ज्वालामुखी में अशिवन नवरात्र मेला के दौरान लंगर भंडारे पर प्रतिबंध, कोविड प्रोटोकाल में होंगे दर्शन
मंदिर न्यास की बैठक एसडीएम ज्वालामुखी धनबीर ठाकुर की अध्यक्षता में संपन्न हुई। उन्होंने बताया कि ज्वालामुखी विश्वप्रसिद्ध धार्मिक स्थल है, तथा देश-विदेश के श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र होने के कारण यहां नवरात्र मेलों में श्रद्धालू बड़ी संख्या में आते हैं। उन्होंने कहा कि इस वर्ष भी कोरोना का संकट हमारे बीच से गया नहीं है। इस गंभीरता को ध्यान में रखते हुए इन मेलों का आयोजन भी सरकार द्वारा निर्धारित मानक संचालन प्रक्रिया के तहत किया जाएगा।
ज्वालामुखी। सुप्रसिद्ध शक्तिपीठ ज्वालामुखी मंदिर में 07 अक्तूबर से 16 अक्तूबर, 2021 तक अश्विन नवरात्र मेलों का आयोजन किया जा रहा है। मेले के दौरान कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने तथा श्रद्धालुओं की सुरक्षा के दृष्टिगत प्रशासन ने नगर परिषद ज्वालामुखी की परिधि में हथियार, गोलाबारूद तथा विस्फोटक सामग्री साथ रखने एवं उपयोग पर प्रतिबंध लगाया है। नवरात्र मेला के दौरान छः अक्तूबर से 17 अक्तूबर, 2021 तक यह प्रतिबंध लागू रहेगा।
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यहां आश्विन नवरात्र मेला की तैयारियों को लेकर आयोजित मंदिर न्यास की बैठक एसडीएम ज्वालामुखी धनबीर ठाकुर की अध्यक्षता में संपन्न हुई। उन्होंने बताया कि ज्वालामुखी विश्वप्रसिद्ध धार्मिक स्थल है, तथा देश-विदेश के श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र होने के कारण यहां नवरात्र मेलों में श्रद्धालू बड़ी संख्या में आते हैं। उन्होंने कहा कि इस वर्ष भी कोरोना का संकट हमारे बीच से गया नहीं है। इस गंभीरता को ध्यान में रखते हुए इन मेलों का आयोजन भी सरकार द्वारा निर्धारित मानक संचालन प्रक्रिया के तहत किया जाएगा।
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ठाकुर ने कहा प्रशासन द्वारा कोरोना मानकों को ध्यान में रखते हुए हर संभव व्यवस्था उपलब्ध करवाई जाएगी। उन्होंने कहा कि संक्रमण को रोकने के लिए भंडारे और लंगर पूर्ण रूप से बंद रहेंगे। उन्होंने कहा कि इस दौरान सभी विभाग एवं आने वाले श्रद्धालू शारीरिक दूरी, मास्क, सफाई एवं सवच्छता का विशेष ध्यान रखें और किसी भी प्रकार की लापरवाही ना करें।
उन्होंने मेलों के दौरान साफ-सफाई की बेहतर व्यवस्था एवं स्वच्छ पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित बनाने तथा मेलों के दौरान सभी स्थानों पर जरूरी सुविधा उपलब्ध करवाने के सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिये। उन्होंने जल शक्त विभाग के अधिकारियों को पेयजल स्त्रोतों की साफ सफाई सुनिश्चित करने तथा सभी स्त्रोतों की क्लोरीफिकेशन के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि पुलिस, स्वास्थ्य, लोक निर्माण, जल शक्ति, परिवहन, विद्युत, इत्यादि सम्बन्धित विभाग श्रद्धालुओं को हर सम्भव सहायता एवं सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए तत्पर रहें। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को मेले के दौरान मंदिर परिसर में सभी आवश्यक औषधियों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि मंदिर रोड़ पर ढ़ोल-नगाड़े और भिक्षा देने पर पूर्ण प्रतिबन्ध रहेगा। धनबीर ठाकुर ने कहा कि व्यवस्थाओं को सुव्यवस्थित करना उनकी प्राथमिकता रहेगी।
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उन्होंने स्थानीय व बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं से आग्रह किया है कि वह नवरात्रों के दौरान स्थानीय प्रशासन, मंदिर समितियों व धार्मिक स्थलों के स्वयंसेवकों को व्यवस्था बनाये रखने में अपना सहयोग दें। उन्होंने कहा कि किसी भी दशा में वाहनों में क्षमता से अधिक लोगों को न भरा जाये। यातायात नियमों का कड़ाई से पालन करें ताकि दुर्धटनाओं तथा अनावश्यक जाम से बचा जा सके।
उन्होंने श्रद्धालुओं से अपने सामान तथा बच्चों को अकेले न छोडने का आग्रह करते हुए कहा कि किसी भी अनजान व्यक्ति पर भरोसा न करें तथा अपने खान-पान पर विशेष एतियात बरतें ताकि किसी भी प्रकार की अनहोनी से बचा जा सके। उन्होंने श्रद्धालुओं को सचेत करते हुए कहा कि वह अपनी यात्रा के दौरान किसी भी प्रकार की अफवाहों पर ध्यान न दें तथा किसी भी प्रकार की कठिनाई के समय स्थानीय प्रशासन को सूचित करें।
इस अवसर पर डीएसपी ज्वालामुखी चन्द्रपॉल सिंह, नायब तहसीलदार एवं मंदिर अधिकारी निर्मल सिंह, नगर परिषद् कार्यकारी अधिकारी हितेश कुमार, योगी तीर्थनाथ सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी, व्यापार मंडल के सदस्य, मंदिर प्रशासन व मंदिर न्यास सदस्य उपस्थित रहे।
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