Sunil Gavaskar Birthday: सुनील गावस्कर ने डेब्यू मैच से जमाई थी अपनी धाक, आज तक नहीं टूटा उनका ये रिकॉर्ड

Sunil Gavaskar Birthday
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टीम इंडिया के पूर्व कप्तान सुनील मनोहर गावस्कर आज यानी की 10 जुलाई को अपना 75वां जन्मदिन मना रहे हैं। सुनील गावस्कर लिटिल मास्टर के नाम से भी जाने जाते हैं। उनका नाम इस दुनिया के सबसे सफल बल्लेबाजों में से एक हैं।

टीम इंडिया के पूर्व कप्तान सुनील मनोहर गावस्कर आज यानी की 10 जुलाई को अपना 75वां जन्मदिन मना रहे हैं। सुनील गावस्कर लिटिल मास्टर के नाम से भी जाने जाते हैं। उनका नाम इस दुनिया के सबसे सफल बल्लेबाजों में से एक हैं। बता दें कि जब उन्होंने क्रिकेट की दुनिया में कदम रखा था, तो टेस्ट में वेस्टइंडीज की पेस बैटरी की तूती बोलती थी। वहीं अपने समय में वह बिना हेलमेट के बैटिंग किया करते थे। आइए जानते हैं उनके जन्मदिन के मौके पर पूर्व क्रिकेटर सुनील गावस्कर के जीवन से जुड़ी कुछ रोचक बातों के बारे में...

जन्म और परिवार

बॉम्बे (मुंबई) में 10 जुलाई 1949 को सुनील गावस्कर का जन्म हुआ था। उनके पिता का नाम मीनल गावस्कर और मां का नाम मनोहर गावस्कर है। साल 1974 में उन्होंने मार्शनील गावस्कर से शादी रचाई थी। सुनील गावस्कर का एक बेटा है, जिसका नाम रोहन गावस्कर है। रोहन भी अपने पिता की तरह भारतीय टीम में रह चुके हैं, लेकिन रोहन को अपने पिता की तरह कामयाबी नहीं मिली।

क्रिकेट में एंट्री

साल 1971 में सुनीव गावस्कर ने अपने इंटरनेशनल क्रिकेट की शुरुआत की थी। साल 1971 में गावस्कर ने वेस्टइंडीज दौरे पर पोर्ट ऑफ स्पेन में अपना टेस्ट डेब्यू किया था। गावस्कर के लिए यह सीरीज काफी यादगार रही थी। अपने करियर की पहली ही सीरीज में उन्होंने वेस्टइंडीज के खूंखार गेंदबाजों की क्लास लगा दी थी। उस डेब्यू सीरीज में गावस्कर ने वेस्टइंडीज के खिलाफ 4 टेस्ट मैचों में रिकॉर्ड 774 रन बनाए। बता दें कि इस सीरीज में उनके द्वारा लगाया गया दोहरा शतक सहित 4 शतक और 3 अर्द्धशतक निकले। गावस्कर का डेब्यू सीरीज में सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड है। 53 साल बाद भी कोई बल्लेबाज उनके इस रिकॉर्ड को नहीं तोड़ पाया।

साल 1983 वर्ल्ड कप 

साल 1983 में हुए वर्ल्ड कप का भी गावस्कर हिस्सा रहे हैं। हालांकि टूर्नामेंट के दौरान वह अच्छा प्रदर्शन करने में नाकामयाब रहे। लेकिन टूर्नामेंट के दौरान गावस्कर को ब्लू टीम के लिए लकी माना जाता है। गावस्कर के बल्ले से वर्ल्ड कप के दौरान कुछ खास योगदान देखने को नहीं मिला था। उनके खराब प्रदर्शन का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि गावस्कर ने टूर्नामेंट के दौरान सिर्फ 6 मैचों में शिरकत की थी। इस दौरान वह सिर्फ 59 रन ही बना पाए थे।

गावस्कर के कद के हिसाब से यह प्रदर्शन कुछ खास अच्छा नहीं रहा। आपको जानकर हैरानी होगी कि ब्लू टीम की तरफ से जिन मुकाबलों में गावस्कर शिरकत करने के लिए मैदान में नहीं उतरे थे। उन मैचों में भारतीय क्रिकेट टीम को हार का सामना करना पड़ा था। वहीं इंग्लैंड के खिलाफ सेमीफाइनल मुकाबले में साल 1983 के वर्ल्ड कप के दौरान गावस्कर के बल्ले से सर्वश्रेष्ठ पारी देखने को मिली थी। 

भारत के लिए सुनील गावस्कर ने 125 टेस्ट और 108 वनडे मुकाबले खेले थे। उन्होंने टेस्ट मैचों में 10,122 रन बनाए थे। जिनमें से 34 शतक और 45 अर्धशतक शामिल हैं। टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में वह 10,000 का आंकड़ा छूने वाले पहले क्रिकेटर हैं।

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