पद से हटाए जाने के बाद आकाश आनंद ने दिया पहले रिएक्शन, मायावती के निर्देश को लेकर दिया बड़ा बयान
पद से हटाए जाने के बाद पहली बार आकाश आनंद ने कोई बयान जारी किया है। मायावती के आदेश को सर्वोपरि बताते हुए उन्होंने इस आदेश को स्वीकार किया है। सिर्फ यही नहीं आकाश आनंद ने मायावती को सर्वमान्य नेता कहा है। इस संबंध में आकाश आनंद ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक पर ट्वीट भी किया।
बहुजन समाज पार्टी के नेशनल कोऑर्डिनेटर बहुजन समाज पार्टी के नेशनल कोऑर्डिनेटर और उत्तराधिकारी के पद से हटाए जाने के बाद आकाश आनंद का बयान सामने आया है। पद से हटाए जाने के बाद पहली बार आकाश आनंद ने कोई बयान जारी किया है। मायावती के आदेश को सर्वोपरि बताते हुए उन्होंने इस आदेश को स्वीकार किया है। सिर्फ यही नहीं आकाश आनंद ने मायावती को सर्वमान्य नेता कहा है। इस संबंध में आकाश आनंद ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक पर ट्वीट भी किया।
बता दें कि हाल ही में यानी 7 में को बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने बड़ा एक्शन लिया था जिसके तहत उन्होंने अपने भतीजे आकाश आनंद को पार्टी के नेशनल कोऑर्डिनेटर और अपने उत्तराधिकारी के पद से हटाया था। उसकी जानकारी मायावती ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर दी थी। एक पोस्ट में मायावती ने लिखा था कि आंदोलन के हित को ध्यान में रखते हुए और परिपक्वता आने तक आकाश आनंद को दोनों जिम्मेदारियां से अलग रखा जाएगा।आदरणीय बहन @mayawati जी, आप पूरे बहुजन समाज के लिए एक आदर्श हैं, करोड़ों देशवासी आपको पूजते हैं। आपके संघर्षों की वजह से ही आज हमारे समाज को एक ऐसी राजनैतिक ताक़त मिली है जिसके बूते बहुजन समाज आज सम्मान से जीना सीख पाया है।
— Akash Anand (@AnandAkash_BSP) May 9, 2024
आप हमारी सर्वमान्य नेता हैं। आपका आदेश सिर माथे पे।…
मायावती ने अपने पोस्ट में कहा था कि बीएसपी एक पार्टी के साथ ही बाबा साहेब डा भीमराव अम्बेडकर के आत्म-सम्मान व स्वाभिमान तथा सामाजिक परिवर्तन का भी मूवमेन्ट है जिसके लिए मान्य. श्री कांशीराम जी व मैंने खुद भी अपनी पूरी ज़िन्दगी समर्पित की है और इसे गति देने के लिए नई पीढ़ी को भी तैयार किया जा रहा है। अगले पोस्ट में उन्होंने लिखा था कि इसी क्रम में पार्टी में, अन्य लोगों को आगे बढ़ाने के साथ ही, श्री आकाश आनन्द को नेशनल कोओर्डिनेटर व अपना उत्तराधिकारी घोषित किया, किन्तु पार्टी व मूवमेन्ट के व्यापक हित में पूर्ण परिपक्वता (maturity) आने तक अभी उन्हें इन दोनों अहम जिम्मेदारियों से अलग किया जा रहा है। जबकि इनके पिता श्री आनन्द कुमार पार्टी व मूवमेन्ट में अपनी जिम्मेदारी पहले की तरह ही निभाते रहेेंगेे। अतः बीएसपी का नेतृत्व पार्टी व मूवमेन्ट के हित में एवं बाबा साहेब डा. अम्बेडकर के कारवाँ को आगे बढ़ाने में हर प्रकार का त्याग व कुर्बानी देने से पीछे नहीं हटने वाला है।
अन्य न्यूज़