अबू सलेम, क्रिश्चियन मिशेल, छोटा राजन और राणा का प्रत्यर्पण सफल, माल्या-नीरव मोदी का इंतजार

राणा को भारत प्रत्यर्पित किया गया है, क्योंकि अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीशों द्वारा उनके आवेदन को खारिज किए जाने के बाद प्रत्यर्पण से बचने का उनका आखिरी प्रयास विफल हो गया था।
26/11 मुंबई आतंकी हमलों के आरोपी तहव्वुर हुसैन राणा को भारत प्रत्यर्पित कर दिया गया है और उसे तिहाड़ जेल के उच्च सुरक्षा वाले वार्ड में रखा जा सकता है। 64 वर्षीय राणा पाकिस्तान में जन्मे कनाडाई नागरिक हैं और 2008 के मुंबई आतंकी हमलों के मुख्य साजिशकर्ताओं में से एक डेविड कोलमैन हेडली उर्फ दाऊद गिलानी के करीबी सहयोगी हैं। वह एक अमेरिकी नागरिक हैं। राणा को भारत प्रत्यर्पित किया गया है, क्योंकि अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीशों द्वारा उनके आवेदन को खारिज किए जाने के बाद प्रत्यर्पण से बचने का उनका आखिरी प्रयास विफल हो गया था।
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अबू सलेम
2005 में भारत ने अंडरवर्ल्ड डॉन अबू सलेम को पुर्तगाल से प्रत्यर्पित कराया था। प्रत्यर्पण के वक्त भारत ने पुर्तगाल को अंडरटेकिंग दी थी कि सलेम को फांसी या 25 साल से ज्यादा जेल नहीं दी जाएगी। सुप्रीम कोर्ट को 2022 में सरकार ने बताया कि वह इस वादे से बंधी है, इसलिए सलेम को उम्रकैद भी 25 साल तक ही मानी जाएगी।
रवि पुजारी
दक्षिण अफ्रीका में गिरफ्तार किए गए पुजारी को 2020 में सेनेगल से भारत लाया गया था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अंडरवर्ल्ड डॉन रवि पुजारी 200 से ज्यादा मामलों में वांछित था।
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क्रिश्चियन मिशेल
अगस्ता वेस्टलैंड वीवीआईपी हेलिकॉप्टर घोटाले में मिशेल मुख्य बिचौलिया था। उसे 2018 में यूएई से प्रत्यर्पित किया गया था। उसके प्रत्यर्पण को रक्षा सौदों में भ्रष्टाचार के मामलों से निपटने में भारत की बड़ी उपलब्धि के रूप में देखा गया।
छोटा राजन
दाऊद इब्राहिम के सबसे बड़े सहयोगी छोटा राजन को इंडोनेशिया से प्रत्यर्पित किया गया। भारत में उसके प्रत्यर्पण को डी-कंपनी के वैश्विक नेटवर्क को तोड़ने में देश की बड़ी उपलब्धि के रूप में देखा जाता है।
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