By टीम प्रभासाक्षी | Sep 10, 2022
वर्ल्ड फर्स्ट एड डे हर साल मनाया जाता है, सितंबर माह के दूसरे शनिवार को मनाया जाता है। इस वर्ष 10 सितंबर को World First Aid Day 2022 मनाया जायेगा। इस दिन को मनाने की शुरूआत इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ रेड क्रॉस एंड रेट क्रिसेंट सोसाइटी ने 2000 में की थी। इसके बाद से हर साल यह दिवस मनाया जा रहा है। इस दिवस को मनाने का उद्देश्य है लोगों को अधिक से अधिक प्राथमिक चिकित्सा के बारे में जागरूक करना। ताकि आए दिन होने वाले हादसे, सड़क दुर्घटना या अन्य हादसे में गंभीर चोट लगने, अधिक खून बहने पर लोगों की मदद की जा सकें।
घर और गाड़ी में अपने साथ हमेशा प्राथमिक उपचार किट रखें। डूबने, जलने, हृदयघात, सड़क दुर्घटना और आत्मघात में प्राथमिक उपचार से जान बचाई जा सकती है। घायल इंसान को तुरंत उपचार मिलना चाहिए। प्राथमिक उपचार कोई भी कर सकता है इसके लिए प्रशिक्षण की आवश्यकता नहीं।
प्राथमिक चिकित्सा किसे कहते है?
किसी रोग के होने या चोट लगने पर किसी अप्रशिक्षित व्यक्ति द्वारा जो सीमित उपचार किया जाता है उसे प्राथमिक चिकित्सा कहते हैं। इसका उद्देश्य कम से कम साधनों में इतनी व्यवस्था करना होता है कि चोट लगे व्यक्ति को समय पर इलाज कराने की स्थिति में लाने में लगने वाले समय में कम से कम नुकसान हो। प्राथमिक चिकित्सा प्रशिक्षित या अप्रशिक्षित व्यक्तिओं द्वारा कम से कम साधनों में किया गया सरल उपचार है। कभी-कभी यह जीवन रक्षक भी सिद्ध होता है।
फर्स्ट एड बॉक्स में क्या-क्या होना चाहिए
दर्द निवारक दवाएं इसके अलावा डिस्पोजेबल ग्लव्ज, पॉकेट मास्क, प्लास्टिक की चिमटी, एंटीसेप्टिक वाइप्स, थर्मामीटर व हाथ धोने का साबुन भी इस किट में रख सकते हैं। इसके साथ खून पतला करने की दवा भी होना चाहिए ताकि हृदयघात की स्थिति में व्यक्ति को दी जा सकें।
प्राथमिक चिकित्सा के नियम
- अगर आपका कोई घर का व्यक्ति दुर्घनाग्रस्त हो जाए तो बिना वक़्त बर्बाद करें दुर्घटना स्थल पर पहुचें।
- दुर्घटना के समय यह कैसे हुआ ? कहाँ जा रहे थे ? किसने किया? जैसे फालतू सवाल न पूछें। पहले उसके इलाज की व्यवस्था करें।
- आपका यह पता लगाना जरूरी है कि चोट कहां और किस वस्तु से लगी है।
- उस क्रम में कार्डियक फंक्शन को ठीक करना, सांस लेने में मदद करना, चोट लगने की जगह से खून बहना बंद करें. यह सभी कार्य किसी व्यक्ति की जान बचाने में बहुत मददगार साबित होते हैं।
- एम्बुलेंस बुलाएं या डॉक्टर को ही घटनास्थल पर लाएं।