प्रियांश आर्य को तराशने में गौतम गंभीर का हाथ, तूफानी शतक पर जानें कोच का कैसा था रिएक्शन

Priyansh Arya
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Kusum । Apr 9 2025 7:52PM

आईपीएल के 18वें सीजन में पंजाब किंग्स के लिए खेल रहे युवा क्रिकेटर प्रियांश आर्य भी इन दिनों अपने प्रदर्शन को लेकर चर्चा में बने हुए हैं। वह तूफानी सेंचुरी जड़कर छा गए हैं। प्रियांश आर्य ने मंगलवार को चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ 42 गेंदों में 103 रन बनाए। उन्होंने 7 चौके और 9 सिक्स भी लगाए।

आईपीएल के हर सीजन में भारत को कई नगीने मिलते हैं जो अपने प्रदर्शन से सबको अचंभित करते हैं। आईपीएल के 18वें सीजन में पंजाब किंग्स के लिए खेल रहे युवा क्रिकेटर प्रियांश आर्य भी इन दिनों अपने प्रदर्शन को लेकर चर्चा में बने हुए हैं। वह तूफानी सेंचुरी जड़कर छा गए हैं। प्रियांश आर्य ने मंगलवार को चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ 42 गेंदों में 103 रन बनाए। उन्होंने 7 चौके और 9 सिक्स भी लगाए। प्रियांश ने महज 39 गेंदों में सेंचुरी पूरी कर ली थी, जो रिकॉर्ड है। 24 वर्षीय खिलाड़ी ने संघर्ष की भट्ठी में तपकर ताबड़तोड़ बल्लेबाजी का हुनर सीखा है। उन्होंने डीपीएल में एक ओवर में 6 छक्के लगाकर खूब सुर्खियां बटोरी थीं। प्रियांश को तराशने में कई लोगों का हाथ है इसमें टीम इंडिया के मौजूदा हेड कोच गौतम गंभीर का नाम भी शामिल है। 

वहीं प्रियांश के बचपन के कोच संजय भारद्वाज ने भी उनकी पहली आईपीएल सेंचुरी के बाद रिएक्शन दिया है। TOI की रिपोर्ट के अनुसार, प्रियांश ने आईपीएल में सेंचुरी जड़ने के बाद बुधवार सुबह को संजय भारद्वाज से फोन पर बात की। प्रियांश को उम्मीद थी कि संजय उनकी ताबड़तोड़ बल्लेबाजी की तारीफ करेंगे लेकिन ऐसा हुआ नहीं। उन्हें बचपन के कोच का वही पुराना अंदाज देखने को मिला। संजय ने कहा कि, प्रियांश ने मुझसे पूछा कि सर ठीक था। लेकिन मैंने चिल्लाकर कहा कि क्या ठीक था। तुमने एक मैच में अच्छा प्रदर्शन किया है। इससे ज्यादा उत्साहित होने की जरूरत नहीं। बता दें कि, संजय घरेलू सर्किट में एक जाना पहचाना नाम हैं। जिन्होंने गौतम गंभीर, अमित मिश्रा, जोगिंदर शर्मा, नितीश राणा और उन्मुक्त चंद जैसे खिलाड़ियों को निखारने में योगदान दिया। उन्होंने फैंस को दिए मैसेज का भी खुलासा किया है। 

संजय ने आगे कहा कि, मैंने आज सुबह प्रियांश से बोला कि अगर तू सिर्फ हाथ से खेलेगा, फिर तू मजदूर रहेगा, अगर तू हाथ और दिमाग से खेलेगा तो फिर एक कारीगर बनेगा। और जब तू हाथ और दिमाग के साथ-साथ जिगरे के साथ खेलेगा अब तू असली कलाकर बनेगा। प्रियांश खुशकिस्मत रहे, जिन्हें पूर्व सलामी बल्लेबाज गंभीर को अपनी एकेडमी में करीब से ट्रेनिंग लेते देखने को मौका मिला। प्रियांश ने एक बार खुलासा किया था कि कैसे वह अपने हीरो से बात करने की हिम्मत नहीं जुटा पाए लेकिन उनके आसपास ही रहे और नेट्स में उनकी बल्लेबाजी देखी। गंभीर के आखिरी रणजी सीजन में प्रियांश दिल्ली रणजी ट्रॉफी के संभावित खिलाड़ियों में शामिल थे। 

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