ऋषि सुनक को देना पड़ेगा इस्तीफा? क्या भारतवंशी होने की चुकानी पड़ेगी कीमत
सुनक के खिलाफ बगावत का बिगुल फूंकने वालों में सबसे बड़ा नाम ब्रिटेन की पूर्व प्रधानमंत्री लिज ट्रस का है। दूसरी ब्रिटेन की पूर्व गृह मंत्री सुएला ब्रिवैरमैन हैं। जबकि तीसरे पूर्व मंत्री रॉबर्ट जैनरिक हैं।
ब्रिटेन के भारतवंशी प्रधानमंत्री ऋषि सुनक के खिलाफ बागी सुर तेज हो गए हैं। इसका बिगुल फूंकने वाले कोई और नहीं बल्कि उन्हीं की कंजर्वेटिव पार्टी के तीन बड़े नेता हैं। अवैध प्रवासियों और शर्णार्थियों के मुद्दे पर ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक अपनी ही पार्टी में घिरे नजर आ रहे हैं। इसकी वजह उनके भारतवंशी होने को बताई जा रही है। दावा ये किया जा रहा है कि उन्हीं की पार्टी के कुछ नेता सुनक के खिलाफ तख्तापलट की साजिश रच रहे हैं।
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सुनक के खिलाफ बगावत का बिगुल फूंकने वालों में सबसे बड़ा नाम ब्रिटेन की पूर्व प्रधानमंत्री लिज ट्रस का है। दूसरी ब्रिटेन की पूर्व गृह मंत्री सुएला ब्रिवैरमैन हैं। जबकि तीसरे पूर्व मंत्री रॉबर्ट जैनरिक हैं। इन्हीं तीन ने मिलकर अवैध प्रवासियों के मुद्दे पर ऋषि सुनक को घेर रखा है। दरअसल ये तीनों नेता घोर कट्टरपंथी हैं। जबकि सुनक उतने ही धार्मिक और जिसकी बानगी अक्सर देखने को मिलती है। पीएम बनने के बाद वो लंदन में मोरारी बापू की कथा में पहुंचे और ये बता दिया कि वो भले ही अंग्रेजों के देश के पीएम हैं। लेकिन दिल से सच्चे सनातनी हैं। इसके बाद वो जी20 समिट में शामिल होने के लिए भारत आए तब भी हिंदू धर्म में उनकी आस्था साफ साफ दिखाई दी। सुनक ने अपनी पत्नी के साथ अक्षरधाम मंदिर में पूजा की।
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दिवाली के मौके पर ऋषि सुनक ने अपने सरकारी आवास 10 डाउनिंग स्ट्रिट पर एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया। कहीं न कहीं ये बातें उनकी पार्टी के कुछ नेताओं को खटक रही हैं। लिज ट्रस के इस्तीफे के बाद ऋषि सुनक ऐसे वक्त में प्रधानमंत्री बने जब ब्रिटेन की इकोनॉमी क्रैश होने की कगार पर थी। लेकिन सुनक ने काफी हद तक इसे कंट्रोल करने की कोशिश की। वहीं सुएला ब्रेवरमैन को कुछ दिन पहले ही सुनक ने गृह मंत्री के पद से हटा दिया था।
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