कुंभराज में एक दिन पहले पिता द्वारा अपने पुत्र के शव को ठेले पर ले जाने के मामले में विधायक ने इसे अत्यंत शर्मनाक घटना बताते हुए अफसोस जाहिर किया। उन्होंने कहा कि शव वाहन दिलाना सरकार का काम होता है। राघौगढ़ और चांचौड़ा में शव वाहन है, आवश्यकता पड़ने पर उसे बुलाया जा सकता था। हर क्षेत्र में शव वाहन, एम्बुलेंस आदि की व्यवस्था करना स्वास्थ्य मंत्रालय के जिम्मे है। उन्होंने बताया कि कोविड काल में विधायक निधि से वे 25 लाख स्वीकृत कर चुके है जिसके उपयोग की जिम्मेदारी कलेक्टर की होती है।
कचरा वाहन खरीदने पैसा है...शव वाहन फायर ब्रिगेड के लिए नहींलक्ष्मण सिंह ने तंज कसते हुए कहाकि सरकार के पास कचरा वाहन खरीदने के लिए पैसे हैं, लेकिन शव वाहन और फायर ब्रिगेड जैसी अत्यंत आवश्यक सेवाओ के लिए नहीं। उन्होंने मुख्यमंत्री से कहा कि यदि विधायक ही अपने निधि से सारी व्यवस्थाएं जुटाएंगे तो सरकार की जरूरत नहीं है। हम विधायक निधि से ही सारे काम करा लेंगे।