उमर अब्दुल्ला ने कहा- जम्मू-कश्मीर में राजनीतिक अनिश्चितता खत्म करने के लिए चुनाव जरूरी
नेशनल कांफ्रेंस (नेकां) के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने शनिवार को आरोप लगाया कि लोग जम्मू-कश्मीर में केंद्र के प्रशासन से तंग आ चुके हैं। उन्होंने क्षेत्र में ‘राजनीतिक अनिश्चितता’ को खत्म करने के लिए जल्द विधानसभा चुनाव कराने का आह्वान किया।
नेशनल कांफ्रेंस (नेकां) के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने शनिवार को आरोप लगाया कि लोग जम्मू-कश्मीर में केंद्र के प्रशासन से तंग आ चुके हैं। उन्होंने क्षेत्र में ‘राजनीतिक अनिश्चितता’ को खत्म करने के लिए जल्द विधानसभा चुनाव कराने का आह्वान किया। उमर ने जम्मू में आयोजित एक सम्मेलन में पिछले साल जून में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ हुई बैठक का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘जमीन पर कोई बदलाव नहीं हुआ। हमें उम्मीद थी कि स्थिति में सुधार होगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
इसके बजाय, भ्रम बढ़ गया है। आठ साल से अधिक समय से विधानसभा चुनाव नहीं हुआ है।’’ उमर ने कहा कि केंद्र सरकार ने परिसीमन की कवायद पूरी होने के बाद विधानसभा चुनाव कराने का वादा किया था, लेकिन निर्वाचन आयोग द्वारा अपनी रिपोर्ट बहुत पहले सौंपे जाने के बाद भी चुनाव की तारीखों की घोषणा करना अभी बाकी है। अब्दुल्ला ने शनिवार को कहा कि उनकी पार्टी अनुच्छेद-370 की बहाली के लिए ‘‘लोकतांत्रिक, संवैधानिक और राजनीतिक रूप से’’ लड़ाई जारी रखेगी, जिसे केंद्र ने तीन साल पहले खत्म कर दिया था।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि उनका मानना है कि नेकां, जिसने पांच अगस्त 2019 को केंद्र द्वारा घोषित फैसले को चुनौती देते हुए उच्चतम न्यायालय में याचिका दायर की है, के पास एक मजबूत मामला है। उन्होंने कहा, “हम सड़कों पर नहीं उतरे हैं या जनता को गुमराह नहीं कर रहे हैं या अनुच्छेद-370 की बहाली के लिए कानून अपने हाथों में नहीं ले रहे हैं। हम लोकतांत्रिक, संवैधानिक और राजनीतिक रूप से अपनी लड़ाई जारी रखेंगे, जो हमारा अधिकार है।
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