Bangladesh की सड़कों पर हरे रामा-हरे कृष्णा, अचानक सड़कों पर एकजुट होकर उतरे करोड़ों हिंदू, हिल गई नई सरकार
सोशल मीडिया पर हिंदू लड़की को कुछ मुस्लिम लड़कों द्वारा घेरने और उसे टार्चर किए जाने का वीडियो खूब वायरल हो रहा है। उससे माफी मंगवाई जा रही है। ऐसे में बड़ा सवाल है कि हिंदुओं पर हो रहा अत्याचार कैसे रुकेगा।
बांग्लादेश में राजनीतिक तख्तालपलट के बाद से हिंदू परिवारों को निशाना बनाया जा रहा है। उसके बाद से हिंदू संगठनों ने प्रदर्शन करना शुरू किया है। अब बांग्लादेश में हिंदुओं ने सड़क पर उतरकर प्रदर्शन शुरू कर दिया है। हालांकि वहां जो लगातार हिंसा हो रही है उसके उलट यहां हिंदुओं ने शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन किया है। हरे रामा हरे कृष्णा के नारे लगाए हैं। बड़ी संख्या में हिंदू संगठन के लोग सड़कों पर उतरे हैं। खुद के प्रति अत्याचार का विरोध करने का ये अनोखा रास्ता बांग्लादेश के हिंदुओं ने निकाला है। वहीं दूसरी तरफ बांग्लादेश में ही हिंदुओं के प्रति नफरत और हिंसा अभी भी जारी है। सोशल मीडिया पर हिंदू लड़की को कुछ मुस्लिम लड़कों द्वारा घेरने और उसे टार्चर किए जाने का वीडियो खूब वायरल हो रहा है। उससे माफी मंगवाई जा रही है। ऐसे में बड़ा सवाल है कि हिंदुओं पर हो रहा अत्याचार कैसे रुकेगा। भारत की बात करें तो यहां अल्पसंख्यों को बराबर के अधिकार दिए गए हैं। यहां पर अल्पसंख्यकों को विशेषाधिकार देने के भी आरोप लगते रहे हैं। लेकिन भारत के उलट पड़ोसी देशों में हिंदुओं पर अत्याचार लगातार जारी है।
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हिंदुओं को लगातार बनाया जा रहा निशाना
बांग्लादेश में शेख हसीना के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देकर देश छोड़ने के बाद हुई हिंसा में कई हिंदू मंदिरों, घरों और व्यापारिक प्रतिष्ठानों में तोड़फोड़ की गई, महिलाओं पर हमला किया गया तथा अवामी लीग पार्टी से जुड़े कम से कम दो हिंदू नेताओं की हत्या कर दी गई। , दो हिंदू नेताओं की उत्तर-पश्चिमी सिराजगंज और रंगपुर में हत्या कर दी गई, जो हसीना की अवामी लीग पार्टी के नेता थे। उन्होंने कहा कि परिषद अभी और जानकारी एकत्र कर रही है। हमलावरों ने दुकानों, मंदिरों और घरों में लूटपाट की और हिंदू महिलाओं पर हमला किया। जिन जिलों में धार्मिक अल्पसंख्यकों और उनके घरों या व्यवसायों पर हमला किया गया, उनमें पंचगढ़, दिनाजपुर, रंगपुर, बोगुरा, सिराजगंज, शेरपुर, किशोरगंज, पश्चिम जशोर, मगुरा, नरैल, दक्षिणपश्चिम खुलना, पटुआखली, सतखीरा, मध्य नरसिंगडी, तंगैल, उत्तर पश्चिम लक्खीपुर, फेनी, चटगांव और हबीगंज शामिल हैं।
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बॉर्डर पर शरणार्थियों की भीड़, बढ़ी बीएसएफ की टेंशन
बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार लगातार जारी हैं। वहीं बॉर्डर पर शरणार्थियों की भीड़ बीएसएफ के लिए एक बड़ा टेंशन बन गई है। बांग्लादेश में उथल पुथल मची हुई है। प्रदर्शनकारी वहां हिंदुओं को भी टारगेट कर रहे हैं। ऐसे में बांग्लादेश में रहने वाले हिंदू भारत बांग्लादेश सीमा पर कूच बिहार के निकट कंटीले तारों के निकट एकत्र हो गए हैं। हालात को देखते हुए बीएसएफ की 157 बटालियन के जवानों को तैनात किया गया है। बीएसएफ की तरफ से बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश से संपर्क किया गया है। भारत सरकार ने उच्च स्तरीय कमेटी बनाई है जो हर पहलुओं पर नजर रखेगी। ये कमेटी बांग्लादेश में रह रहे भारतीयों और अल्पसंख्यक समुदायों के साथ संवाद स्थापित रखेगी।
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