा से मंत्री थे, जिन्होंने बाद में इस्तीफा दे दिया था।
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दोआबा से बनाए जाएंगे तीन मंत्री?
दोआबा जिसकी पंजाब में विधानसभा की 1/5 सीटें हैं, को चन्नी के मंत्रिमंडल में सीट के हिस्से के समान प्रतिनिधित्व मिलने की संभावना है। 2017 में जब कांग्रेस सत्ता में आई तो दो मंत्रियों को दोआबा से चुना गया, जिसमें अरोड़ा और कपूरथला विधानसभा क्षेत्र से तीन बार के विधायक राणा गुरजीत सिंह शामिल थे। 2017 में, विधानसभा में दोआबा के 15 विधायक थे और फिर कांग्रेस ने 2018 और 2019 में यहां से दो और विधानसभा सीटें जीतीं, शाहकोट और फगवाड़ा विधानसभा क्षेत्रों में उपचुनाव और फिर भोलाथ से AAP के बागी विधायक सुखपाल सिंह काहिरा भी उनके साथ शामिल हो गए। जालंधर, कपूरथला, होशियारपुर और नवांशहर सहित चार जिलों वाले दोआबा से विधानसभा में कांग्रेस के विधायकों की संख्या 18 हो गई है। जालंधर से कांग्रेस के नौ सीटों में से छह विधायक हैं। कपूरथला में कांग्रेस के चारों विधायक। नवांशहर में तीन सीटों में से दो कांग्रेस विधायक हैं, और होशियारपुर में इसके सात क्षेत्रों में से छह कांग्रेस विधायक हैं।
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पंजाब मंत्रिमंडल में सात नए चेहरे के शामिल होने की संभावना
पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी नीत मंत्रिमंडल में सात नए चेहरों को शामिल किए जाने जबकि पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह नीत सरकार में शामिल रहे पांच मंत्रियों को बाहर का रास्ता दिखाये जाने की संभावना है। सूत्रों ने शनिवार को यह जानकारी दी। नए मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने वाले मंत्रियों की अंतिम सूची तैयार होने के बाद मुख्यमंत्री चन्नी ने शनिवार दोपहर करीब 12 बजकर 30 मिनट पर राजभवन में राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित से मुलाकात की। राज्यपाल से मिलने के बाद चन्नी ने संवाददाताओं को बताया कि रविवार शाम साढ़े चार बजे नए मंत्रियों के लिए शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन होगा। दिल्ली से लौटने के कुछ घंटे बाद ही चन्नी ने राज्यपाल से मुलाकात की। दिल्ली में उन्होंने नए मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने वाले चेहरों को लेकर पार्टी के आलाकमान के साथ अंतिम चरण की चर्चा की। सूत्रों के अनुसार परगट सिंह, राजकुमार वेरका, गुरकीरत सिंह कोटली, संगत सिंह गिलजियान, अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग, कुलजीत नागरा और राणा गुरजीत सिंह मंत्रिमंडल में शामिल किये जा सकते हैं। समझा जाता है कि पार्टी ने अमरिंदर सिंह सरकार में मंत्री रहे विजय इंदर सिंगला, मनप्रीत सिंह बादल, ब्रह्म मोहिंदरा, सुखबीर सिंह सरकारिया, तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा, अरुणु चौधरी, रजिया सुल्तान और भारत भूषण आशु को मंत्रिमंडल में बनाए रखने का निर्णय लिया है।
नवजोत सिंह सिद्धू के करीबी होंगे शामिल
सूत्रों ने बताया कि हालांकि अमरिंदर सिंह नीत मंत्रिमंडल में मंत्री रहे पांच विधायकों --राणा गुरमीत सिंह सोढी, साधु सिंह धर्मसोत, बलबीर सिंह सिद्धू, गुरप्रीत सिंह कांगड़ और सुंदर शाम अरोड़ा का मंत्रिमंडल से पत्ता कट सकता है। राष्ट्रीय राजधानी में कांग्रेस नेता राहुल गांधी और पार्टी के अन्य वरिष्ठ सदस्यों के साथ बैठक के बाद चन्नी नीत मंत्रिमंडल के नामों पर सहमति बनी। मंत्रिमंडल विस्तार पर चर्चा करने के लिए चन्नी को कांग्रेस आलाकमान ने शुक्रवार को दिल्ली तलब किया था। जालंधर कैंट के विधायक परगट सिंह प्रदेश कांग्रेस महासचिव हैं और उन्हें प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू का करीबी समझा जाता है। अमृतसर पश्चिम के विधायक राजकुमार वेरका अनुसूचित जाति से आते हैं जबकि गुरकिरत सिंह कोटली खन्ना से विधायक हैं एवं पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह के पोते हैं। होशियारपुर के उरमार के विधायक संगत सिंह गिलजियान अन्य पिछड़ा वर्ग से आते हैं एवं फिलहाल वह प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष हैं। मुख्यमंत्री चन्नी और दो उप मुख्यमंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा और ओपी सोनी समेत कुल 18 विधायकों को मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है।
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