पेट का अल्सर क्यों होता है, जानिए इसके लक्षण और बचाव के घरेलू उपाय

stomach ulcer
कंचन सिंह । Jun 18 2020 4:08PM

सही समय पर खाना नहीं खाना, अधिक तेल मसाले वाला खाना रोज़ना खाने, जंकफूड के सेवन से अल्सर का खतरा बढ़ जाता है। इसके अलावा पेट में एसिड का बढ़ना, चाय, कॉफी, सिगरेट व शराब का अधिक सेवन भी अल्सर के लिए जिम्मेदार होता है।

पेट का अल्सर बहुत ही दर्दनाक बीमारी है जिसमें पेट में छाले या घाव जैसा हो जाता है। वैसे तो यह बहुत खतरनाक नहीं है और समय रहते इलाज कराने पर ठीक हो जाता है, लेकिन सही समय पर उपचार न कराने से यदि अल्सर फूट जाता है तो यह बेहद खतरनाक हो सकता है। अल्सर का सही समय पर इलाज कराने के लिए उसके लक्षणों की पहचान ज़रूरी है।

पेट का अल्सर क्या है?

छोटी आंत के प्रारंभिक स्थान पर होने वाले छाले या घाव को ही अल्सर करते हैं। अल्सर होने पर अक्सर पेट में दर्द की शिकायत रहती है और कई बार असहनीय दर्द होता है। हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, यदि अल्सर फूट जाए तो यह बहुत घातक साबित हो सकता है।

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अल्सर के कारण

चिकित्सकों के अनुसार, सही समय पर खाना नहीं खाना, अधिक तेल मसाले वाला खाना रोज़ना खाने, जंकफूड के सेवन से अल्सर का खतरा बढ़ जाता है। इसके अलावा पेट में एसिड का बढ़ना, चाय, कॉफी, सिगरेट व शराब का अधिक सेवन भी अल्सर के लिए जिम्मेदार होता है। हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, ज्यादा खट्टी, मसालेदार और गर्म चीज़ें खाने से भी अल्सर का खतरा बढ़ जाता है।

अल्सर के लक्षण

विशेषज्ञों के अनुसार, यदि आपको निम्न लक्षण दिखते हैं तो अलर्ट हो जाइए, क्योंकि यह अल्सर का लक्षण हो सकता है।

पेट के ऊपरी हिस्से दर्द

पेट में दर्द वैसे तो कई वजहों से हो सकता है, लेकिन अल्सर होने पर पेट के ऊपरी हिस्से में दर्द होता है। खाना खाने के बाद पेट में दर्द होने लगता है। वैसे ज़्यादा देर तक खाली पेट रहने पर भी दर्द होता है।

खून की उल्टी

अल्सर होने पर मरीज को अक्सर उल्टी जैसा महसूस होती है और जब अल्सर बढ़ जाता है तो खून की उल्टी भी हो सकती है।

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वजन कम होना

अल्सर होने पर मरीज ठीक से खाना खा नहीं पाते हैं जिसकी वजह से वज़न तेज़ी से कम होने लगता है। अल्सर की वजह से खाना ठीक से पच भी नहीं पाता है।

पेट में एसिड बनना

भोजन के बाद पेट में बनने वाला एसिड ही इसे पचाने में मदद करता है, लेकिन अल्सर होने पर यह एसिड आहार नली में ऊपर की ओर चला जाता है जिससे पेट में जलन होने लगती है। कई बार मुंह में भी छाले आ जाते हैं।

अल्सर का पता कैसे लगाया जाता है?

विशेषज्ञों के मुताबिक, यदि आपको अल्सर के कोई भी लक्षण दिख रहे हैं तो तुरंत डॉक्टर के पास जाएं। डॉक्टर आपकी मेडिकल हिस्ट्री पूछने के बाद एंडोस्कोपी या एक्स-रे के जरिए अल्सर का पता लगता है। कुछ मामलों में अन्य टेस्ट की भी सलाह दी जा सकती है।

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अल्सर से बचाव के उपाय

हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, यदि कुछ घरेलू उपायों को नियमति रूप से इस्तेमाल किया जाए तो अल्सर से जल्द राहत मिल जाएगी।

- गुड़हल का पूल अल्सर की सबसे अच्छी दवा मानी जाती है। इस फूल को पीसकर इसका शर्बत बनाकर पीएं।

- हल्दी वाला दूध वैसे तो कई तरह की बीमारियों में फायदेमंद होता है, लेकिन अल्सर से राहत के लिए विशेषज्ञ गाय के दूध में हल्दी मिलाकर रोजाना पीने की सलाह देते हैं। 

- बेल भी अल्सर के मरीजों के लिए बहुत फायदेमंद है। बेल का जूस या बेलपत्र को पीसकर इसे पानी में घोलकर पीने से बहुत आराम मिलता है।

- डायट में बादाम को भी ज़रूर शामिल करें। सुबह भिगोए हुए बादाम खाएं या बादाम को पीसकर दूध में मिलाकर इसका सेवन करें।

- इसके अलावा अपनी डेली डायट में केला, नारियल, पत्तागोभी, गाजर, मेथीदाना और सहजन को ज़रूर शामिल करें। साथ ही रोज़ना सही समय पर भोजन करें।

- घर का बना सादा खाना खाएं और रेग्युलर एक्सरसाइज़ या योग करें।

- कंचन सिंह

डिस्क्लेमर: इस लेख के सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन सुझावों और जानकारी को किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर न लें। किसी भी बीमारी के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
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