शाह की शह पर किया गया अभिषेक और तृणमूल कार्यकर्ताओं पर हमला : ममता बनर्जी
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को आरोप लगाया कि उनके भतीजे एवं तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के महासचिव अभिषेक बनर्जी तथा पार्टी कार्यकर्ताओं पर त्रिपुरा में हाल में किए गए हमलों के लिए केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह जिम्मेदार हैं।
कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को आरोप लगाया कि उनके भतीजे एवं तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के महासचिव अभिषेक बनर्जी तथा पार्टी कार्यकर्ताओं पर त्रिपुरा में हाल में किए गए हमलों के लिए केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह जिम्मेदार हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि वह ऐसी हरकतों के आगे घुटने नहीं टेकेंगी। पश्चिम बंगाल भाजपा ने आरोप को निराधार बताते हुए कहा कि ममता के तर्क के अनुसार, उन्हें राज्य में चुनाव के बाद की हिंसा और भगवा पार्टी के कार्यकर्ताओं की हत्याओं के लिए कसूरवार ठहराया जाना चाहिए।
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अभिषेक बनर्जी और तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं पर भाजपा शासित त्रिपुरा में अलग-अलग स्थानों पर हुए हमले के कुछ दिन बाद ममता ने यह बयान दिया है। त्रिपुरा में 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले, पार्टी राज्य में अपनी पकड़ मजबूत करने की कोशिश में लगी है। सरकारी अस्पताल एसएसकेएम में घायल तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं से मिलने के बाद उन्होंने कहा, ‘‘ त्रिपुरा, असम, उत्तर प्रदेश और जहां भी भाजपा सत्ता में है, वहां वह अराजक शासन कर रही है। हम अभिषेक और हमारे पार्टी कार्यकर्ताओं पर हुए हमले की निंदा करते हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ केन्द्रीय गृह मंत्री की शह के बिना ऐसे हमलों को अंजाम नहीं दिया जा सकता। इन हमलों के पीछे उन्हीं का हाथ है, जिन्हें त्रिपुरा पुलिस की मौजूदगी में अंजाम दिया गया और वह मूकदर्शक बनी बनी हुई थी।
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त्रिपुरा के मुख्यमंत्री में ऐसे हमलों के निर्देश देने की हिम्मत नहीं है।’’ त्रिपुरा के धलाई जिले के अंबासा में शनिवार को कथित तौर पर भाजपा कार्यकर्ताओं के हमले में टीएमसी के दो नेता घायल हो गए। हमले का जिक्र करते हुए, ममता ने कहा, हमारे युवा नेताओं देबांग्शु भट्टाचार्य, जया दत्ता और सुदीप राहा को ले जा रही कार पर पथराव किया गया। वाहन की विंडशील्ड को तोड़ा गया और यहां तक कि गोलियां भी चलाई गईं और यह सबकुछ पुलिस के सामने हुआ।” मुख्यमंत्री ने कहा, “राहा के सिर पर गंभीर चोट आई है, जबकि छर्रे की वजह से दत्ता का चेहरा सूज गया है। फिर भी, 36 घंटे तक उनका इलाज नहीं किया गया। उन्हें पीने के लिए पानी तक नहीं दिया गया। त्रिपुरा में बर्बर शासन ने उनके साथ अमानवीय व्यवहार किया है।” टीएमसी प्रमुख ने आरोप लगाया कि केंद्र के इशारे पर, त्रिपुरा में भाजपा सरकार ने टीएमसी नेताओं को उड़ान की टिकट बुक करने से रोकने की साजिश रची।
ममता ने कहा, “टीएमसी नेताओं को उड़ान टिकट बुक करने, या विमान और हेलीकॉप्टर किराए पर लेने की अनुमति नहीं देने के स्पष्ट निर्देश थे। विमान में अभिषेक की सीट के करीब पांच सीटें गुंडों के लिए बुक की गई थीं। उनकी जान को खतरा है।” मुख्यमंत्री ने कहा, “अभिषेक के काफिले पर दो अगस्त को त्रिपुरा दौरे के दौरान हमला किया गया था। अगर उनकी कार बुलेट प्रूफ नहीं होती तो उनकी खोपड़ी की हड्डी टूट जाती। कौन जाने उसके बाद क्या होता?” उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा ने पहले टीएमसी प्रतिनिधिमंडलों को असम में एनआरसी प्रभावित लोगों से और उत्तर प्रदेश के हाथरस में बलात्कार पीड़िता के परिवार से मिलने से रोका था। ममता ने कहा, “भाजपा नेता पश्चिम बंगाल की यात्रा के दौरान लोकतंत्र की बात करते हैं, लेकिन उन राज्यों में अपना असली रंग दिखाते हैं जहां वे शासन करते हैं।”
ममता ने जोर देकर कहा कि पश्चिम बंगाल और त्रिपुरा के लोगों के बीच मजबूत संबंध हैं और भाजपा टीएमसी को पूर्वोत्तर राज्य के लोगों तक पहुंचने से नहीं रोक सकती। बनर्जी के आरोप पर प्रतिक्रिया देते हुए, राज्य भाजपा महासचिव सायंतन बसु ने कहा, केंद्रीय गृह मंत्री के खिलाफ आरोप निराधार हैं। उनके तर्क के अनुसार, उन्हें पश्चिम बंगाल में चुनाव के बाद की हिंसा और भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्याओं के लिए जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए। हमारी मुख्यमंत्रीको राजनीतिक हिंसा के बारे में बात करने वाला अंतिम शख्स होना चाहिए।
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