दर्शकों को थिएटर तक लाने के लिए फिल्म में मुख्य पुरुष किरदार होना जरूरी नहीं: Kriti Sanon

Kriti Sanon
प्रतिरूप फोटो
ANI

लंबे समय से लोगों ने पुरुष-केंद्रित फिल्मों की तरह महिला-केंद्रित फिल्में बनाने का जोखिम नहीं उठाया है। उन्हें लगता है कि दर्शक थिएटर में यह फिल्म नहीं देखेंगे और उन्हें कमाई भी नहीं होगी।

अभिनेत्री कृति सेनन को अपनी हालिया रिलीज फिल्म क्रू की सफलता के बाद उम्मीद है कि अब बड़े बजट की महिला केंद्रित फिल्में बनाने का मार्ग प्रशस्त होगा। राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता कृति ने कहा कि फिल्म निर्माताओं को अक्सर ऐसा लगता है कि दर्शकों को महिला केंद्रित फिल्मों में दिलचस्पी नहीं होती है।

तेरी बातों में ऐसा उलझा जिया फिल्म के बाद कृति ’क्रू’ में नजर आईं। ‘क्रू’फिल्म में उन्होंने तब्बू और करीना कपूर खान के साथ तीसरी प्रमुख भूमिका निभाई है। फिल्म ने रिलीज के नौ दिनों के अंदर ही दुनिया भर में 100 करोड़ रुपये से अधिक की कमाई की।

राजेश ए. कृष्णन द्वारा निर्देशित क्रू फिल्म में तीन एयर होस्टेस की कहानी है जो अपनी एयरलाइन के दिवालिया हो जाने पर अपनी जिम्मेदारी संभालती हैं। कृति ने कहा, दर्शकों को थिएटर तक लाने के लिए किसी फिल्म में पुरुष का मुख्य किरदार होना जरुरी नहीं है।

लंबे समय से लोगों ने पुरुष-केंद्रित फिल्मों की तरह महिला-केंद्रित फिल्में बनाने का जोखिम नहीं उठाया है। उन्हें लगता है कि दर्शक थिएटर में यह फिल्म नहीं देखेंगे और उन्हें कमाई भी नहीं होगी।

उन्होंने कहा, दर्शकों से क्रू फिल्म को मिले प्यार के बाद मुझे लगता है कि यह एक तरह से बदलाव की शुरुआत है। उम्मीद है कि धीरे-धीरे लोग आगे आएंगे और महिला-केंद्रित फिल्म में भी उतना ही पैसा लगाने और उसे आगे बढ़ाने का जोखिम उठाएंगे, जितना वे पुरुष प्रधान फिल्मों के लिए करते हैं। ...क्योंकि इससे भी बॉक्स ऑफिस पर उतनी ही कमाई होती है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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