PTI संस्थापक बातचीत को तैयार, लेकिन...खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री ने इमरान खान को लेकर क्या दावा किया?

गंडापुर ने कहा कि बातचीत का लक्ष्य पाकिस्तान का राष्ट्रीय हित और स्थिरता होना चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार पीटीआई संस्थापक पर सैन्य अदालत में मुकदमा चलाने की संभावना पर विचार कर रही है और पाकिस्तान पर दबाव के जरिए शासन नहीं किया जा सकता।
खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री अली अमीन गंदापुर ने शुक्रवार को कहा कि पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के संस्थापक इमरान खान बातचीत करने के इच्छुक हैं, क्योंकि उनका एक गौरवशाली, स्वतंत्र राष्ट्र बनाने का सपना है। उन्होंने लाहौर हाई कोर्ट बार एसोसिएशन और लाहौर बार एसोसिएशन की संयुक्त आम सभा को संबोधित करते हुए यह टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि इमरान खान बातचीत के लिए इसलिए तैयार नहीं हैं क्योंकि उन्हें सत्ता या प्रधानमंत्री की कुर्सी चाहिए, बल्कि इसलिए क्योंकि वह एक गौरवशाली, स्वतंत्र राष्ट्र के निर्माण का सपना देखते हैं।
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गंडापुर ने कहा कि बातचीत का लक्ष्य पाकिस्तान का राष्ट्रीय हित और स्थिरता होना चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार पीटीआई संस्थापक पर सैन्य अदालत में मुकदमा चलाने की संभावना पर विचार कर रही है और पाकिस्तान पर दबाव के जरिए शासन नहीं किया जा सकता। उन्होंने दावा किया कि 2024 में होने वाले आम चुनावों में धांधली हुई है, जिससे साबित होता है कि पाकिस्तान को चुने हुए लोग नहीं, बल्कि चुने हुए लोग चला रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि इमरान खान किसी गलत काम की वजह से जेल में नहीं हैं, बल्कि इसलिए हैं क्योंकि वे मौजूदा व्यवस्था के लिए खतरा हैं।
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डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, गंदापुर ने कहा कि पाकिस्तान में लोगों पर चुनिंदा व्यक्तियों को थोपने के लिए बार-बार प्रयोग किए गए, जिसके परिणामस्वरूप पाकिस्तान 76 ट्रिलियन पाकिस्तानी रुपए (पीकेआर) के कर्ज में डूब गया है। पाकिस्तान की व्यवस्था की आलोचना करते हुए गंदापुर ने कहा आप चुनिंदा लोगों को चाहते हैं क्योंकि आप ही सरकार चलाना और उखाड़ फेंकना चाहते हैं। अगर आप ही जज, वकील और शिकायतकर्ता हैं, तो देश इस तरह कैसे चल सकता है?
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