ई-श्रम पोर्टल क्या है? असंगठित क्षेत्रों के वर्करों को इससे क्या क्या फायदे होंगे?

By कमलेश पांडेय | Sep 02, 2021

केंद्र में जब से मोदी सरकार आई है, वह समाज के दबे-कुचले और मेहनतकश वर्ग के लोगों को लक्षित करके कुछ न कुछ ऐसा जरूर कर रही है, जिससे समाज के इस बड़े तबके को इस बात का भरोसा हो जाता है कि यह सरकार उनके हितों की रक्षा करने और शासन-प्रशासन की विभिन्न योजनाओं का फायदा उन तक पहुंचाने के लिए प्रयत्नशील है। वाकई इस सरकार ने विगत सवा सात साल में जो कुछ महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं, ई-श्रम पोर्टल उनमें से एक है और छोटे-मोटे रोजगार पेशा वालों के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। 


बता दें कि इसे लांच करके पीएम नरेंद्र मोदी सरकार ने देश के असंगठित क्षेत्रों से जुड़े 38 करोड़ लोगों को एक बड़ा तोहफा दिया है। साथ ही, इस तबके के लिए एक टोल फ्री नम्बर भी जारी कर दिया है, ताकि रजिस्ट्रेशन से जुड़ी परेशानी सम्बन्धी अपनी बात वो सिस्टम तक बिना किसी अतिरिक्त खर्च के पहुंचा सकें और वहां से प्राप्त जानकारी का अपने लिए उपयोग कर सकें। इसलिए आज हम आपको बता रहे हैं कि ई-श्रम पोर्टल क्या है और इसके क्या क्या फायदे होंगे।

इसे भी पढ़ें: सावधि जमा: गूगल-पे के जरिये खुलवाएं एफडी, मिलेगा आकर्षक ब्याज

# ई-श्रम पोर्टल होगा मजदूरों का डाटाबेस, मिलेगा सामाजिक सुरक्षा योजनाओं का लाभ


गौरतलब है कि असंगठित क्षेत्रों के वर्करों के लिए केंद्र सरकार ने शुक्रवार को ई-श्रम पोर्टल नाम से एक पोर्टल लॉन्च किया है। इस पोर्टल के साथ ही उसने एक नेशनल टोल फ्री नंबर 14434 भी जारी कर दिया है। अब श्रमिक इस पोर्टल पर अपना रजिस्ट्रेशन करा सकेंगे। एक प्रकार से यह मजदूरों का डाटाबेस होगा, जिसकी मदद से सरकार सामाजिक सुरक्षा योजनाओं (सोशल सिक्योरिटी स्कीमों) को उनके दरवाजे पर तक बहुत ही कम खर्च में पहुंचाएगी।


बता दें कि गत दिनों ही केंद्रीय श्रम और रोजगार मंत्री ने इस ई-श्रम पोर्टल का लोगो लॉन्च किया था। तब उन्होंने कहा भी था कि इस पोर्टल के लांच होने से मजदूरों से लेकर रेहड़ी-पटरी वालों को काफी फायदा होगा। वास्तव में, यह 'हमारे राष्ट्र निर्माताओं, हमारे श्रम योगियों' का एक व्यापक राष्ट्रीय डाटाबेस होगा, जिसके मार्फ़त सरकार अपनी तमाम सामाजिक सुरक्षा (सोशल सिक्योरिटी) योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाएगी। इसी के लिए असंगठित क्षेत्र (अनऑर्गनाइज्ड सेक्टर) के 38 करोड़ वर्करों का नेशनल डाटाबेस यानी ई-श्रम पोर्टल लॉन्च किया गया है। बता दें कि इस डाटाबेस में मजदूर, प्रवासी मजदूर, रेहड़ी-पटरी वाले, घरेलू कामगार, कंस्ट्रक्शन वर्कर, गिग और प्लेटफॉर्म वर्कर, खेतीहर मजदूर और असंगठित क्षेत्र के दूसरे वर्कर रजिस्ट्रेशन करा सकेंगे।


# अब श्रमिकों को स्वयं कराना होगा अपना पंजीकरण 


ई-श्रम कार्ड के लिए सबसे पहले आधिकारिक वेबसाइट https://eshram.gov.in/ पर जाना होगा।


इस बहुप्रतीक्षित डाटाबेस के लॉन्च होने के बाद अब श्रमिकों को स्वयं ही अपना पंजीकरण कराना होगा। उनको अपने नाम, पेशा, पता, पेशे का प्रकार, शैक्षिक योग्यता, कार्य कौशल और पारिवारिक विवरण आदि की पूरी जानकारी देनी होगी। वहीं, प्रवासी मजदूर भी अपने नजदीकी कॉमन सर्विस सेंटर (सीएससी) पर पंजीकरण करा सकते हैं। इस मिशन की खास बात यह है कि जिन मजदूरों के पास फोन नहीं हैं या जो पढ़ना/लिखना नहीं जानते हैं, वो भी कॉमन सर्विस सेंटर (सीएससी) के केंद्रों पर जाकर अपना पंजीकरण करा सकते हैं। वहीं, श्रमिक के 12 अंकों वाले यूनिक अकाउंट नंबर का एक रजिस्ट्रेशन कार्ड बनाया जाएगा, जिसे ई-श्रम कार्ड नाम दिया गया है। एक प्रकार से यह मजदूरों व ऐसे ही लोगों की एक स्थायी पहचान होगी। इसे असंगठित और प्रवासी श्रमिकों के डाटाबेस को आधार के साथ जोड़ा जाएगा। यह हमेशा अपडेट भी किया जाता रहेगा।

इसे भी पढ़ें: डिजिटल रूपी क्या है? यह कब से प्रचलन में आएगी?

बता दें कि इस कार्ड के लिए 16 से 59 वर्ष उम्र का कोई भी व्यक्ति अपना रजिस्ट्रेशन करवा सकता है। हालांकि, पोर्टल पर उसको यह बताना होगा कि आप ईपीएफओ या फिर ईएसआईसी के सदस्य हैं या नहीं। अगर आप ईपीएफओ या ईएसआईसी में से किसी के भी सदस्य हैं तो आप अपना रजिस्ट्रेशन नहीं कर पाएंगे। दरअसल, इसे लॉन्च ही उन्हीं लोगों के लिए किया गया है जो असंगठित क्षेत्र में काम करते हैं और ईपीएफओ या ईएसआईसी का लाभ नहीं ले पाते हैं।


# नेशनल टोल फ्री नंबर 14434 भी हुआ जारी


ई-श्रम पोर्टल के साथ ही असंगठित क्षेत्रों में कार्यरत देश के करोड़ों कामगारों की सुविधा के लिए सरकार एक नेशनल टोल फ्री नंबर भी जारी करेगी। जिससे वर्कर इस नंबर पर फोन करके पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन के लिए जरूरी जानकारी ले सकेंगे। ई-श्रम पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन के लिए उन्हें आधार नंबर और बैंक खाते की जानकारी भी देनी होगी। यह नंबर है-14434


- कमलेश पांडेय

वरिष्ठ पत्रकार व स्तम्भकार

प्रमुख खबरें

US Election Results 2024 Update: अमेरिकी चुनाव के नतीजे कब तक आ जाएंगे, इन वजहों से हो सकती है देरी

Waqf Bill: अब तक हो चुकी हैं 25 बैठकें, जगदंबिका पाल बोले- समय पर सौंपेंगे जेपीसी की रिपोर्ट

अखंड भारत के इस पोस्टर से क्यों मचा हड़कंप? बीजेपी भी भड़क उठी

India-Nigeria: नाइजीरिया के NSA से अजित डोभाल ने की मुलाकात, आतंकवाद और कट्टरपंथ समेत कई मुद्दों पर की चर्चा