इन कारणों से बनने लगता है किडनी में स्टोन, जानें लक्षण और घरेलू उपाय
शरीर में पानी की कमी या अन्य कारणों से पथरी हो सकती है। जब पेशाब में कैल्शियम, ऑक्सालेट, सिस्टीन व यूरिक एसिड जैसे पदार्थों का स्तर बढ़ जाने से मूत्रमार्ग में कठोर पदार्थ बनने लगते हैं तो इसे पथरी या किडनी स्टोन कहा जाता है। पथरी की समस्या किडनी, पित्त की थैली और यूरीन पाइप में हो सकती है।
आजकल पथरी या किडनी स्टोन की समस्या बहुत बहुत आम हो गई है। बड़ी संख्या में लोग इस समस्या से पीड़ित हैं। खराब जीवनशैली और गलत खानपान की गलत आदतों की वजह से युवा भी इस समस्या से ग्रस्त हो जाते हैं। किडनी हमारे शरीर का एक अहम अंग है और यह खून से से खतरनाक और जहरीले पदार्थों को बाहर निकलने में मदद करती है। शरीर में पानी की कमी या अन्य कारणों से पथरी हो सकती है। जब पेशाब में कैल्शियम, ऑक्सालेट, सिस्टीन व यूरिक एसिड जैसे पदार्थों का स्तर बढ़ जाने से मूत्रमार्ग में कठोर पदार्थ बनने लगते हैं तो इसे पथरी या किडनी स्टोन कहा जाता है। पथरी की समस्या किडनी, पित्त की थैली और यूरीन पाइप में हो सकती है। पथरी में पीठ या पेट के निचले हिस्से में असहनीय दर्द होता है और साथ ही कई अन्य परेशानियों का भी सामना करना पड़ता है।
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पथरी के लक्षण
पेट के निचले हिस्से में तेज दर्द होना
पेशाब में खून आना
दर्द के साथ बार-बार यूरीन आना
बुखार और ठंड महसूस होना
उल्टी आना
पथरी होने के कारण
डीहाइड्रेशन
डीहाइड्रेशन यानि शरीर में पानी की कमी के कारण भी पथरी की समस्या हो सकती है। शरीर में पानी की कमी की वजह से बॉडी में मौजूद हानिकारक पदार्थ या टॉक्सिन्स बाहर नहीं निकल पाते जिसकी वजह से पथरी हो सकती है।
हाई प्रोटीन डाइट
हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार ज़्यादा समय तक हाई प्रोटीन डाइट लेने के कारण भी किडनी स्टोन की समस्या हो सकती है। चिकन, बीफ, मछली और पोर्क जैसी हाई प्रोटीन डाइट लेने से भी किडनी स्टोन होने की संभावना बढ़ सकती है। डॉक्टर्स के अनुसार प्रोटीन की जरूरतों को पूरा करने के लिए आप अपनी डाइट में फलीदार सब्जियां, दाल, मूंगफली या सोया फूड शामिल कर सकते हैं।
बीज वाले खाद्य पदार्थ
ऐसे खाद्य पदार्थ जिनमें ऑक्सलेट मौजूद होता है या बीज वाली चीनों का ज़्यादा सेवन करने से भी पथरी की बिमारी हो सकती है । बीज वाली चीजें जैसे टमाटर, अमरूद, बैगन, अनार आदि का ज्यादा सेवन करने से पथरी हो सकती है। इसके साथ ही ऐसे खाद्य पदार्थ जिनमें ऑक्सेलेट मौजूद होता है जैसे पालक, रूबर्ब, जई का आटा आदि भी पथरी का कारण बन सकते हैं।
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दवाइयाँ
ऐसी बीमारियां जिनमें शरीर में कैल्शियम, ऑक्सालेट व यूरिक एसिड का स्तर बढ़ जाता है, पथरी का कारण बन सकती हैं। आंत से जुड़ी समस्याएँ जैसे इंफ्लेमेटरी बोवेल डिज़ीज, डायरिया, अल्सरेटिव कॉलिटिस आदि से ग्रस्त लोगों में किडनी स्टोन होने की संभावना अधिक होती हैं। इसके अलावा किडनी रोग, कैंसर, बीपी और एचआईवी जैसी बीमारियों के इलाज के लिए इस्तेमाल की जाने वाली दवाओं से भी पथरी हो सकती है।
मोटापा
जिन लोगों का वजन सामान्य से ज्यादा होता है उन लोगों को पथरी होने का चांस ज़्यादा रहता है। अगर आप मोटापे का शिकार हैं और आपका बॉडी मास इंडेक्स 30 या उससे अधिक है तो यह भी पथरी का कारण बन सकता है।
पथरी के घरेलू उपाय
- पथरी की समस्या से छुटकारा पाने के लिए एक गिलास पानी में 3-4 बड़ी इलायची के दाने, 1 चम्मच मिश्री और थोड़े से खरबूजे के बीज की गिरी भिगो दें। अगले दिन सुबह इस पानी को पिएं और इन सभी चीजों को चबाकर खा लें। इस उपाय से कुछ दिनों में ही पथरी गल कर बाहर निकल जाएगी।
- आंवले का सेवन भी पथरी को गलाने में मदद कर सकता है। इसके लिए रोजाना आंवले के पाउडर के साथ मूली का सेवन करें। कुछ दिनों तक ऐसा करने से मूत्राशय की पथरी बाहर आ जाएगी।
- पथरी निकालने के लिए पपीते की जड़ को भी काफी असरदार माना जाता है। इसके लिए 7-8 ग्राम पपीते की जड़ को 1 गिलास पानी में अच्छी तरह से घोल लें और फिर छान लें। रोजाना इस पानी का सेवन करने से कुछ ही दिनों में पथरी गल कर निकल जाएगी।
- पथरी निकालने के लिए सेब का सिरका फायदेमंद माना जाता है। सेब के सिरके में सिट्रिक एसिड होता है, जो किडनी स्टोन को छोटे-छोटे टुकड़ों में तोड़ने का काम करता है। सेब के सिरके के सेवन से शरीर से टॉक्सिन को बाहर करने में मदद मिलती है। इसके साथ ही पथरी को बनने से रोकता है। इसके लिए 1 चम्मच सेब के सिरके को 1 गिलास गर्म पानी के साथ रोजाना लें। ऐसा करने से कुछ ही दिनों में पथरी गल कर बाहर निकल जाएगी।
- प्रिया मिश्रा
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