चिकित्सा उपकरणों की आपूर्ति में गुणवत्ता पर ध्यान दिया जाये: हर्षवर्धन
मंत्रालय द्वारा जारी बयान के अनुसार डा हर्षवर्धन ने बैठक में कोरोना वायरस के संक्रमण के परीक्षण और सैम्पलिंग प्रक्रिया की भी समीक्षा की। उन्होंने आईसीएमआर, सीएसआईआर और अन्य संबद्ध एजेंसियों के बीच बेहतर तालमेल कायम करने की प्रभावी रणनीति की जरूरत पर भी बल दिया।
साथ ही उन्होंने कहा कि चिकित्सा सामग्री की गुणवत्ता का पूरा ध्यान रखा जाना चाहिये। मंत्रालय द्वारा जारी बयान के अनुसार डा हर्षवर्धन ने बैठक में कोरोना वायरस के संक्रमण के परीक्षण और सैम्पलिंग प्रक्रिया की भी समीक्षा की। उन्होंने आईसीएमआर, सीएसआईआर और अन्य संबद्ध एजेंसियों के बीच बेहतर तालमेल कायम करने की प्रभावी रणनीति की जरूरत पर भी बल दिया। उन्होंने वेंटिलेटर, परीक्षण किट, पीपीई स्वास्थ्य मंत्रालय और डीएसटी के बीच अंतर-विभागीय स्तर पर बेहतर तालमेल की सराहना की। उन्होंने यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि राज्यों में भी परीक्षण किट और अन्य जरूरी उपकरणों की आपूर्ति में कमी न हो। साथ ही पूर्वोत्तर राज्यों एवं लद्दाख और अन्य संघ शासित क्षेत्रों को अतिरिक्त सहायता देने का भी निर्देश दिया जहां परीक्षण की सुविधा या प्रयोगशाला नहीं है। स्वास्थ्य मंत्री ने पूरे देश में कोरोना वायरस के संकमण की परीक्षण सुविधाओं के बारे में आईसीएमआर द्वारा जारी दिशानिर्देशों के पालन की दैनिक समीक्षा भी करने को कहा जिससे परीक्षण की गुणवत्ता को बरकरार रखा जा सके।Myth Busters
— Dr Harsh Vardhan (@drharshvardhan) March 31, 2020
Being able to hold your breath for 10 seconds or more without coughing or feeling discomfort DOES NOT❌ mean you are free from the #coronavirus disease or any other lung disease❗️
Spread the word 👍 and bust this myth ‼️#Covid19India #IndiaFightsCorona #StayAtHome pic.twitter.com/AI1PDr8gI9
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बैठक में आईसीएमआर के महानिदेशक डा बलराम भार्गव ने बताया कि देश में इस समय 13 हजार परीक्षण प्रतिदिन की क्षमता के साथ सरकार की 129 प्रयोगशालायें कार्यरत हैं। इनमें एनएबीएल की मान्यताप्राप्त 49 प्रयोगशालायें भी शामिल हैं। उन्होंने बताया कि देश में निजी प्रयोगशालाओं द्वारा 16 हजार केन्द्रों से नमूने भी एकत्र किये जा रहे हैं। परीक्षण किट की पर्याप्त उपलब्धता की जानकारी देते हुये डा भार्गव ने कहा कि अब तक देश में कोरोना वायरस के संक्रमण के 38442 परीक्षण किये जा चुके हैं। इनमें से 1334 परीक्षण निजी प्रयोगशालाओं में किये गये। बैठक में मौजूद जैव प्रौद्योगिकी विभाग की सचिव डा रेणु स्वरूप ने बताया कि वेंटिलेटर और परीक्षण किट का देश में ही निर्माण कार्य तेज कर दिया गया है। उल्लेखनीय है कि देश में अब तक कोरोना वायरस के संक्रमण के 1250 से अधिक मामले आ चुके हैं और 32 लोगों की मौत हो गयी है।
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