Paytm Users दें ध्यान, जानें 29 फरवरी के बाद FASTag और आपके वॉलेट का क्या होगा

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हम पीपीबी पर निर्भरता कम करना जारी रखेंगे। ओसीएल और पीपीएसएल पहले से ही नोडल खातों को अन्य बैंकों में स्थानांतरित करने की प्रक्रिया में हैं, और इन निर्देशों के कारण विपणन व्यवसाय सेवाएं प्रभावित नहीं होंगी।'

भारत में इस सप्ताह ही बजट की घोषणा की गई है। इस बजट ने काफी सुर्खियां और चर्चाएं बटोरी क्योंकि ये मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का अंतिम बजट रहा है। बजट पेश करने के दौरान वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सरकार की उपलब्धियों का जिक्र किया। इसके साथ ही उन्होंने आने वाले वर्षों में भारत के लिए रोडमैप तय किया।

इस बजट भाषण में किसी आयकर स्लैब की घोषणा नहीं की गई। मगर वित्त मंत्रालय ने भारत की अर्थव्यवस्था, राजकोषीय घाटे और बहुत कुछ के बारे में बात की है। मीडिया के साथ एक इंटरव्यू मे निर्मला सीतारमण भारत के विकास और देश की वृद्धि को लेकर बेहद आशवस्त भी दिखीं। बजट के अलावा किसी चीज की चर्चा हुई है तो वो है पेटीएम की। 

रिजर्ब बैंक ऑफ इंडिया ने पेटीएम को लेकर बड़ा फैसला किया है, जिसके बाद पेटीएम यूजर्स को परेशानी हो रही है। पेटीएम यूजर्स के मन में कई तरह से सवाल हैं जिसे वो उठा रहे है। वहीं सोशल मीडिया पर ट्रेंड हो रहा है कि पीटीएम ना करो क्योंकि कंपनी संकट में आ गई है। आरबीआई ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक को 29 फरवरी के बाद अकाउंट और वॉलेट समेत अपनी सेवाएं देने से रोक दिया है। यह कदम पेटीएम के परिचालन को प्रतिबंधित करता है। इस फैसले के कारण पेटीएम के बड़ी संख्या में मौजूद कस्टमर्स पर भी प्रभाव पड़ता है। वहीं रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के आदेश के बाद भी क्या यूजर्स पेटीएम फास्टैग का उपयोग कर सकेंगे? अगर आप भी पेटीएम फास्टैग के यूजर हैं तो आपके पैसों का क्या होगा। आइये ये भी जानते है।

तो क्या आप केंद्रीय बैंक की समय सीमा के बाद Paytm FASTag का उपयोग कर सकते हैं? यदि आप Paytm उपयोगकर्ता हैं तो आपके पैसे का क्या होगा? हम समझाते हैं.

गौरतलब है कि बड़ा कदम उठाते हुए भारतीय रिजर्व बैंक ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक को 29 फरवरी के बाद किसी भी ग्राहक खाते, वॉलेट, FASTags और अन्य उपकरणों में जमा या टॉप-अप स्वीकार करना बंद करने का निर्देश दिया है। भारतीय रिजर्व बैंक ने एक बयान में कहा कि यह निर्देश लगातार गैर-अनुपालन और निरंतर सामग्री पर्यवेक्षी चिंताओं के बाद जारी किए गए है। आरबीआई के निर्देश के अनुसार अब पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड जमा स्वीकार करना बंद करना होगा। इस संबंध में आरबीआई ने कहा कि 29 फरवरी 2024 के बाद से किसी ग्राहक के खाते, प्रीपेड उपकरण, वॉलेट, फास्टैग, एनसीएमसी कार्ड में जमा या क्रेडिट लेनदेन नहीं हो सकेगा। कैशबैक या रिफंड हो सकता है। 29 फरवरी 2024 के बाद बैंक द्वारा फंड ट्रांसफर (एईपीएस, आईएमपीएस इत्यादि जैसी सेवाओं के नाम और प्रकृति के बावजूद), बीबीपीओयू और यूपीआई सुविधा के अलावा कोई अन्य बैंकिंग सेवाएं प्रदान नहीं होगी।'' 

केंद्रीय बैंक ने यह भी कहा कि वन97 कम्युनिकेशंस लिमिटेड और पेटीएम पेमेंट्स सर्विसेज के "नोडल खाते" को जल्द से जल्द समाप्त किया जाना चाहिए। हालांकि ये कदम 29 फरवरी से पहले नहीं उठाना चाहिए। इसमें कहा गया है कि सभी पाइपलाइन लेनदेन और नोडल खातों (29 फरवरी, 2024 को या उससे पहले शुरू किए गए सभी लेनदेन के संबंध में) का निपटान 15 मार्च 2024 तक पूरा किया जाना चाहिए और उसके बाद किसी और लेनदेन की अनुमति नहीं दी जाएगी। 

इससे पहले, एनएचएआई की शाखा, भारतीय राजमार्ग प्रबंधन कंपनी (आईएचएमसीएल) ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक को नए फास्टैग जारी करने से रोका था। जांच में ये सामने आया था कि पेटीएम पेमेंट्स बैंक सेवा-स्तर समझौते में निर्धारित मापदंडों का पालन नहीं कर रहा है इसलिए ये फैसला हुआ था। बता दें की आरबीआई के आदेश के बाद पेटीएम फास्टैग यूजर्स 29 फरवरी तक इसे यूज कर सकेंगे। हालांकि इसी के साथ कुछ चीजें भी बदल गई है। आरबीआई के निर्देश के अनुसार, 29 फरवरी से कोई भी व्यक्ति पेटीएम वॉलेट का उपयोग करके पेटीएम फास्टैग को टॉप-ऑफ या रिचार्ज नहीं कर पाएगा। वहीं 29 फरवरी की तारीख के बाद पेटीएम फास्टैग आपके पास मौजूद बैलेंस के साथ काम करता रहेगा। वहीं जब पेटीएम फास्टैग में ये राशि समाप्त हो जाएगी तो इसे आगे रिचार्ज नहीं किया जा सकेगा। पेटीएम पेमेंट्स बैंक से फास्टैग को दूसरे बैंक में पोर्ट भी नहीं किया जा सकता है। इसलिए, लोगों के लिए किसी अन्य समर्थित बैंक से नया FASTag खरीदना सबसे उपयुक्त होगा।

वहीं पेटीएम के अध्यक्ष और सीओओ भावेश गुप्ता ने गुरुवार को कॉन्फ्रेंस कॉल के दौरान कहा कि पेटीएम ऐप उपयोगकर्ताओं को उत्पादों का एक सेट पेश करता है, फास्टैग जैसे कुछ उत्पाद पहले से ही अन्य बैंकों द्वारा वितरित किए जाते रहेंगे।" टाइम्स नाऊ की रिपोर्ट की मानें तो NHAI भारत में इलेक्ट्रॉनिक टोल संग्रह प्रणाली फास्टैग की देखरेख करता है। प्रीपेड वॉलेट और रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (आरएफआईडी) तकनीक के जरिए यह टोल बूथ भुगतान को आसान बनाता है। पेटीएम ब्रांड का मालिक वन97 कम्युनिकेशंस के पास पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड में 49 प्रतिशत हिस्सेदारी है। OCL ने स्टॉक एक्सचेंजों को दिए एक बयान में कहा, RBI की कार्रवाई से "उपयोगकर्ताओं के बचत खातों, वॉलेट, फास्टैग खातों में जमा राशि पर कोई असर नहीं पड़ेगा, जहां वे मौजूदा शेष राशि का उपयोग करना जारी रख सकते हैं।" हालाँकि पेटीएम यूजर्स के लिए क्रेडिट टॉप-अप 29 फरवरी के बाद ब्लॉक कर दिए गए हैं।

पेटीएम अन्य बैंकों के साथ काम करेगा

आरबीआई द्वारा पेटीएम पेमेंट्स बैंक पर पाबंदी लगाए जाने के बाद काफी बदलाव हुआ है। पेटीएम को जमा या टॉप-अप लेने से रोक दिए जाने के बाद प्लेटफॉर्म ने घोषणा की कि वह अब "विभिन्न अन्य बैंकों के साथ काम करेगा। आरबीआई के फैसले के बाद कंपनी ने सीईओ और संस्थापक विजय शेखर शर्मा ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया कि यह "पीपीबी पर निर्भरता में गिरावट और कमी जारी रखेगा।" 

शर्मा ने कहा, “दो साल पहले, नए ग्राहकों को जोड़ने पर प्रतिबंध लगाया गया था, हमने पहले ही बैंकों के साथ काम करना शुरू कर दिया था, और हम पीपीबी पर निर्भरता कम करना जारी रखेंगे। ओसीएल और पीपीएसएल पहले से ही नोडल खातों को अन्य बैंकों में स्थानांतरित करने की प्रक्रिया में हैं, और इन निर्देशों के कारण विपणन व्यवसाय सेवाएं प्रभावित नहीं होंगी।'

 

पेटीएम ने कहा, "आरबीआई द्वारा हमें अलग से कोई विवरण नहीं भेजा गया है," लेकिन स्वीकार किया कि यह व्यवसाय के लिए "स्पीड बम्प" था। "यहां मुख्य बात यह है कि यह पेटीएम पेमेंट्स बैंक और केंद्रीय बैंक के बीच एक चर्चा है।" इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, पेटीएम के अध्यक्ष मधुर देवड़ा के हवाले से कहा गया है, "आगे बढ़ते हुए, हम बड़े बैंकों के साथ काम करेंगे जो अन्य उपभोक्ता कंपनियों को भी ये सेवाएं प्रदान करते हैं।"

इन सेवाओं पर होगा असर

पेटीएम यूजर्स जो पेटीएम ऐप के माध्यम से यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (UPI)-आधारित भुगतान करते हैं, उन्हें तत्काल कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। हालाँकि, यदि आप पेटीएम पेमेंट बैंक से जुड़े खाते का उपयोग करके यूपीआई भुगतान करते हैं, तो वह खाता 29 फरवरी के बाद काम करना बंद कर देगा। इकोनॉमिक टाइम्स ने बताया कि यदि आपका यूपीआई पता एक्सिस या एचडीएफसी बैंक जैसे अन्य बैंकों से जुड़ा है तो आप पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। 

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