'कांग्रेस का राम विरोधी चेहरा सामने आया', Smriti Irani बोलीं- INDI एलायंस ने बार-बार सनातन धर्म का किया अपमान

smriti irani
ANI
अंकित सिंह । Jan 10 2024 6:19PM

बीजेपी प्रवक्ता नलिन कोहली ने कहा कि इसमें कोई आश्चर्य नहीं होना चाहिए। पिछले कुछ दशकों में कांग्रेस पार्टी ने वास्तव में यह देखने के लिए कोई कदम नहीं उठाया कि अयोध्या में एक मंदिर होना चाहिए।

कांग्रेस ने बुधवार को कहा कि सोनिया गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे और अधीर रंजन चौधरी 22 जनवरी को राम मंदिर कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगे। पार्टी ने एक बयान जारी कर राम मंदिर कार्यक्रम के मुद्दे पर कांग्रेस के रुख की अटकलों को समाप्त कर दिया। कांग्रेस ने कहा कि अभिषेक कार्यक्रम "स्पष्ट रूप से" आरएसएस/भाजपा का कार्यक्रम बन गया है। हालांकि, इसको लेकर बाजपा की ओर से कांग्रेस पर चौतरफा वार किया जा रहा है। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने भी इसको लेकर कांग्रेस और गांधी परिवार पर निशाना साधा है। 

इसे भी पढ़ें: कांग्रेस ने राम मंदिर का निमंत्रण ठुकराया तो बोले हरदीप पुरी, बयानबाजी में फंसे हुए हैं, पछतावा होगा

स्मृति ईरानी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी का भगवान राम विरोधी चेहरा देश के सामने है। यह कोई आश्चर्य की बात नहीं है कि सोनिया गांधी के नेतृत्व में, जिस पार्टी ने अदालत के समक्ष हलफनामा दायर किया था कि भगवान राम एक काल्पनिक चरित्र हैं, उसके नेतृत्व ने राम मंदिर के 'प्राणप्रतिष्ठा' के निमंत्रण को अस्वीकार कर दिया। उन्होंने आगे कहा कि सोनिया गांधी और कांग्रेस के नेतृत्व में INDI एलायंस ने बार-बार सनातन धर्म का अपमान किया है। अब, INDI गठबंधन के नेताओं द्वारा 'प्राणप्रतिष्ठा' के निमंत्रण को अस्वीकार करना उनकी सनातन विरोधी मानसिकता को दर्शाता है। 

अनुराग ठाकुर ने कहा कि ये वही कांग्रेस है जिसने भगवान राम को काल्पनिक बताया था...आज जब कांग्रेस ने प्राण प्रतिष्ठा समारोह का बहिष्कार किया है तो साफ देखा जा सकता है कि आने वाले भविष्य में भारत की जनता भी इनका बहिष्कार करेगी। 

बीजेपी प्रवक्ता नलिन कोहली ने कहा कि इसमें कोई आश्चर्य नहीं होना चाहिए। पिछले कुछ दशकों में कांग्रेस पार्टी ने वास्तव में यह देखने के लिए कोई कदम नहीं उठाया कि अयोध्या में एक मंदिर होना चाहिए। दरअसल, कांग्रेस-यूपीए सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दाखिल कर भगवान राम के अस्तित्व को नकार दिया था। वे अदालत में खड़े थे और कभी भी शीघ्र सुनवाई नहीं चाहते थे। अब जब वहां एक मंदिर बन गया है, तो वे जो कह रहे हैं कि वे वहां नहीं होंगे, यह उसी का हिस्सा है जो उनका हमेशा से मानना ​​रहा है - कि वे वहां मंदिर नहीं चाहते थे और यह कह रहे हैं कि यह एक घटना है। 

इसे भी पढ़ें: Ram Mandir उद्घाटन कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगे खड़गे और सोनिया गांधी, कांग्रेस ने कहा- मंदिर का राजनीतिकरण हो रहा है

भाजपा नेता ने साफ तौर पर कहा कि बीजेपी या आरएसएस तो एक बहाना है। वास्तव में, यह कांग्रेस पार्टी की अपनी सोच से मेल नहीं खाता है, अन्यथा, वे भगवान राम के प्रति स्नेह के कारण वहां होते और अयोध्या में होते और दुनिया भर में और भारत में लाखों भारतीयों के उत्साह को साझा करते। 

We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़