अशाक गहलोत बोले, राजस्थान को केंद्र सरकार की मदद की जरूरत

गहलोत के मुताबिक राज्य को एक सप्ताह के भीतर कुल 550 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की आवश्यकता होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि अत: केन्द्र सरकार से पुन: अनुरोध है कि आपात स्थिति के तौर पर राज्य को 201 मीट्रिक टन ऑक्सीजन आज ही आवंटित की जाए।
गहलोत के अनुसार राजस्थान में लगभग 1.70 लाख उपचाराधीन मरीज हैं। मानकों के अनुसार करीब 12 प्रतिशत मरीजों को ऑक्सीजन की आवश्यकता होती है, यानी राजस्थान में करीब 20,400 मरीजों को आज ऑक्सीजन की आवश्यकता है। उनके मुताबिक उपचाराधीन मरीजों की गणना के आधार पर आज राज्य को 466 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की आवश्यकता है लेकिन फिलहाल सिर्फ 265 मीट्रिक टन ऑक्सीजन ही मिल पा रही है और प्रदेश में करीब 201 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की कमी है। उन्होंने लिखा है कि राज्य में संक्रमित मामले देश के कुल संक्रमितों का पांच प्रतिशत है लेकिन ऑक्सीजन आवंटन सिर्फ 1.6 प्रतिशत है।हमारा प्रयास है कि केन्द्र और राज्य सरकारों मिलकर कोविड महामारी का मुकाबला करें। ऑक्सीजन और दवाइयों की कमी बेहद व्यथित करने वाली है। हम केन्द्र सरकार से बार-बार निवेदन कर रहे हैं कि अन्य राज्यों और विदेशों से मदद लेकर राजस्थान एवं अन्य राज्यों की भी सहायता करें।
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) April 30, 2021
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गहलोत के मुताबिक राज्य को एक सप्ताह के भीतर कुल 550 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की आवश्यकता होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि अत: केन्द्र सरकार से पुन: अनुरोध है कि आपात स्थिति के तौर पर राज्य को 201 मीट्रिक टन ऑक्सीजन आज ही आवंटित की जाए। उन्होंने कहा है कि हो सकता है कि केन्द्र सरकार ने बेहतर प्रबंधन की दृष्टि से ऑक्सीजन और दवाइयों का नियंत्रण अपने हाथ में लिया हो, लेकिन राज्य यदि एक दूसरे की मदद करना चाहते हैं तो भारत सरकार की देखरेख में उन्हें इसकी छूट दी जाए। गहलोत के कहा,‘‘हम पुन: केन्द्र से निवेदन करते हैं कि राजस्थान की सहायता करें। राजस्थान को केन्द्र सरकार की मदद की दरकार है।
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