Pregnancy Tips: प्रेगनेंसी में थकान से टूट रहा है शरीर, तो यह उपाय बन सकते हैं आपका सहारा
प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं के शरीर में होने वाले हार्मोनल बदलावों के कारण वह सामान्य दिनों की तरह महसूस नहीं करती हैं। लेकिन कई बार यह सुस्ती और थकान आदि का असर आपके मूड पर भी पड़ता है। जिसकी वजह से स्वभाव में चिड़चिड़ापन आने लगता है।
हर महिला के लिए मां बनने का एहसास इस दुनिया का सबसे खूबसूरत एहसास होता है। एक ओर जहां मां बनने का एहसास खुशी देता है, तो वहीं प्रेगनेंसी के दौरान कई तरह की मुश्किलों का सामना भी करना होता है। प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं के शरीर में होने वाले हार्मोनल बदलावों के कारण वह सामान्य दिनों की तरह महसूस नहीं करती हैं। कुछ महिलाओं को प्रेगनेंसी में आलस, थकान और सुस्ती ज्यादा लगती है।
इसी कारण प्रेगनेंसी का पता चलने पर डॉक्टर भी उन्हें आराम करने की सलाह देते हैं। लेकिन कई बार यह सुस्ती और थकान आदि का असर आपके मूड पर भी पड़ता है। जिसकी वजह से स्वभाव में चिड़चिड़ापन आने लगता है। अगर आपके साथ भी यह समस्या है तो बता दें कि यह आर्टिकल आपके लिए है। इस आर्टिकल के जरिए हम आपको 5 ऐसे उपायों के बारे में बताने जा रहे हैं। जो प्रेगनेंसी के दौरान आपकी सुस्ती और आलस को दूर भगाएंगे।
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पानी ज्यादा पिएं
आमतौर पर गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को पेशाब ज्यादा लगती है। जिस कारण आमदिनों की अपेक्षा उनके शरीर में पानी की जरूरत ज्यादा बढ़ जाता है। ऐसे में अगर आप पर्याप्त पानी नहीं पीती हैं, तो इससे डिहाइड्रेशन हो सकता है। यह मां और गर्भ में पलने वाले बच्चे दोनों के लिए खतरनाक होता है। इसलिए गर्भावस्था के दौरान लिक्विड डाइट बढ़ा देना चाहिए। इसलिए दिन में कम से कम 3/3.5 लीटर पानी जरूर पीना चाहिए। लिक्विड डाइट के तौर पर आपको चाय, कॉफी, सोडा, कोल्ड ड्रिंक्स, एल्कोहल आदि का सेवन नहीं शुरू करना है। बल्कि लिक्विड डाइट में आप फलों का जूस, फलों की स्मूदी, सब्जियों की स्मूदी, नींबू पानी, दूध, शेक्स आदि पी सकती हैं।
मीठी चीजें कम खाएं
बता दें कि चीनी आपके शरीर में शुगर की मात्रा को अचानक से बढ़ा देती है। जिसकी वजह से आप थोड़े ही समय में थकान महसूस करने लगती हैं। इसलिए गर्भावस्था के दौरान चीनी से बनी मीठी चीजों की सेवन कम से कम करना चाहिए। आप फल और ड्राई फ्रूट्स खा सकती हैं। क्योंकि इनमें प्राकृतिक मिठास पाई जाती है और यह आपको नुकसान भी नहीं पहुंचाता है। चीनी की जगह पर सिंपल कार्ब्स आपको ज्यादा समय तक एनर्जी से भरा रखेंगे।
अच्छी-गहरी नींद लें
प्रेगनेंसी के दौरान बच्चे का विकास होने के साथ ही पेट का वजन भी बढ़ने लगता है। तब सोने में समस्या होने लगती है। लेकिन बच्चे के पूर्ण विकास के लिए गहरी और अच्छी नींद लेना जरूरी होता है। इसलिए गर्भावस्था के दौरान सोने के समय आप प्रेगनेंसी पिलो का भी इस्तेमाल कर सकती हैं। प्रेगनेंसी पिलो ऐसे तकिए होते हैं, जिससे आपको बंप के साथ सोने में परेशानी नहीं होती है। इसके अलावा आप सोने के करीब एक घंटे पहले पानी पिएं। क्योंकि बाद में पानी पीने से रात में आपको पेशाब के लिए जाना पड़ सकता है।
जरूर ले पावर नैप
प्रेगनेंसी के दौरान 7-8 घंटे की नींद आपको पूरादिन एक्टिव रखने के लिए काफी नहीं होती है। इसलिए आपके पास दिन में जब भी समय हो तो आप पावर नैप ले सकती हैं। पावर नैप यानी कि जब आप बोझिल महसूस करती हैं। तो दिन में आप 20-30 मिनट की नींद ले सकती हैं। इससे आपको फिर से रिफ्रेशमेंट मिल जाती है। बता दें कि गर्भावस्था के दौरान नींद, खाना और पौष्टिक तत्वों की जरूरत दोगुनी हो जाती है।
रूटीन और समय करें फिक्स
गर्भावस्था के दौरान आपको अपने सोने, खाने, काम करने का समय और रूटीन फिक्स करना चाहिए। इससे गर्भ में पलने वाले बच्चे का विकास बेहतर तरीके से होता है। क्योंकि बेसमय का खाना और बेसमय की नींद आपके अंदर आलस, परेशानी और थकान को बढ़ाता है। इसके साथ ही बच्चे को भी परेशानी महसूस होती है।
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