वियतनाम के राष्ट्रपति ने भारत के साथ समुद्री संपर्क बढ़ाने पर जोर दिया
anurag@prabhasakshi.com । Feb 28 2018 3:50PM
वियतनाम के राष्ट्रपति त्रान दाई क्वांग ने दोनों देशों के बीच व्यापारिक संबंध मजबूत बनाने की जोरदार वकालत की है। इसके साथ ही उन्होंने दोनों देशों में समुद्री और हवाई संपर्क बढ़ाने पर भी जोर दिया है।
नयी दिल्ली। वियतनाम के राष्ट्रपति त्रान दाई क्वांग ने दोनों देशों के बीच व्यापारिक संबंध मजबूत बनाने की जोरदार वकालत की है। इसके साथ ही उन्होंने दोनों देशों में समुद्री और हवाई संपर्क बढ़ाने पर भी जोर दिया है। वियतनाम के राष्ट्रपति की यह वकालत ऐसे समय सामने आई है जब समूचे दक्षिण एशियाई क्षेत्र में चीन का दबदबा बढ़ रहा है। त्रान दो मार्च को भारत की तीन दिवसीय यात्रा पर यहां पहुंच रहे हैं। उनका मानना है कि भारत और वियतनाम क्रमश: दक्षिण एशिया और दक्षिण पूर्वी एशिया क्षेत्र में रणनीतिक रूप से बेहतर स्थिति में हैं। ऐसे में दोनों देशों के बीच विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने की व्यापक संभावनायें मौजूद हैं।
त्रान ने पीटीआई-भाषा के साथ एक साक्षात्कार में कहा, ‘दोनों देश समुद्री क्षेत्र में आर्थिक गतिविधियां बढ़ाने को लेकर भी बेहतर स्थिति में हैं। इस संबंध में हम सामुद्रिक रणनीतियां बनाने में आपसी अनुभव और सूचनाओं का आदान- प्रदान बढ़ा सकते हैं।’ वियतनाम के राष्ट्रपति का समुद्री क्षेत्र में संपर्क बढ़ाने का आह्वान इस संबंध में उल्लेखनीय है कि दक्षिण चीन सागर में चीन के बढ़ते प्रभाव को रोकने के लिये अमेरिका, जापान और कई अन्य देशों ने भारत-प्रशांत क्षेत्र में भारत की अहम् भूमिका को लेकर जोर दिया है।
वियतनामी नेता ने यह भी कहा कि दोनों देशों के बीच शीर्ष स्तर पर और निचले स्तर पर दोतरफा यात्राओं के चलते उच्चस्तरीय राजनीतिक विश्वास कायम हुआ है। दोनों देशों ने जो भी समझौते किये हैं उन पर उन्होंने प्रभावी तरीके से क्रियान्वयन किया है। खासतौर से दोनों देशों के बीच 2015- 2020 के बीच रक्षा सहयोग पर संयुक्त दृष्टि वक्तव्य को लेकर प्रभावी क्रियान्वयन किया गया है।
त्रान ने ई-मेल पर भेजे गये साक्षात्कार में कहा, ‘दोनों देशों के बीच 2020 तक 15 अरब डालर का द्विपक्षीय व्यापार लक्ष्य हासिल करने के लिये दोनों पक्षों को उन क्षेत्रों में निवेश बढ़ाने की जरूरत है जहां वियतनाम की मांग को पूरा करने के लिये भारत बेहतर स्थिति में है। विमानन और समुद्री क्षेत्र में संपर्क बेहतर बनाने की जरूरत है। द्विपक्षीय व्यापार बढ़ाने और अनुकूल परिस्थितियां बनाने के लिये व्यापार प्रतिबंधों को समाप्त करना होगा और इस दिशा में आगे काम करना चाहिये।’
वियतनाम के राष्ट्रपति द्वारा भारत के साथ विमानन और समुद्री क्षेत्र में संपर्क बढ़ाने पर जोर देना चीन को ज्यादा रास नहीं आयेगा। क्षेत्र में वियतनाम और कई अन्य देशों के साथ पहले ही चीन खींचतान की स्थिति में है। दक्षिण चीन सागर में अधिकार को लेकर चीन की ब्रुनेई और फिलिपींस सहित कई देशों के साथ तकरार चल रही है।
वियतनाम के राष्ट्रपति की यह यात्रा वियतनाम के प्रधानमंत्री न्गुयेन हुवां फुक की भारत यात्रा के एक माह बाद ही हो रही है। फुक भारत में गणतंत्र दिवस समारोह में शामिल मुख्य अतिथियों में थे। त्रान ने दोनों देशों के बीच रक्षा, सुरक्षा और व्यापार को प्रभावी रणनीतिक वाले क्षेत्रों में पहचान की है। उन्होंने मेक इन इंडिया, डिजिटल इंडिया और 100 स्मार्ट सिटीज जैसी भारत की पहलों और ज्ञान आधारित अर्थव्यवसथा के क्षेत्र में भारत की सफलता का भी जिक्र किया।
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