आगरा की 9 विधानसभा सीटें, जनता ने कमल भी खिलाया, हाथी की सवारी भी की

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अभिनय आकाश । Dec 20 2021 7:06PM

साल 2017 के विधानसभा चुनाव में पहली बार आगरा की सभी सभी 9 सीटों पर भगवा झंडा लहराया था। फतेहपुर सीकरी, खैरागढ़, फतेहाबाद, बाह, आगरा उत्‍तर, आगरा ग्रीमण, आगरा साउथ, एत्‍मादपुर और आगरा छावनी में 2017 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने प्रचंड जीत दर्ज की।

उत्तर प्रदेश के आगरा जिले में नौ विधानसभा सीटें आती हैं। दलितों की संख्या इस क्षेत्र में अधिक होने की वजह से इसे दलितों की राजधानी भी कहा जाता है। आगरा जिले में 6 तहसीलें हैं। इनमें एत्मादपुर, आगरा, किरौली, खैरागढ़, फतेहाबाद और बाह शामिल हैं। यहां दो लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र हैं। इनमें फतेहपुर सीकरी और आगरा शामिल है। साल 2017 के विधानसभा चुनाव में पहली बार आगरा की सभी सभी 9 सीटों पर भगवा झंडा लहराया था। फतेहपुर सीकरी, खैरागढ़, फतेहाबाद, बाह, आगरा उत्‍तर, आगरा ग्रीमण, आगरा साउथ, एत्‍मादपुर और आगरा छावनी में 2017 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने प्रचंड जीत दर्ज की। आजादी के बाद पहली बार किसी पार्टी ने आगरा में विधानसभ चुनावों में इतनी बड़ी रिकॉर्ड जीत दर्ज करने का कारनामा अपने नाम दर्ज किया।  

आगरा ग्रामीण

उत्तर प्रदेश की आगरा ग्रामीण विधानसभा एक सुरक्षित सीट है जो पहले दयालबाग विधानसभा के नाम से जाना जाता था। 2008 में हुए परिसीमन के बाद इसे आगरा ग्रामीण नाम दिया गया। आगरा ग्रामीण (पहले दयालबाग) सीट उन चुनिंदा सीटों में से एक है, जिन पर कांग्रेस पार्टी को आज तक जीत नहीं नसीब हुई है। 1974 से ही यहां गैर-कांग्रेसी दल जीतते आ रहे हैं। एक समय इस सीट को पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह का गढ़ माना जाता था। 2012 के विधानसभा चुनाव में इस सीट से बीएसपी के कालीचरण सुमन जीते थे। 2017 के चुनाव में सपा से बीजेपी में आईं हेमलता दिवाकर ने बीजेपी की जीत सुनिश्तित की। 

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आगरा छावनी

आगरा छावनी सीट पर साल 1967 से 1985 तक कांग्रेस पार्टी का कब्जा रहा। 1989 के चुनाव में इस सीट पर बीजेपी का खाता खुला। बीजेपी की जीत का सिलसिला 1996 तक चला। साल 2002 के चुनाव में बसपा ने आगरा छावनी सीट पर अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई और उसका जीत का सिलसिला 2007 और 2012 के चुनाव में भी जारी रहा। 2017 के विधानसभा चुनाव में यहां कमल खिला।

आगरा उत्तर

आगरा उत्तर विधानसभा सीट उत्तर प्रदेश के आगरा जिले में आती है। 2017 में आगरा उत्तर में कुल 58.55 प्रतिशत वोट पड़े। 2017 में भारतीय जनता पार्टी से जगन प्रसाद गर्ग ने बहुजन समाज पार्टी के इंजीनियर ज्ञानेंद्र गौतम को 86320 वोटों के मार्जिन से हराया था। 1977 के चुनाव में कांग्रेस डॉ प्रकाश नारायण गुप्‍ता ने जीत दर्ज की थी। 1980 के चुनाव में इंदिरा कांग्रेस के ओकप्रकाश जिंदल की जीत हुई। 1985 में इस सीट पर बीजेपी ने पहली बार जीत दर्ज की और ये सिलसिला लगातार चलता रहा। सत्य प्रकाश विकल लगातार 1996 तक ये सीट अपने नाम करते रहे। 2002 में बीजेपी के ही जगन प्रसाद गर्ग की जीत हुई और तब से लेकर वर्तमान तक वो ही इस सीट से विधायक हैं।  

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आगरा दक्षिण विधानसभा सीट पर 2017 में आगरा दक्षिण में कुल 51.51 प्रतिशत वोट पड़े। 2017 में भारतीय जनता पार्टी से योगेंद्र उपाध्याय ने बहुजन समाज पार्टी के जुल्फिकार अहमद भुट्टो को 54225 वोटों के मार्जिन से हराया था। वहीं फतेहपुर सीकरी सीट पर भी भाजपा की ही जीत हुई थी। चौधरी उदयभान सिंह ने बसपा के सूरजपाल सिंह को पराजित किया था। खेरागढ़ विधानसभा सीट पर बीजेपी के महेश कुमार गोयल ने 93510 के साथ अपनी जीत सुनिश्चित की। वहीं बसपा के भगवान सिंह कुशवाहा 61511 वोटों के साथ दूसरे स्थाप पर रहे। इसके अलावा फेतहाबाद और एत्‍मादपुर सीट पर भी बीजेपी उम्मीदवार की जीत हुई थी। 

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