By अंकित सिंह | Mar 24, 2025
भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार के ‘संविधान परिवर्तन’ वाले बयान को लेकर उठे राजनीतिक विवाद पर सोमवार को कहा कि कांग्रेस ने पिछले चुनाव में भ्रामक प्रचार किया था, जिसमें दावा किया गया था कि अगर भाजपा को बहुमत मिला तो वे संविधान में बदलाव कर देंगे। हालांकि, अब बड़ा सवाल यह है कि तुष्टीकरण की राजनीति के मद्देनजर देश किस दिशा में जाएगा। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि सच्चाई अपने आप सामने आ जाती है।
भाजपा नेता ने कहा कि पिछले दो-तीन साल से कांग्रेस का हम पर आरोप है कि हम संविधान बदल देंगे। पिछले लोकसभा चुनाव में उनका एकमात्र 'थीम' यही था। जो बिल्कुल छूठ पर आधारित था, एक भ्रामक प्रचार था। उन्होंने कहा कि आज मुझे पहला सवाल उठाना है कि मुस्लिम वोटबैंक परस्ती में देश कहां जाएगा। इन्होंने (कांग्रेस ने) शाहबानो के जजमेंट को पलट दिया था। इसके बाद इतना हंगामा हुआ कि राजीव गांधी को झुकना पड़ा।
पूर्व मंत्री ने कहा कि भारतीय संविधान में धर्म के आधार पर आरक्षण की अनुमति नहीं है। पिछड़ेपन के आधार पर ही आरक्षण दिया जा सकता है। मुस्लिम वोट बैंक की राजनीति में चल रही होड़ से सवाल उठता है कि इसका नतीजा क्या होगा। उन्होंने कहा कि नागपुर हिंसा के मामले में भी कांग्रेस पूरी तरह चुप रही। गांधी परिवार कुंभ में नहीं गया। पहले राहुल गांधी कभी-कभार मंदिर जाते थे, लेकिन वोट बैंक की राजनीति के दबाव में यह बंद हो गया।
उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि हम राहुल गांधी और सोनिया गांधी से पूछना चाहते हैं कि आप देश को बताएं कि जब धर्म के आधार पर आरक्षण जायज़ नहीं है, तो इसके लिए आप संविधान को नहीं बदलेंगे... देश ये जानना चाहता है। डीके शिवकुमार एक शुरुआत हैं और कांग्रेस पार्टी का हिडेन एजेंडा है कि संविधान को वोट के लिए बदलेंगे। उन्होंने कहा कि यह देश छत्रपति शिवाजी महाराज से प्रेरणा लेता है और हमेशा औरंगजेब के बजाय छत्रपति शिवाजी महाराज को ही चुनेगा। भाजपा सीधे राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी से पूछना चाहती है कि छत्रपति महाराज और औरंगजेब की विरासत को लेकर चल रहे विवाद पर उनका क्या रुख है। वे अब अपनी सुविधाजनक चुप्पी की आदत के पीछे छिप नहीं सकते।