जज्बे को सलाम! जानिए कैसे इन महिलाओं ने की अपनी स्टार्ट-अप की शुरूआत
कोटक महिंद्रा बैंक के साथ मिलकर वोमकॉन ने महिला उद्यमियों के जज्बे को सलाम करने के लिए आयोजित एक बिज़नेस कार्निवल का आयोजन किया।सत्र के दौरान, दो महिला उद्यमियों ने अपनी स्टार्ट-अप से जुड़ी कहानियों को साझा किया।कोआला कैब्स की सह-संस्थापक, शैलजा मित्तल ने अपनी-अपनी कंपनियों की सफलतापूर्वक स्थापना से जुड़ी कहानियों को साझा करते हुए दर्शकों को प्रोत्साहित किया।
नई दिल्ली। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस से पहले, महिला उद्यमियों और मॉमप्रेन्योर (कारोबार के साथ-साथ बच्चों को संभालने वाली महिलाओं) का समर्थन करने वाली संस्था, मॉमप्रेन्योर सर्कल ने कोटक महिंद्रा बैंक (कोटक) के साथ मिलकर वोमकॉन का आयोजन किया- जो महिला उद्यमियों के जज्बे को सलाम करने के लिए आयोजित एक बिज़नेस कार्निवल है। गुरुग्राम स्थित वी. क्लब में आयोजित इस सम्मेलन में दिल्ली एवं राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के निकटवर्ती इलाकों की 100 से अधिक महिला उद्यमियों ने भाग लिया। इस सम्मेलन के आयोजन का उद्देश्य यह था कि, महिला उद्यमियों की कहानियों और उद्यम की यात्रा में आने वाली चुनौतियों की ओर सभी का ध्यान आकृष्ट कराया जाए।
इसे भी पढ़ें: कोटक महिंद्रा बैंक को प्रवर्तक की हिस्सेदारी घटाने की RBI से मिली मंजूरी
दो पैनल चर्चाओं में नौ प्रतिभाशाली महिलाओं ने अपने विचारों का आदान-प्रदान किया
#WomenInspireWomen सत्र के दौरान, दो महिला उद्यमियों ने अपनी स्टार्ट-अप से जुड़ी कहानियों को साझा किया। कोआला कैब्स की सह-संस्थापक, शैलजा मित्तल और इनातूर आयुर्वेद एंड अरोमाथेरेपी प्रोडक्ट्स की संस्थापक, पूजा नागदेव ने अपनी-अपनी कंपनियों की सफलतापूर्वक स्थापना से जुड़ी कहानियों को साझा करते हुए दर्शकों को प्रोत्साहित किया।
कोटक महिंद्रा बैंक की वरिष्ठ कार्यकारी उपाध्यक्ष एवं मार्केटिंग प्रमुख, एलिज़ाबेथ वेंकटरमन ने कहा, “आज महिलाओं ने जीवन के हर क्षेत्र में बाधाओं को पार किया है और नए मुकाम हासिल किए हैं। वोमकॉन बिज़नेस कार्निवल उन सभी महिलाओं का सम्मान करता है जिन्होंने सपने देखने की हिम्मत की, और पूरे आत्मविश्वास के साथ अपने उद्यम की यात्रा का शुभारंभ करते हुए लंबी छलांगें लगाई हैं। यह मंच उन सभी महिलाओं को प्रेरित करने और शिक्षित करने का भी एक माध्यम है, जो अपने उद्यम की शुरुआत के लिए तैयार हैं। कोटक ने हमेशा से नारी शक्ति में यकीन रखा है- क्योंकि आधी अरब भारतीय महिलाओं में असंभव को संभव बनाने की क्षमता मौजूद है। हमारा कोटक सिल्क प्रोग्राम खासतौर पर महिलाओं के लिए बनाया गया है, जो आर्थिक स्वतंत्रता की उनकी यात्रा में बेहद मददगार है।
अन्य न्यूज़