विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव से मिले एस जयशंकर, रूस-यूक्रेन के बीच संघर्ष पर दे दिया बड़ा बयान
एस जयशंकर ने रूसी विदेश मंत्री संग मुलाकात में रूस और यूक्रेन के युद्ध को लेकर भी अहम बयान दिया है। उन्होंने यूक्रेन-रूस के संघर्ष के समाधान के लिए शुरुआती दिन बताया है।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने गुरुवार को अपने रूसी समकक्ष सर्गेई लावरोव से मुलाकात की और द्विपक्षीय और वैश्विक हितों के मुद्दों पर चर्चा की। पांच देशों के समूह ब्रिक्स (ब्राजील-रूस-भारत-चीन-दक्षिण अफ्रीका) के एक सम्मेलन में भाग लेने के लिए यहां आए जयशंकर ने ब्रिक्स विदेश मंत्रियों की बैठक से इतर लावरोव के साथ बातचीत की। इस दौरान उन्होंने रूस और यूक्रेन के युद्ध को लेकर भी अहम बयान दिया है। उन्होंने यूक्रेन-रूस के संघर्ष के समाधान के लिए शुरुआती दिन बताया है।
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जयशंकर ने एक ट्वीट में कहा कि ब्रिक्स एफएमएम के मौके पर आज सुबह केप टाउन में रूस के एफएम सर्गेई लावरोव से मिलकर अच्छा लगा। हमारी चर्चा में द्विपक्षीय मामले, ब्रिक्स, जी20 और एससीओ शामिल हैं। भारत शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) और जी-20 शिखर सम्मेलन क्रमशः जुलाई और सितंबर में आयोजित करेगा। पिछले कुछ महीनों में भारत रूस से रियायती कच्चे तेल का प्रमुख आयातक बन गया है। इसके बावजूद पश्चिम में यूक्रेन पर रूसी आक्रमण के मद्देनजर खरीद को लेकर बेचैनी बढ़ रही है। रूस के साथ भारत के आर्थिक संबंध पिछले एक साल में बड़े पैमाने पर बढ़े हैं, जिसका मुख्य कारण रूस से रियायती तेल की खरीद है।
भारत ने अभी तक यूक्रेन पर रूसी आक्रमण की निंदा नहीं की है और वह बातचीत और कूटनीति के माध्यम से संघर्ष के समाधान पर जोर दे रहा है। जयशंकर ने कहा कि यूक्रेन और रूस के बीच संघर्ष के समाधान के लिए ये अभी भी शुरुआती दिन हैं। वर्तमान में अनाज, परमाणु मुद्दों और युद्ध के कैदियों के आदान-प्रदान से संबंधित मुद्दों पर ध्यान केंद्रित किया गया है। इससे पहले पिछले महीने ही गोवा में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने द्विपक्षीय वार्ता के लिए अपने रूसी समकक्ष सर्गेई लावरोव से मुलाकात की थी। मुलाकात के दौरान दोनों मंत्रियों के बीच कुछ हंसी-ठिठोली का माहौल देखा गया था।
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