अजय जडेजा ने वर्ल्ड कप में धुरंधर पाकिस्तानी बॉलर की उधेड़ दी थी बखिया, मैच फिक्सिंग के आरोप में हुए थे 5 साल के लिए बैन

अजय जडेजा का जन्म राज परिवार में आज ही दिन 1 फ़रवरी 1971 को जामनगर, गुजरात में हुआ था। वे क्रिकेट के मैदान पर हमेशा हंसते दिखाई देते। फिर भले ही टीम हार रही हो। अजय जडेजा ने भारत के लिए टेस्ट और वनडे दोनों फॉर्मेट खेले। लेकिन ज्यादा कामयाबी वनडे में मिली।
अजय जडेजा क्रिकेट के मैदान में तो शानदार बल्लेबाज तो थे ही, इसके बाहर वे एक मस्तमौला बिंदास व्यक्ति भी हैं। जडेजा जब इंटरनेशनल क्रिकेट में आए तो उन्हें देखकर सब आकर्षित हुए लेकिन उनकी विदाई एक विवादित घटना के साथ हुई। 90 के दशक में उनकी जैसी फील्डिंग शायद ही टीम इंडिया में कोई करता था और आखिरी ओवरों में तेजी से रन जुटाने का जिम्मा उनके ही सिर था। 1996 के वर्ल्ड कप में पाकिस्तान के खिलाफ क्वार्टर फाइनल मुकाबले को कौन भूल सकेगा। जब वकार यूनुस की उन्होंने खूब पिटाई की थी और 22 गेंद में 45 रन उड़ा दिए थे। ऐसे अजय जडेजा का आज बर्थडे है।
जडेजा का परिचय
अजय जडेजा का जन्म राज परिवार में आज ही दिन 1 फ़रवरी 1971 को जामनगर, गुजरात में हुआ था। वे क्रिकेट के मैदान पर हमेशा हंसते दिखाई देते। फिर भले ही टीम हार रही हो। अजय जडेजा ने भारत के लिए टेस्ट और वनडे दोनों फॉर्मेट खेले। लेकिन ज्यादा कामयाबी वनडे में मिली। उन्होंने केवल 15 टेस्ट खेले लेकिन वनडे में यह आंकड़ा 196 तक गया। कुछ मैचों में तो कप्तानी भी की। वनडे में उन्होंने 37.47 की बढ़िया औसत के साथ 5359 रन बनाए।
करियर के दूसरे ही मैच में की थी शानदार फील्डिंग
बैटिंग के साथ ही फील्डिंग में भी उनका जलवा कम नहीं था। अपने दूसरे ही मैच में उन्होंने फील्डिंग की छाप छोड़ी। दरअसल भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच ब्रिस्बेन में मुकाबला था। यहां पर कपिल देव की गेंद पर ऑस्ट्रेलियाई कप्तान एलन बॉर्डर ने मिड ऑफ की तरह गेंद हवा में मार दी। लॉन्ग ऑफ पर तैनात जडेजा इसे पकड़ने के लिए दौड़े और छलांग लगाकर इसे लपक लिया। इसे आज भी कमाल के कैचों में गिना जाता है।
अजय जडेजा ने 1992 के वर्ल्ड कप से इंटरनेशनल क्रिकेट में कदम रखा था। चार साल बाद 1996 के वर्ल्ड कप तक वे देश में हीरो बन चुके थे। इसमें मुख्य भूमिका निभाई पाकिस्तान के खिलाफ बैंगलोर में खेली गई पारी ने। यह क्वार्टर फाइनल मुकाबला था। 25 साल के जडेजा ने अनिल कुंबले के साथ मिलकर भारत को 279 रन तक पहुंचा दिया था। लेकिन चार ओवर पहले यानी 46वें ओवर तक भारत का स्कोर छह विकेट पर केवल 236 रन था।
पाकिस्तान के वकार यूनुस की उधेड़ दी थीं बखियां
उस मैच में वकार यूनुस जैसे धुरंधर गेंदबाज के दो ओवर बाकी थे। उन्होंने अपने पिछले आठ ओवर में केवल 27 रन दिए थे। लेकिन जडेजा ने उनकी जमकर खबर ली। उन्होंने वकार यूनुस के आखिरी दो ओवर में 40 रन ठोक दिए। इस दौरान अजय जडेजा ने 25 गेंद में चार चौकों और दो छक्कों के सहारे 45 रन की पारी खेली। आखिर में यही पारी निर्णायक रही। भारत ने पाकिस्तान को 39 रन से मात दी थी।
मैच फिक्सिंग का दाग और बैन
साल 2000 आते-आते जडेजा विवादों में आ गए। उनका नाम मैच फिक्सिंग में आया और 29 साल की उम्र में वे पांच साल के लिए बैन कर दिए गए। इसके खिलाफ जडेजा ने लड़ाई लड़ी और तीन साल बाद उनके बैन को दिल्ली हाई कोर्ट ने हटा दिया। अजय जडेजा फिर से क्रिकेट के मैदान में उतरे लेकिन नेशनल टीम में नहीं आ पाए। घरेलू क्रिकेट में वे पहले राजस्थान के कप्तान और कोच दोनों बने। इसके अलावा हरियाणा के कप्तान भी बने। इस दौरान बॉलीवुड में भी उन्होंने किस्मत आजमाई। सुनील शेट्टी और सन्नी देओल के साथ ‘खेल’ नाम की फिल्म की। यह फिल्म बुरी तरह पिटी और जडेजा ने इस फील्ड को हाथ जोड़ लिए। अब वे कमेंट्री और क्रिकेट एक्सपर्ट की दुनिया में सक्रिय हैं।
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