ब्रिटेन में पत्नी की हत्या के मामले में बुजुर्ग ब्रिटिश सिख को आजीवन कारावास की सजा

British Sikh
प्रतिरूप फोटो
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हत्या मामले की जांच का नेतृत्व करने वाले मेट्रोपॉलिटन पुलिस डिटेक्टिव चीफ इंस्पेक्टर मार्क रोजर्स ने कहा, यह एक दुखद मामला है। इसके चलते दंपति के तीन बच्चे परेशानी में पड़ गये।”

ब्रिटेन की एक अदालत ने पत्नी की हत्या के मामले में 79 वर्षीय ब्रिटिश सिख व्यक्ति को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। स्नेरेसब्रुक क्राउन कोर्ट ने मई में पूर्वी लंदन के हॉर्नचर्च में अपने घर पर 77 वर्षीय पत्नी माया देवी की हत्या करने के लिए तरसेम सिंह को सजा सुनाई है।

अदालत के आदेश के अनुसार सिंह को कम से कम 15 साल सलाखों के पीछे गुजारने होंगे, जिसके बाद उसे पैरोल देने पर विचार किया जा सकता है। इसका मतलब है कि सिंह को अपना शेष जीवन जेल में बिताना पड़ सकता है।

हत्या मामले की जांच का नेतृत्व करने वाले मेट्रोपॉलिटन पुलिस डिटेक्टिव चीफ इंस्पेक्टर मार्क रोजर्स ने कहा, यह एक दुखद मामला है। इसके चलते दंपति के तीन बच्चे परेशानी में पड़ गये।”

रोजर्स ने कहा, “सिंह ने कभी स्वीकार नहीं किया कि किस कारण उन्होंने इस वारदात को अंजाम दिया, लेकिन हमें खुशी है कि उन्होंने अपना दोष स्वीकार कर लिया है।” अदालत को बताया गया कि दो मई को सिंह लंदन के रोमफोर्ड थाने में गया और बताया कि उसने अभी-अभी अपनी पत्नी की हत्या की है।

इसके बाद अधिकारी तुरंत एल्म पार्क के काउड्रे वे में स्थित सिंह के घर पहुंचे और माया देवी को फर्श पर अचेत पाया। इसके बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। देवी के पास लकड़ी का एक बल्ला मिला था, बाद में खुलास हुआ कि इसका इस्तेमाल हत्या करने में किया गया था।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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