By अंकित सिंह | Apr 26, 2025
शिवसेना (यूबीटी) ने शनिवार को कहा कि मुंबई और महाराष्ट्र के हित में एकजुट होने का समय आ गया है और पार्टी कार्यकर्ता मराठी गौरव की रक्षा के लिए तैयार हैं। यह बयान अलग-अलग रह रहे चचेरे भाई उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे के संभावित पुनर्मिलन की अटकलों के बीच आया है। पार्टी ने सोशल मीडिया पर एक रहस्यमयी पोस्ट में यह बयान दिया। शिवसेना (यूबीटी) ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "मुंबई और महाराष्ट्र के हित के लिए एकजुट होने का समय आ गया है। शिवसैनिक मराठी 'अस्मिता' (गौरव) की रक्षा के लिए तैयार हैं।"
पिछले हफ़्ते राज ठाकरे ने अपने चचेरे भाई और पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव के साथ संभावित राजनीतिक मेल-मिलाप के बारे में अटकलें लगाईं, उन्होंने कहा कि उनके पिछले मतभेद मामूली हैं और मराठी मानुष की भलाई के लिए एकजुट होना कोई मुश्किल काम नहीं है। इस पर उद्धव ठाकरे ने कहा कि वे छोटी-मोटी लड़ाइयों को किनारे रखने के लिए तैयार हैं, बशर्ते महाराष्ट्र के हितों के खिलाफ काम करने वालों को बर्दाश्त न किया जाए।
सेना (यूबीटी) और मनसे के बीच गठबंधन की संभावना के बारे में पूछे जाने पर, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और महाराष्ट्र के राजस्व मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा, "साथ आना या गठबंधन बनाना उनका विशेषाधिकार है। हमें कोई समस्या नहीं है।" इससे पहले संजय राउत ने कहा था कि पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे अपने चचेरे भाई और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) अध्यक्ष राज ठाकरे के साथ मेल-मिलाप को लेकर बहुत सकारात्मक हैं। राउत ने पत्रकारों से बातचीत में दावा किया कि इस संभावित मेल-मिलाप को लेकर अब आंबेडकरी आंदोलन से जुड़े लोग और दल भी संपर्क में हैं और वे इस नये राजनीतिक गठजोड़ का हिस्सा बनने में रुचि दिखा रहे हैं।