अब तो हद ही हो गई! पाकिस्तान के पूर्व कप्तान ने अफगानिस्तान पर कसा तंज, बोले- 'जुम्मा जुम्मा 8 दिन के बच्चे हैं'
एशिया कप 2022 के दौरान कई अजीबोगरीब घटनाएं देखने को मिली हैं। उनमें से एक घटना 7 सितम्बर को पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच हुए मुकाबले के दौरान देखने को मिली जब आसिफ अली और फरीद अहमद भिड़ गए। उस घटना को लेकर पाकिस्तान के पूर्व कप्तान जावेद मियांदाद ने अफगान खिलाड़ियों को आड़े हाथों लिया है।
एशिया कप 2022 के दौरान कई अजीबोगरीब घटनाएं देखने को मिली हैं। उनमें से एक घटना 7 सितम्बर को पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच हुए मुकाबले के दौरान देखने को मिली जिसकी गवाह शारजाह की भीड़ बनी। उस घटना को लेकर पाकिस्तान के पूर्व कप्तान जावेद मियांदाद ने अफगान खिलाड़ियों को आड़े हाथों लिया है।
दरअसल, मैच के अहम मोड़ पर पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच हुए मुकाबले के दौरान आसिफ अली और अफगानिस्तान के तेज गेंदबाज फरीद अहमद भिड़ गये। आसिफ अली को आउट करने के बाद फरीद उनके करीब जश्न मनाने लगे, यह आसिफ के बर्दाश्त से बाहर था और उन्होने फरीद को मारने के लिए बल्ला उठा दिया।
इतना ही नहीं पाकिस्तान की जीत के बाद दोनो टीमों के प्रशंसक एक वायरल वीडियो में एक-दूसरे को कुर्सी से पीटते नजर आए। इस घटना के बाद पाकिस्तान के पूर्व कप्तान ने आसिफ का बचाव करते हुए अफगान खिलाड़ियों पर तंज कस दिया है।
"हम अफगानिस्तान को दुनिया के सामने लेकर आए"- जावेद मियांदाद
मियांदाद ने ‘इवेंट्स एंड हैपनिंग्स स्पोर्ट्स’ नाम के एक यूट्यूब चैनल में अफगानिस्तान पर नाराजगी जताते हुए कहा, "पाकिस्तान ने अच्छा प्रदर्शन किया, लेकिन मैं अफगानिस्तान से निराश हूं। सिर्फ उनके व्यवहार की वजह से। हम उन्हें दुनिया के सामने लेकर लाए, वे पाकिस्तान में अभ्यास करते थे। और अब जरा उनकी भाषा देखिए। वे कितने साल के हैं? उन्होंने इतना क्रिकेट नहीं खेला है, क्या उनका दिमाग खराब हो गया है?"
उन्होने अफगानिस्तान को संदेश देते हुए कहा, "पाकिस्तान 20 साल से क्रिकेट खेल रहा है और अफगानिस्तान ने पाकिस्तान में आकर खेल सीखा। मैं इस बात का गवाह हूं क्योंकि मैंने उन्हें कोचिंग दी है। मैं यह देखकर हैरान था कि उन्होंने कैसे सुपरस्टार की तरह व्यवहार किया। आपका खेल अभी कुछ भी नहीं है। आप पहले गेम खेलना सीखें। क्रिकेट के कई पहलू हैं, यदि आप ईमानदार, विनम्र और एक-दूसरे को सम्मान देते हैं, तो आपका खेल बेहतर होगा। वरना आप इस तरीके से अभद्र क्रिकेट खेलेंगे।"
पूर्व कप्तान ने आगे कहा, "अगर टीम खेलना नहीं चाहती तो मना किया जा सकता है। अगर उनका व्यवहार अच्छा नहीं है, तो वे उनके खिलाफ खेलने से इनकार कर सकते हैं। आईसीसी को आचार संहिता के उल्लंघन की तलाश करनी चाहिए। जुम्मा जुम्मा आठ दिन के तो बच्चे हैं (नए खिलाड़ी)। उन्हें यह समझने की जरूरत है कि एक या दो जीत आपको बड़ा नहीं बनाती हैं।"
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