इमैनुएल मैक्रों ने चुपके से अपने देश के झंडे में किया बदलाव, नए रंग को फ्रांसीसी क्रांति के प्रतीक के रूप में बताया गया
फ्रांस के तिरंगे में नीला, लाल और सफेद रंग का शामिल है। नीला और लाल को फ्रांस का पारंपरिक रंग माना जाता है। पहले फ्रांस के झंडे का रंग हल्का नीला था जिसे गहरे नीले रंग में परिवर्तित कर दिया गया है।
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने अपने देश के राष्ट्रीय ध्वज में बदलाव किए हैं। उन्होंने झंडे के रंग में बदलाव करते हुए अब गहरे नीला कर दिया है जो पूर्व के फ्रांसीसी क्रांति का प्रतीक है। लगभग एक साल पहले आधिकारिक रूप से लागू हुए इस परिवर्तित झंडे पर अभी तक किसी का ध्यान नहीं गया। एक अधिकारी ने समाचार एजेंसी एएफपी को बताया कि मैक्रों 2018 की शुरुआत से ही अपने भाषणों की पृष्ठभूमि के रूप में बदले हुए झंडे का इस्तेमाल कर रहे हैं। फ्रांस के तिरंगे में नीला, लाल और सफेद रंग का शामिल है। नीला और लाल को फ्रांस का पारंपरिक रंग माना जाता है। पहले फ्रांस के झंडे का रंग हल्का नीला था जिसे गहरे नीले रंग में परिवर्तित कर दिया गया है।
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फ्रांस गणराज्य के राष्ट्रपति (इमैनुअल मैंक्रो) ने यह परिवर्तन 1914 में द्वतीय विश्व युद्ध के अपने सैनिकों व फ्री फ्रांस क्रांती में भाग लेने वाले अपने वॉलंटियर्स की स्मृति में किया है। ये ध्वज का नीला रंग भी है जो हमेशा आर्क डी ट्रायम्फ के नीचे हर (आर्मिस्टिस डे) 11 नवंबर को फहराया जाता है। 1970 के दशक में फ्रांसीसी क्रांति के बाद फ्रांसीसी राज्य ने अपने झंडे में नीले रंग की हल्की छाया का उपयोग करना शुरू कर दिया था। राष्ट्रपति वालेरी गिस्कार्ड डी’स्टाइंग के कार्यकाल में 1976 में किया गया था। उस परिवर्तन का मुख्य उद्देश्य यूरोपियन यूनियन के झंडे के साथ फ्रांसीसी झंडे को मेल कराना था।
ऐसे बना फ्रांस का झंडा
नीला और लाल पेरिस के पारंपरिक रंग हैं और फ्रांसीसी क्रांति के दौरान मिलिशिया द्वारा उपयोग किए गए थे। देश के गठन के बाद, प्रतीक का राष्ट्रीयकरण करने के लिए सफेद रंग को जोड़ा गया। क्रांतिकारी आदर्श वाक्य के तीन तत्वों का प्रतिनिधित्व करने के लिए तीन रंगों को कभी-कभी लिया जाता है, लिबर्टे (स्वतंत्रता: नीला), एग्लिटे (समानता: सफेद), बिरादरी (भाईचारा: लाल)।
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