अमरावती। संसद और राज्य विधानसभाओं में महिला आरक्षण की पुरजोर वकालत करते हुए लोक सभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने कहा है कि यह ऐसी चीज है जिसे बिना किसी कलह के ‘सम्मानपूर्वक’ दिया जाना चाहिए।
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि महिलाओं के लिए आरक्षण इस समय की मांग है। महाजन ने इस प्रस्ताव का विरोध करने वालों की आलोचना की। महाजन ने कहा, ''जब हम इसकी मांग करते हैं, यह कोई ऐसी चीज नहीं है जो कोई हमें दे रहा है। यह इसलिए है क्योंकि यह महत्वपूर्ण है कि महिलाओं को आगे आना चाहिए। वे आबादी का 50 प्रतिशत हैं, लेकिन राष्ट्र निर्माण में वे एक पूर्ण दायरे में हैं।’’ लोकसभा अध्यक्ष रविवार को यहां राष्ट्रीय महिला संसद के समापन सत्र को संबोधित कर रही थीं। 22,000 से अधिक महिलाओं जिनमें छात्राएं और दुनियाभर से प्रतिनिधि शामिल थे, को संबोधित करते हुए महाजन ने कहा कि सशक्तिकरण का मतलब महिलाओं की पुरुषों से लड़ाई नहीं है, बल्कि उसे वह मिलना है जिसके लायक वह हैं।