By नीरज कुमार दुबे | Mar 27, 2023
रूस-यूक्रेन युद्ध में भिड़े हुए हैं, सीरिया में आतंकवादियों और सुरक्षा बलों के बीच युद्ध विकराल रूप ले रहा है, फ्रांस में सड़कों पर भारी विरोध प्रदर्शन दंगों का रूप लेता जा रहा है, इजराइल में अब तक का सबसे बड़ा विरोध प्रदर्शन हो रहा है, ईरान में अपने हक की मांग को लेकर महिलाएं सड़कों पर हैं, पाकिस्तान गृह युद्ध की ओर बढ़ रहा है, श्रीलंका कंगाल हो चुका है, अफ्रीका के कई बड़े देश अब तक के सबसे खराब वित्तीय दौर को देख रहे हैं तो कई छोटे अफ्रीकी देश भुखमरी का सामना कर रहे हैं, अमीर यूरोपीय और पश्चिमी देश भी वित्तीय संकट का सामना कर रहे हैं और वहां कई देशों के कई बड़े बैंक बर्बाद हो चुके हैं। इस पूरे वैश्विक परिदृश्य के बीच भारत शांति के साथ कानून व्यवस्था को सुदृढ़ रखते हुए आगे बढ़ रहा है लेकिन कुछ लोग कह रहे हैं कि देश में लोकतंत्र खत्म हो रहा है। पाकिस्तान में 56 मीटर से ज्यादा अंदर घुस कर आतंकवादियों को सबक सिखाने वाली सरकार, डोकलाम, पूर्वी लद्दाख और तवांग से चीनी सेना को पीछे हटाने और चाइनीज एप्स पर प्रतिबंध लगाने जैसे 56 सख्त कदम उठाकर ड्रैगन को घुटनों पर लाने वाली सरकार के 56 इंची सीने पर सवाल उठाने वाले जरा जवाब दें कि कैसे भारत पिछड़ रहा है?
नित नई बुलंदियों को छू रहा है भारत
आज भारत दुनिया का सबसे ऊँचा रेलवे पुल बना रहा है, देशभर में उच्च गुणवत्ता वाली सड़कों का जाल तेजी से बिछाया जा रहा है, रेल-सड़क तथा हवाई परिवहन क्षेत्र की सूरत और सुविधाओं में क्रांतिकारी परिवर्तन आ चुका है। गरीब तक उसके हक का पैसा बिना किसी बिचौलिये के पहुँच रहा है। देश में रोजगार चाहने वालों की अपेक्षा स्वरोजगार की इच्छा रखने वाले युवाओं की संख्या भी बढ़ी है जिसके चलते भारत स्टार्टअप और यूनिकॉर्न कंपनियों के मामले में दुनिया के शीर्ष देशों में शुमार हो गया है। भले पुरानी सरकारों की नीतियों के चलते भारत दुनिया का सबसे बड़ा हथियार निर्यातक है लेकिन अब आत्मनिर्भरता की दिशा में कदम इतनी तेजी से बढ़ाये गये हैं कि रक्षा क्षेत्र से जुड़े तमाम उत्पादों का निर्माण यहीं हो रहा है। भारत ने सबसे बड़ी हेलीकाप्टर निर्माण फैक्ट्री लगाने का काम भी शुरू किया तो है साथ ही देश की पहली सेमीकंडक्टर फैक्ट्री भी लगाई जा रही है। ऊर्जा के वैकल्पिक स्रोत तैयार करने के लिए ग्रीन हाइड्रोजन परियोजना पर तेजी से काम किया जा रहा है जिससे आने वाले समय में भारत का ऊर्जा आयात बिल कम होगा।
आतंकवाद और उग्रवाद का खात्मा किया
इसके अलावा यह पहली ऐसी सरकार है जिसके मंत्री पूर्वोत्तर और जम्मू-कश्मीर का सर्वाधिक दौरा करते हैं। यह पहली ऐसी सरकार है जिसके कार्यकाल में पूर्वोत्तर और जम्मू-कश्मीर में सर्वाधिक विकास परियोजनाएं चल रही हैं। स्वयं प्रधानमंत्री पूर्वोत्तर का अब तक 50 से ज्यादा बार दौरा कर चुके हैं। पूर्वोत्तर में उग्रवाद लगभग खत्म हो चुका है और गलत राह पर गये लोग मुख्यधारा के जीवन में लौट चुके हैं इसीलिए अफ्सपा अब बहुत कम क्षेत्रों में बचा है। मोदी सरकार की नीतियों के चलते ही देश में वामपंथी उग्रवाद देश में लगभग काबू में है। कश्मीर में टैरर फंडिंग मॉड्यूल का खात्मा हो चुका है, शुक्रवार को अब नमाज के बाद वहां पथराव नहीं होता और आतंकवाद अब अपने अंतिम दौर में है। जम्मू-कश्मीर के सीमावर्ती गांवों के लोग आजादी के बाद पहली बार शांति से रह रहे हैं क्योंकि पाकिस्तान की ओर से गोलाबारी संघर्षविराम और मोदी सरकार के मुंहतोड़ जवाब दिये जाने के बाद से बंद है।
प्रधानमंत्री अनपढ़ हैं या विपक्ष उनकी उपलब्धियों को पढ़ नहीं पा रहा?
जो लोग प्रधानमंत्री को अनपढ़ बताते हैं उन्हें पता होना चाहिए कि यूपीआई जैसी सशक्त तकनीकों के माध्यम से मोदी ने भारत को तकनीक आधारित अर्थव्यवस्था में तब्दील किया, नरेंद्र मोदी ने अंग्रेजों की छोड़ी विरासत पर गर्व करने की बजाय देश को आत्मनिर्भरता की राह पर आगे बढ़ाया और हमें गुलाम बनाने वाले ब्रिटेन को पछाड़ कर भारत को दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाया, नरेंद्र मोदी ने देश को उसका पहला वॉर मेमोरियल दिया, नरेंद्र मोदी ने तमाम रियासतों को एकजुट कर मजबूत भारत बनाने वाले सरदार पटेल को सच्ची श्रद्धांजलि देते हुए स्टेच्यू ऑफ यूनिटी बनवाई, नरेंद्र मोदी ने देश के सभी प्रधानमंत्रियों को समर्पित प्रधानमंत्री म्यूजियम दिया, नरेंद्र मोदी ने परमवीर चक्र विजेताओं के नाम अंडमान निकोबार के द्वीप किये, नरेंद्र मोदी देश को सेंट्रल विस्टा के रूप में आधुनिक सचिवालय देने जा रहे हैं, नरेंद्र मोदी देश को खुद का बनाया हुआ और भारत के सांस्कृतिक और ऐतिहासिक मूल्यों तथा तथ्यों के समावेश वाला संसद भवन देने जा रहे हैं, नरेंद्र मोदी इस देश की धड़कन प्रभु श्रीराम की जन्मभूमि पर भव्य मंदिर का निर्माण करवा रहे हैं, नरेंद्र मोदी ने साहसिक निर्णय लेते हुए जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाकर जम्मू-कश्मीर का भारत में संपूर्ण तरीके से विलय किया और एक देश एक विधान, एक देश एक झंडा सिद्धांत को लागू किया, नरेंद्र मोदी ने हमारी जांच एजेंसियों को इतना सशक्त बनाया कि विदेश में घटित अपराधों के लिए वह मुकदमा भी दायर कर सकती हैं और जांच भी कर सकती हैं।
प्रधानमंत्री कायर हैं या विपक्ष उनकी बहादुरी का सम्मान नहीं कर रहा?
जो लोग प्रधानमंत्री को कायर बता रहे हैं उन्हें पता होना चाहिए कि नरेंद्र मोदी ऐसे प्रधानमंत्री हैं जो सीना ठोक कर भारत के हितों की बात करते हैं, नरेंद्र मोदी ऐसे प्रधानमंत्री हैं जो दुश्मन को उसकी भाषा में जवाब देने में विश्वास रखते हैं। नरेंद्र मोदी ऐसे प्रधानमंत्री हैं जो सेना को बदला लेने की योजना को स्थगित करने की नहीं बल्कि बदला लेने के लिए अपने हिसाब से समय और स्थान चुनने की सलाह देते हैं। नरेंद्र मोदी ऐसे प्रधानमंत्री हैं जो कहते हैं कि कोई हमें छेड़ेगा तो हम छोड़ेंगे नहीं। जो लोग प्रधानमंत्री को चोर बता रहे हैं उन्हें पता होना चाहिए कि यह नरेंद्र मोदी ही हैं जिन्होंने यह नहीं देखा कि भ्रष्टाचारी किस दल से जुड़ा हुआ है। जिसने भी देश को लूटा उससे जनता के पैसे की वसूली की गयी। जो लोग बार-बार नीरव मोदी, विजय माल्या और मेहुल चोकसी की बात करते हैं उन्हें बता दें कि जांच एजेंसियां इनकी इतनी प्रॉपर्टी जब्त कर चुकी हैं कि देश के अधिकांश पैसों की वसूली हो चुकी है। इसके अलावा विजय माल्या के उद्योग-धंधे बर्बाद हो चुके हैं, नीरव मोदी लंदन की जेल में है और खर्चा चलाने के लिए उसके समक्ष उधार लेने की नौबत आ गयी है तो रौबीले अंदाज में रहने वाला मेहुल चोकसी व्हील चेयर पर आ चुका है।
प्रधानमंत्री भ्रष्टाचारी हैं या भ्रष्ट नेताओं के लिए काल समान हैं?
जो लोग प्रधानमंत्री को घोटालेबाज बता रहे हैं उन्हें पता होना चाहिए कि उज्ज्वला योजना, प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, आयुष्मान भारत योजना, किसान सम्मान निधि और ऐसी सैंकड़ों सरकारी योजनाओं का लाभ देश की आम जनता को बिना किसी भेदभाव के मिल रहा है। आज दिल्ली से चलने वाला एक रुपया गांव तक पहुँचते पहुँचते 25 पैसे नहीं रह जाता बल्कि पूरा का पूरा लाभार्थी के खाते में पहुँचता है। जो लोग सोशल मीडिया पर अभियान चला कर मोदी सरकार को विफल साबित करने में जुटे हैं जरा उन्हें देश के दूरदराज के इलाकों में जाकर सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन के बारे में पड़ताल करनी चाहिए। जब आप गरीबों, किसानों और वंचितों के बीच में जब जाएंगे तो आपको मोदी-मोदी ही सुनाई देगा क्योंकि जनता को सरकार के पास नहीं जाना पड़ता बल्कि सरकार खुद जनता के बीच जाती है।
क्या प्रधानमंत्री सचमुच विपक्ष को कुचलने की मंशा रखते हैं?
जो लोग आरोप लगाते हैं कि वह विपक्ष को कुचल देना चाहते हैं उन्हें पता होना चाहिए कि मोदी ने विपक्ष की प्रतिभाओं का जितना सम्मान किया उतना आज तक किसी प्रधानमंत्री ने नहीं किया। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और देश के राष्ट्रपति रहे प्रणब मुखर्जी को भारत रत्न सम्मान से अलंकृत कर ऐसी मिसाल कायम कर दी जो आजादी के बाद से आज तक देखने को नहीं मिली थी। मोदी सरकार ने आज तक जिन बड़े विपक्षी नेताओं को पद्म पुरस्कार से नवाजा है उनमें कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रहे गुलाम नबी आजाद, पश्चिम बंगाल के पूर्व मुख्यमंत्री और बड़े वामपंथी नेता बुद्धदेव भट्टाचार्य, असम के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रहे तरुण गोगोई, निर्दलीय सांसद रहे तरलोचन सिंह, पीडीपी नेता और जम्मू-कश्मीर के पूर्व उपमुख्यमंत्री मुजफ्फर हुसैन बेग, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और नगालैंड के चार बार के मुख्यमंत्री रहे एससी जमीर, ओडिशा में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और तीन बार सांसद रहे भबानी चरण पटनायक, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद पवार, एनसीपी के ही पूर्व नेता और पूर्व लोक सभा अध्यक्ष पीए संगमा, नगालैंड के वरिष्ठ कांग्रेस नेता तोखियो सेमा, कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता रहे एसएम कृष्णा तथा उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव के नाम शामिल हैं।
बहरहाल, प्रधानमंत्री सिर्फ देश के सर्वाधिक लोकप्रिय नेता नहीं हैं बल्कि संकटों के समय जिस तरह उन्होंने विदेशों की मदद की है, यह उसी की परिणति है कि आज दुनिया का हर देश मोदी की बात सुनता है और उनसे आगे भी सहयोग की अपेक्षा रखता है। यही कारण है कि दुनियाभर में नरेंद्र मोदी सबसे ज्यादा ग्लोबल अप्रूवल रेटिंग वाले नेता बन चुके हैं। इसलिए प्रधानमंत्री पर जो लोग अनपढ़ होने, चोर होने या भ्रष्टाचारी या तानाशाह होने के आरोप लगा रहे हैं उन्हें अपने गिरेबां में झांकने के साथ ही इन तथ्यों पर भी गौर करना चाहिए।
-नीरज कुमार दुबे