अमेरिका ने भारत को टीके की सिर्फ 75 लाख खुराक दी, जो पर्याप्त नहीं है: राजा कृष्णमूर्ति
राजा कृष्णमूर्ति ने सीनेटर जेफ मर्कले, एलिजाबेथ वारेन और भारतवंशी महिला सांसद प्रमिला जयपाल के साथ मिलकर नोविड अधिनियम पेश किया जिसके तहत महामारी के संदर्भ में वैश्विक स्वास्थ्य प्रतिक्रिया पर नजर रखने के लिए अमेरिका महामारी तैयारी और प्रतिक्रिया कार्यक्रम (पैनपीआरईपी) स्थापित करेगा।
वाशिंगटन। शीर्ष भारतवंशी अमेरिकी सांसद ने कहा है कि अमेरिका ने भारत को कोविड-19 रोधी टीके की सिर्फ 75 लाख खुराकें आवंटित की है जो पर्याप्त नहीं है। उन्होंने जो बाइडन प्रशासन से इस संबंध में और किए जाने का अनुरोध किया। सांसद राजा कृष्णमूर्ति ने भारत और अन्य देशों में अमेरिकी वैश्विक टीका सहायता कार्यक्रमों का विस्तार करने के अपने प्रयासों पर कांग्रेस के 116 सदस्यों का समर्थन हासिल करने के बाद यह बात कही। उनका यह बयान ऐसे वक्त आया है जब व्हाइट हाउस ने कहा कि अमेरिका कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में भारत के साथ साझेदारी जारी रखने को लेकर तत्पर है और टीके समेत अन्य सहायता मुहैया कराना चाहता है।
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कृष्णमूर्ति ने एक बयान में कहा, ‘‘मैं एक बार फिर राष्ट्रपति बाइडन और कांग्रेस में अपने सहयोगियों से आग्रह कर रहा हूं कि मानवता की भलाई की खातिर इस महामारी को समाप्त करने के लिए एक साथ आएं और नोविड अधिनियम को कानून में बदलें क्योंकि जब तक किसी भी देश में इसका प्रकोप जारी रहेगा, पूरी दुनिया को नए खतरे का सामना करना पड़ेगा।’’ उन्होंने कहा, ‘‘भारत का स्वतंत्रता दिवस करीब है, हमें इस महामारी को वास्तव में समाप्त करने के लिए आवश्यक अरबों टीकों के उत्पादन और वितरण के लिए जरूरी वैश्विक साझेदारी बनाकर कोविड से अपनी स्वतंत्रता की घोषणा करने की आवश्यकता है।’’ राजा कृष्णमूर्ति ने सीनेटर जेफ मर्कले, एलिजाबेथ वारेन और भारतवंशी महिला सांसद प्रमिला जयपाल के साथ मिलकर नोविड अधिनियम पेश किया जिसके तहत महामारी के संदर्भ में वैश्विक स्वास्थ्य प्रतिक्रिया पर नजर रखने के लिए अमेरिका महामारी तैयारी और प्रतिक्रिया कार्यक्रम (पैनपीआरईपी) स्थापित करेगा।
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