Hezbollah- Hamas के समर्थन में सड़कों पर उतरे लाखों मुसलमान, बुरा फंस गया पाकिस्तान, इजरायल का अगला टारगेट क्या इस्लामाबाद?

Pakistan
ANI
अभिनय आकाश । Oct 7 2024 5:50PM

ठीक एक साल पहले यानी 7 अक्टूबर के ही दिन इजरायली नागरिकों को बंधक बना लिया था। इजरायल लगातार कह रहा है कि हम युद्ध नहीं चाहते हैं। लेकिन हमारे नागरिकों को बंधक बनाया हुआ है उसे वापस किया जाए। हालांकि इजरायली हमले में फिलिस्तीन के भी मासूम लोगों की जान जा रही है।

फिलिस्तीन और आतंकी संगठन हमास और हिजबुल्लाह के समर्थन में कराची में रैली निकाली गई। जिसे गाजा मिलियन मार्च का नाम दिया गया। हमास के सपोर्ट में सड़कों पर लोगों ने उतरकर इजरायल के खिलाफ अपना विरोध जताया। पाकिस्तान के साथ ही फिलिस्तीन के भी झंडे इस मार्च में लहराए गए। पाकिस्तान आतंक का हमदर्द बनता हुआ दिखाई दे रहा है। हमास के समर्थन में पाकिस्तान के मुसलमान नजर आ रहे हैं। वो हमास जिसने आज से ठीक एक साल पहले यानी 7 अक्टूबर के ही दिन इजरायली नागरिकों को बंधक बना लिया था। इजरायल लगातार कह रहा है कि हम युद्ध नहीं चाहते हैं। लेकिन हमारे नागरिकों को बंधक बनाया हुआ है उसे वापस किया जाए। हालांकि इजरायली हमले में फिलिस्तीन के भी मासूम लोगों की जान जा रही है। 

इसे भी पढ़ें: Pakistan में चीनी नागरिक को बम से उड़ा दिया, SCO बैठक से पहले सुरक्षा को लेकर उठने लगे सवाल

इजरायल के इतिहास में सबसे घातक, हमास के सात अक्टूबर को किए हमले के एक साल पूरे होने पर सोमवार को देशवासी रैली निकाल रहे हैं और शोक समारोह आयोजित कर रहे हैं। इस हमले ने गाजा में युद्ध को जन्म दिया और इजराइलियों को कभी न भूलने वाला घाव दे दिया। एक प्रमुख यहूदी अवकाश वाले दिन सीमा पार से किए गए इस हमले ने इजराइलियों के सुरक्षित होने के भरम को तोड़ दिया और नेताओं तथा सेना में उनके विश्वास को हिला कर रख दिया। इस हमले की गूंज एक साल बाद भी सुनायी दे रही है। 

इसे भी पढ़ें: Imran Khan की पार्टी ने लिया सरकार के खिलाफ अपना प्रदर्शन जारी रखने का फैसला

गाजा में युद्ध आक्रामक हो गया है, इजरायल हिजबुल्ला के खिलाफ एक नया युद्ध लड़ रहा है और ईरान के साथ संघर्ष गहरा रहा है जिससे इस क्षेत्र के और खतरनाक संघर्ष की ओर बढ़ने का खतरा पैदा हो गया है। युद्ध की तबाही झेल रहे गाजा में कोई औपचारिक स्मारक कार्यक्रम की योजना नहीं है। इजराइलियों के सैकड़ों मृतकों, आतंकवादियों के कब्जे में कई बंधकों और उन्हें बचाने के लिए मारे गए या घायल हुए सैनिकों की याद में देशभर में समारोहों, कब्रिस्तानों और स्मारक स्थलों पर लोगों की भीड़ उमड़ने की उम्मीद है।  

We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़