वैभव सूर्यवंशी ने अपनी प्रतिभा से सबको किया हैरान, बचपन के कोच ने कही बड़ी बात

Vaibhav Suryavanshi
प्रतिरूप फोटो
Social Media
Kusum । Apr 29 2025 4:41PM

14 वर्षीय वैभव सूर्यवंशी ने जीटी के गेंदबाजों के फीते खोल दिए। आईपीएल 2025 में शतक जड़कर इतिहास रचने वाले वैभव सूर्यवंशी मौजूदा समय में क्रिकेट जगत की सनसनी बन चुके हैं। आईपीएल ही नहीं, बल्कि प्रोफेशनल टी20 क्रिकेट में उनसे कम उम्र में दुनिया के किसी बल्लेबाज ने शतक नहीं जड़ा है। समस्तीपुर, बिहार के एक छोटे गांव से निकलकर इस खिलाड़ी ने अपनी प्रतिभा से सबको हैरान कर दिया।

आईपीएल 2025 में बीते सोमवार खेले गए राजस्थान रॉयल्स और गुजरात टाइटंस के बीच मुकाबले में 14 वर्षीय वैभव सूर्यवंशी ने जीटी के गेंदबाजों की धज्जियां उड़ाकर रख दी। आईपीएल 2025 में शतक जड़कर इतिहास रचने वाले वैभव सूर्यवंशी आज क्रिकेट जगत की सनसनी बन चुके हैं। आईपीएल ही नहीं, बल्कि प्रोफेशनल टी20 क्रिकेट में उनसे कम उम्र में दुनिया के किसी बल्लेबाज ने शतक नहीं जड़ा है। समस्तीपुर, बिहार के एक छोटे गांव से निकलकर इस खिलाड़ी ने अपनी प्रतिभा से सबको हैरान कर दिया। 

वहीं वैभव सूर्यवंशी के बचपन के कोच मनीष ओझा को उम्मीद है कि उनका 14 वर्षीय शिष्य अगले एक या दो साल में भारत की टी20 टीम में जगह बना लेगा। वैभव ने सोमवार को 38 गेंदों में 101 रन की पारी खेलकर आईपीएल के सबसे युवा शतकवीर बनने का रिकॉर्ड बनाया। उनकी उम्र 14 साल और 32 दिन है। बाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने गुजरात टाइटंस के खिलाफ बेहतरीन बल्लेबाजी करते हुए 11 छक्के और सात चौके लगाए और राजस्थान रॉयल्स को जयपुर में आठ विकेट से जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई। 

कोच मनीष ओझा ने मैच के बाद कि, इस कोच के तौर पर ये मेरे लिए गर्व की बात है। बिहार जैसे राज्य के लिए जो खेलों में मजबूत नहीं है, ये सूरज की किरण की तरह है। उन्होंने कई लोगों को प्रेरित किया होगा। उन्होंने बिहार को भारत में क्रिकेट के नक्शे पर ला खड़ा किया है। मुझे लगता है कि अगर वह इसी तरह खेलते रहे, तो वह निश्चित रूप में एक या दो साल में भारत की टी20 टीम में जगह बना लेंगे। 

सूर्यवंशी पहले ही भारत की अंडर-19 टीम के लिए चुके हैं और जनवरी 2024 में उन्होंने प्रथम श्रेणी क्रिकेट में डेब्यू किया था। ओझा ने कहा कि वैभव एक स्वभाविक रूप से प्रतिभाली क्रिकेटर हैं और उनकी सोच बिल्कुल साफ है। उन्होंने कहा कि, हमने उसे कोचिंग दी है, लेकिन उसके पास प्राकृतिक प्रतिभा है। उसके पास सीखने का जज्बा है। उसे जो भी सुझाया जाता है, वह तुरंत सीख जाता है। वह शुरू से ही बहुत आक्रामक खिलाड़ी रहा है। उसे शॉट खेलना पसंद है। 

उनके दिमाग में शॉट को लेकर स्पष्टता

ओझा ने बताया कि, दो साल पहले अकादमी में एक अभ्यास सत्र था। मैंने उससे कहा कि तुम एक और दो रन क्यों नहीं लेते। उसने कहा कि अगर मैं छक्के मार सकता हूं। तो सिंगल की कोई जरूरत नहीं है। कोच ने कहा कि, शुरुआती चरण से ही उसके दिमाग में स्पष्टता थी। उसे खेलने के  तरीके और खेल के प्रति दृष्टिकोण के बारे में स्पष्ट विचार प्रक्रिया है। 

We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़