Hanuman Chalisa: जानिए हनुमान चालीसा से जुड़े ये रोचक फैक्ट्स, ऐसे हुई थी इसकी रचना

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मान्यता के मुताबिक हनुमान चालीसा का पाठ करने के साथ ही इसको सुनना भी काफी पुण्यकारी होता है। वहीं आप में से बहुत सारे लोग रोजाना हनुमान चालीसा का पाठ करते हैं। लेकिन क्या आप हनुमान चालीसा से जुड़ी कुछ रोचक बातों के बारे में जानते हैं।

हिंदू धर्म में हनुमान चालीसा का अधिक महत्व माना गया है। इसका पाठ करने से व्यक्ति को जीवन के सभी संकटों से मुक्ति मिल जाती है। वहीं हनुमान चालीसा का पाठ करने से न सिर्फ हनुमानजी बल्कि प्रभु श्रीराम का भी आशीर्वाद प्राप्त होता है। मान्यता के मुताबिक हनुमान चालीसा का पाठ करने के साथ ही इसको सुनना भी काफी पुण्यकारी होता है।

वहीं आप में से बहुत सारे लोग रोजाना हनुमान चालीसा का पाठ करते हैं। लेकिन क्या आप हनुमान चालीसा से जुड़ी कुछ रोचक बातों के बारे में जानते हैं। आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको हनुमान चालीसा से जुड़े रोचक तथ्यों के बारे में बताने जा रहे हैं।

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हनुमान चालीसा से जुड़े रोचक तथ्य

क्या आप हनुमानडी के गुरु के बारे में जानते हैं। आप में से बहुत लोगों का जवाब सूर्यदेव होगा। जोकि काफी हद तक सही भी है। लेकिन हनुमान चालीसा में बताया गया है कि वह सूर्यदेव के अलावा माता सीता को भी अपना गुरु मानते थे। हनुमान चालीसा की शुरूआत दो दोहों से होती है। जिसमें पहला शब्द 'श्रीगुरु' है। इसमें श्रीगुरु का अर्थ मां सीता से है।

वैसे तो भारत में हनुमानजी के अनेक मंदिर हैं। लेकिन स्वयं तुलसीदास जी ने बनारस में मौजूद संकट मोचन हनुमान मंदिर का निर्माण किया था। तुलसीदास जी ने ही हनुमान चालीसा की रचना की थी। बताया जाता है कि जब तुलसीदास ने हनुमान चालीसा की रचना की थी, तब तुलसीदास जी के पास अप्रत्यक्ष रूप में स्वयं श्रीराम ने बैठकर हनुमान चालीसा को सुना था।

बता दें कि हनुमान चालीसा की पहली 10 चौपाई श्रीराम भक्त हनुमान की शक्ति और ज्ञान को दर्शाती हैं। फिर 11-20 चौपाई में श्रीराम और उनके भ्राता के बारे में वर्णन मिलता है। वहीं हनुमान चालीसा के आखिरी में लिखी चौपाइयों में हनुमानजी की कृपा दिखती है। हनुमान चालीसा में तुलसीदास ने प्रभु श्रीराम, मां सीता और उनके भ्राता लक्ष्मण का उल्लेख किया है।

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