कामधेनू ब्रांड की बिक्री ने 2019 में 12,000 करोड़ का आंकड़ा पार किया
कंपनी का लक्ष्य 2020 तक रॉयल्टी आय को 100 करोड़ के पार ले जाना है। इसके साथ ही हम उम्मीद कर रहे हैं की फ्रैंचाइज़ी क्षमता जोड़ें तथा वि.व.22 तक अपनी क्षमता 50 मीटि्रक टन प्रति वर्ष कर दें।
नई दिल्ली। टीएमटी बार रिटेल सैगमेंट में भारत की सबसे बड़ी विनिर्माता एवं विक्रेता कामधेनू लिमिटेड ने 31 मार्च 2019 को समाप्त तिमाही एवं वि.व. के ऑडिटेड वित्तीय परिणाम घोषित किए हैं।
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वि.व.19 की मुख्य झलकियां
-निदेशक बोर्ड ने 10 रुपए प्रति शेयर की फेस वैल्यू पर 10 प्रतिशत यानी 1 रुपया प्रति शेयर लाभांश देने की सिफाशि की है।
-कंपनी ने बी2बी ट्रेडिंग सेल्स कम की है और अपनी खुद की मैन्युफैक्चरिंग व फ्रेंचाइज़ी आधारित बिजनेस मॉडल में सुधार किया है जिससे मर्जिन बढ़ा है और क्षमताएं बेहतर हुई हैं ( भ्पहीमत त्वम् ंदक त्वब्म् )
-वि.व.18 के रु. 1180 करोड़ के मुकाबले इस बार रेवेन्यू 4 प्रतिशत बढ़कर रु. 1232 करोड़ हुआ है।
-पेन्ट कारोबार का रेवेन्यू वि.व.18 के रु. 200 करोड़ से 35 प्रतिशत बढ़कर रु. 270 करोड़ हुआ है।
-फ्रैंचाइज़ी के जरिए रॉयल्टी आय वि.व.18 के रु. 61 करोड़ से 37 प्रतिशत बढ़कर रु. 84 करोड़ हुई है।
-कर पूर्व लाभ वि.व. 18 के रु. 24 करोड़ से 43 प्रतिशत बढ़कर रु. 35 करोड़ हुआ है।
-कर पश्चात् लाभ वि.व.18 रु. 16 करोड़ से 43 प्रतिशत बढ़कर रु. 22 करोड़ हुआ है।
-स्टील कारोबार ने रेवेन्यू में 78 प्रतिशत का और पेन्ट डिविजन ने 22 प्रतिशत का योगदान दिया है।
वि.व.19 की चौथी तिमाही की मुख्य झलकियां
-बी2बी ट्रेडिंग सेल्स कम हो जाने की वजह से रेवेन्यू वि.व.18 की चौथी तिमाही के रु. 376 करोड़ से 31 प्रतिशत घटकर रु. 258 करोड़ दर्ज हुआ।
-फ्रैंचाइज़ी से होने वाली रॉयल्टी आय वि.व.18 की चौथी तिमाही के रु. 16 करोड़ से 44 प्रतिशत बढ़कर रु. 24 करोड़ रही।
-कर पूर्व लाभ 5 प्रतिशत बढ़कर रु. 9.1 करोड़ रहा, जो वि.व.18 की चौथी तिमाही में यह रु. 8.7 करोड़ था।
-कर पश्चात लाभ 4 प्रतिशत बढ़कर रु. 5.9 करोड़ रहा, जो वि.व.18 की चौथी तिमाही में यह रु. 5.6 करोड़ था।
वित्तीय परिणामों व प्रदर्शन पर कंपनी के चेयरमैन व मैनेजिंग डायरेक्टर श्री सतीश कुमार अग्रवाल ने कहा कि 31 मार्च 2019 को समाप्त वि.व. में हमारा प्रदर्शन हमारी अपेक्षाओं के मुताबिक रहा। हमें यह बताते हुए खुशी हो रही है की निदेशक बोर्ड ने 10 रुपए की फेस वैल्यू वाले प्रत्येक शेयर पर 10 प्रतिशत यानी 10 रुपए लाभांश देने की सिफारिश की है। इस साल हमने अपनी लाभकारिता में सुधार किया है और 43 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है जो रु. 22 करोड़ बनती है। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकी हमने सोच समझ कर रणनीति बदली और बी2बी ट्रेडिंग सेल्स को घटाया है। हमारा फोकस अपनी मैन्युफैक्चरिंग व फ्रैंचाइज़ी आधारित बिजनेस मॉडल की वृद्धि पर रहा जिससे मार्जिन बढ़े व बेहतर क्षमताएं आईं त्वम् और त्वब्म् में इजाफा हुआ। इससे हमें कार्यशील पूंजी की जरूरत कम करने में भी मदद मिली।
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हमें यह बताते हुए खुशी हो रही है की वि.व19 में कामधेनू ब्रांड की बिक्री 12000 करोड़ रुपए का आंकड़ा पार कर गई जो की बीते वि.व. के मुकाबले 49 प्रतिशत की वृद्धि है वि.व.18 में 8072 करोड़ की बिक्री दर्ज की गई थी। हमारी रॉयल्टी आय में ठोस इजाफा हुआ, इस वि.व. 37 प्रतिशत बढ़कर यह रु. 84 करोड़ रही है। अपने विस्तृत वितरण एवं विपणन नेटवर्क के बल पर हम अपने ब्रांड को व्यापक स्तर पर पहुंचा पाए। कंपनी का लक्ष्य 2020 तक रॉयल्टी आय को 100 करोड़ के पार ले जाना है। इसके साथ ही हम उम्मीद कर रहे हैं की फ्रैंचाइज़ी क्षमता जोड़ें तथा वि.व.22 तक अपनी क्षमता 50 मीटि्रक टन प्रति वर्ष कर दें।
वृद्धि की गति को जारी रखते हुए, आगे बढ़ते हुए, अपनी फ्रैंचाइज़ी के साथ हमने ब्रांड में निवेश जारी रखा जिससे इस वर्ष ज्यादा व्यय हुआ है। पेन्ट कारोबार में हमारा प्रदर्शन ठोस तरीके से बेहतर हो रहा है और रेवेन्यू में 35 प्रतिशत की वृद्धि हुई और यह रु. 270 करोड़ रहा। यह वृद्धि वैल्यू ऐडेड उत्पादों की बढ़ी हुई बिक्री से हुई है।
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चोपांकी स्थित पेन्ट फैक्ट्री में 27 व 28 अप्रैल 2019 की दरमियानी रात को आग लग गई थी। पेन्ट उत्पादों की मांग पूरी करने और मैन्युफैक्चरिंग सुविधाओं में अवरोध के असर को घटाने के लिए यह फैसला किया गया की विभिन्न लोकेशनों पर थर्ड पार्टी विनिर्माताओं को पेन्ट उत्पादों का उत्पादन आउटसोर्स कर दिया जाए। कंपनी विनिर्माण स्थलों पर अपनी तकनीकी टीम तैनात कर के क्वालिटी मानकों का पालन सुनिश्चित करेगी। हमने चोपांकी पेन्ट फैक्ट्री में मैन्युफैक्चरिंग की बहाली का काम तेज करने के लिए विशेषज्ञों की टीम को तैनात किया है।
कामधेनू लिमिटेड के बारे में
कामधेनू ग्रुप की स्थापना 1995 में सर्वश्रेष्ठ कीमत पर सर्वोत्तम क्वालिटी के टीएमटी बार मुहैया कराने के ध्येय के साथ हुई। श्री सतीश कुमार अग्रवाल द्वारा स्थापित यह कंपनी आज ब्रांडेड टीएमटी बार के क्षेत्र में मार्केट लीडर है और 'कामधेनू टीएमटी बार' भारत में सबसे ज्यादा बिकने वाला टीएमटी बार है, इस ब्रांड का सेल्स टर्नओवर लगभग 12,000 करोड़ रुपए का है। परिचालन में ज्यादा पारदर्शिता और गतिशीलता लाने के लिए कामधेनू अपने स्टील व्यापार में फ्रैंचाइज़ी मॉडल का पालन करती है। पूरे भारत में कामधेनू के पास 10,500 से अधिक डीलरों और वितरकों की श्रृंखला है जिनमें से 6,500 केवल स्टील कारोबार को समर्पित हैं। टीएमटी विशेषज्ञ होने के चलते कामधेनू ने भूकम्प रोधी कामधेनू 10000 टीएमटी बार और कामधेनू नेक्स्ट टीएमटी बार, अगली पीढ़ी के लिए इंटरलॉक स्टील भी लांच किया है। कंपनी को इंडिया पावर ब्रांड 2016, एशियाज़ मोस्ट प्रॉमिसिंग ब्रांड−2016 और वर्ल्ड्स बैस्ट ब्रांड 2015 जैसे सम्मानों से नवाज़ा गया है। कंपनी ने 2017−18 में स्टील व पेन्ट के लिए वर्ल्ड बैस्ट ब्रांड अवार्ड भी जीता है।
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